बुधवार को साणंद के समीप स्थित प्लांट में मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उद्घाटन करते हुए टाटा समूह के अध्यक्ष रतन टाटा के साथ पीले रंग की चमचमाती नैनो कार को प्लांट से रवाना किया।
इस अवसर पर आयोजित एक समारोह में मोदी व टाटा ने एक दूसरे का आभार जताया। मोदी ने इस बात के लिए आभार जताया कि टाटा वापस गुजरात लौटे व कम समय में प्लांट स्थापित किया वहीं टाटा ने प्लांट स्थापना में सभी आवश्यक कार्यवाही कराने में मदद के लिए आभार जताया।
"एक रूपए के एसएमएस में आया प्लांट" मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जब टाटा ने सिंगूर से विदा होने की बात मीडिया में कहीं तो उन्होंने टाटा को एसएमएस कर "वेलकम गुजरात" का संदेश देकर न्यौता दिया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। नैनो के गुजरात आने पर देशभर में चर्चा हो रही है। मध्य वर्ग का कार का सपना गुजरात से पूरा होगा।जापान के सहयोग से साणंद-चांगोदर के बीच इको फ्रैण्डली सिटी स्थापित की जा रही है, वही धोलेरा में विश्व का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनने की दिशा में प्रगति हुई है। ये उपलब्धियां राज्य के विकास में मदद देंगी। इससे पूर्व टाटा मोटर्स के उपाध्यक्ष रविकान्त ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि प्रशासन का लगातार सहयोग मिलने से वे कम समय में संयत्र चालू कर सके। उल्लेखनीय है कि 7 अक्टूबर 2008 को संयत्र के लिए एमओयू हुआ था।
अंधड़ से प्रेस कांफ्रेंस धुली गुजरात पर चक्रवाती तूफान के मंडरा रहे बादल के कारण संयंत्र का उद्घाटन होने के बाद रतन टाटा की प्रेस कांफ्रेंस होनी थी, लेकिन तेज अंधड़ से उसे रद्द करना पड़ा। अंधड़ के कारण फ्लेक्स व लोअर छत के पतरे उड़ गए।
"पाछा गुजरात मा आव्या" टाटा समूह के अध्यक्ष रतन टाटा ने कहा कि "आपणे गुजरात ना हता अने गुजरात मा पाछा आव्या छे." उन्होंने नैनो में और निवेश करने का आश्वासन देते हुए कहा कि मोदी के साथ दो-तीन अवसर पर बात कहने का मौका मिला।
पहली बार मोदी ने कहा कि आप गुजरात में क्यों नहीं वहीं दूसरे बार उन्होंने निवेशक सम्मेलन में कहा था कि गुजरात के विकास को देखते हुए, जिसने गुजरात में निवेश नहीं किया वह मूर्ख है।तीसरी बार मोदी के साथ मिलकर नैनो का संयत्र लगाने का करार करते हुए कहा कि अब वे मूर्ख नहीं। मोदी ने आश्वासन दिया था कि यह टाटा का प्लांट नहीं हमारा प्लांट होगा।