मुख्यमंत्री ने समग्र केन्द्रीय ग्रंथालय की विविध कार्यशैली का निरीक्षण भी किया। नये सचिवालय के ब्लॉक नं ११/२ में स्थित सूचना आयुक्त कार्यालय के आधीन इस केन्द्रीय ग्रंथालय का आरएफआईडी (रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटीफिकेशन) आधारित लाइब्रेरी मैनेजमेंट सिस्टम द्वारा आधुनिकीकरण किया गया है।
सूचना आयुक्त श्री वी. थिरुपुगाज ने मुख्यमंत्री को इस नवसंस्करण की जानकारी से अवगत कराते हुए कहा कि, इस आधुनिक ग्रंथालय के उपयोग के लिए सदस्यों को आरएफआईडी स्मार्ट कार्ड प्रदान किये जाएंगे। इस स्मार्ट कार्ड के जरिए ही कोई सदस्य ग्रंथालय में प्रवेश कर सकता है। ग्रंथालय में रखे गए आरएफआईडी कियोस्क की मदद से सदस्य मनचाही किताब ढूंढकर अपने नाम पर स्वयं पुस्तक प्राप्त कर सकेंगे, जिसकी स्लिप भी सदस्य को कियोस्क से ही उपलब्ध हो जाएगी। इसी तरह पुस्तक लौटाने के लिए ग्रंथालय के मुख्य द्वार के बाहर रखे ऑटोमेटेड बुक ड्रॉप बॉक्स का उपयोग कर बिना ग्रंथालय प्रवेश किये ही पुस्तक जमा करा कर उसकी स्लिप प्राप्त हो सकेगी। ग्रंथालय में बैठकर सन्दर्भ ग्रंथों/पुस्तकों के अभ्यास के लिए सुंदर बैठक व्यवस्था भी की गई है। इतना ही नहीं, इन्टरनेट की सुविधा के साथ १५ कंप्यूटर वाचकों के लिए अलग से रखे गए हैं, जिससे कोई भी वाचक संशोधन व सन्दर्भ के लिए उसका उपयोग कर सकता है।केन्द्रीय ग्रंथालय को नया रूप प्रदान कर इसमें विविध भाषाओं में प्रकाशित पुस्तकें शामिल की गई हैं। फिलहाल, गुजराती, अंग्रेजी और हिन्दी सहित देश की लगभग तमाम भाषाओं की पुस्तकों समेत करीबन ग्यारह हजार विविध श्रेष्ठ पुस्तकें उपलब्ध हैं। गुजरात एवं देश के विविध हिस्सों की कला, संस्कृति और लोकजीवन से संबंधित पुस्तकें भी रखी गईं हैं। इसके अतिरिक्त ग्राम-विकास, आर्थिक नीति, समाज कल्याण, महिला-विकास, व्यक्ति-विकास, सुशासन, पर्यावरण, तत्वज्ञान इत्यादि विषयों सहित देश एवं दुनिया के महानुभावों के जीवन चरित्र भी इस पुस्तकालय में मिल सकेंगे।