पूनाः साधु वासवानी मिशन के समारोह में मौजूद रहे मुख्यमंत्री
वासवानी कॉलेज ऑफ नर्सिंग का किया उद्घाटन
नये भारत का निर्माण करें- दादा वासवानी
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के पूना में साधु वासवानी मिशन के प्रमुख दादा जे.पी. वासवानी के ९५वें वर्ष की जन्म जयंती के अभिवादन समारोह में विश्वास जताया कि भारतीय संस्कृति में सेवा की संत शक्ति की महिमा विश्व पर अपना प्रभाव जमाएगी। भारत की संस्कृति में नारी शक्ति के गौरव की महिमा को पुनःप्रस्थापित करने पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति ने प्रेम, सेवाभाव, सहिष्णुता के साथ स्वीकृति एवं जिओ और जीने दो तथा जीने में मददरुप बनने की मानव जाति के कल्याण की विचारधारा विश्व को दी है।इस मौके पर मुख्यमंत्री ने दादा वासवानी से मुलाकात कर आत्मीय सत्संग किया। साधु वासवानी कॉलेज ऑफ नर्सिंग का उद्घाटन कर श्री मोदी ने म्यूजियम में साधु वासवानी के जीवन दर्शन की प्रस्तुति को निहारा। दादा वासवानी के आशीर्वाद से उपकृत हुए श्री नरेन्द्र मोदी ने आध्यात्मिक प्रेम वर्षा की अनुभूति को अनन्य करार दिया। २३ वर्ष पूर्व अमरीका में आयोजित विश्व धर्म परिषद में दादा वासवानी के साथ हुई मुलाकात के संस्मरण को ताजा करते हुए मुख्यमंत्री ने दादा के जीवन की शताब्दी मनाए जाने की प्रार्थना भी की।
श्री मोदी ने भारत की महान परंपरा में राष्ट्र के उत्थान में मातृ शक्ति की महिमा का जिक्र करते हुए कहा कि नारी का सशक्तिकरण, गरिमा तथा शिक्षा से ही भारत का भविष्य उज्जवल रहेगा। उन्होंने कहा कि पश्चिम में सेवाभाव की बजाय इट-ड्रिंक-मेरी की महिमा है जबकि भारत में त्येन त्यक्तेन भुंजिथा का सेवाभाव संस्कृति में आत्मसात है। श्री मोदी ने साधु वासवाणी के पशु-पक्षियों की जीवदया प्रेम को अनन्य बताया। गुजरात द्वारा पशु स्वास्थ्य मेला अभियान के जरिए मूक पशुयों की जीवदया का प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत करने की भूमिका भी उन्होंने पेश की। गुजरात सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि दस वर्ष में कन्या केळवणी (शिक्षा) का सामाजिक आंदोलन सफल बनाया और आज १०० फीसदी कन्याएं स्कूल में प्रवेश लेती हैं।
श्री मोदी का अंतःकरण से स्वागत करते हुए दादा वासवानी ने नये भारत के निर्माण के लिए देश में मूल्य, चरित्र, एकता और प्रेम के वातावरण की अनुभूति कराने का अनुरोध किया।दादा वासवानी ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी की आत्मा संन्यासी की है और राष्ट्र की भक्ति के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया है।