अमेरिका और कनाड़ा में बसे गुजराती- भारतीय परिवारों के साथ

मुख्यमंत्री ने विडियो कांफ्रेंस के जरिये किया वार्तालाप

गुजरात ने विकास की क्षमता और सामर्थ्य का विश्व को करवाया दर्शन: भारत को शक्तिशाली बनाने में गुजरात का योगदान: मुख्यमंत्री

अमेरिका - कनाड़ा में गुजरात दिवस के अभूतपूर्व उत्साह में श्री मोदी हुए शामिल

अहमदाबाद:रविवार। मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका और कनाड़ा में गुजरात दिवस मना रहे गुजराती और भारतीय परिवारों के आनन्द में विडियो कांफ्रेंस के जरिये सहभागी होते हुए गुजरात में विकास का श्रेय गुजरात की क्षमता और सामर्थ्य को दिया। भारत को शक्तिशाली बनाने में गुजरात सर्वाधिक योगदान दे रहा है और प्रत्येक गुजराती विश्व में आंख से आंख मिलाकर इसका गौरव ले सके ऐसे गुजरात की विकासयात्रा में सहभागी होने का उन्होंने आह्वान किया।

।      इंडियन-गुजराती कम्युनिटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका के तत्वावधान में अमेरिका और कनाड़ा के बारह प्रमुख शहरों में गुजरात राज्य की ५२ वीं वर्षगांठ मनाई गई थी। भारतीय समय के मुताबिक रविवार सुबह ७ बजे मुख्यमंत्री श्री मोदी ने सेटेलाइट विडियो के माध्यम से एकसाथ शिकागो सहित बारह शहरों में उपस्थित गुजराती और भारतीय परिवारों के साथ गांधीनगर स्थित अपने आवास से वार्तालाप किया। इसका सीधा प्रसारण टीवी केबल चैनलों और मुख्यमंत्री की वेबसाइट से किया गया।

अपने प्रेरक सम्बोधन में श्री मोदी ने कहा कि भारत के विकास के लिए गुजरात का विकास के तहत कई उपलब्धियां हासिल की गई हैं। आप गुजराती हों या ना हों, गुजरात के विकास की चर्चा दुनियाभर में हो रही है और इससे हर कोई प्रभावित है। गुजरात दिवस महोत्सव द्वारा गुजरात के प्रति वतन का प्रेम अभिव्यक्त करने के लिए लोगों को शुभकामनाएं देते हुए श्री मोदी ने कहा कि हमारे देश में निराशा की स्थिति है जिसे बदला जा सकता है। हिन्दुस्तान भी अपने विकास का सामर्थ्य बतलाने के लिए शक्तिशाली है, यह विश्वास गुजरात ने उजागर किया है। हिन्दुस्तान के बाद आजाद हुए देश भी विकास में आगे निकल गए हैं मगर हम पीछे रह गए, ऐसे में परिस्थिति बदलने का मार्ग गुजरात ने दिखलाया है।      गुजरात के शासन की जिम्मेदारी २००१ में उन्होंने सम्भाली थी, तब से आजतक के इतने लम्बे समय तक उनको जिम्मेदारी निभाने और सेवा करने का जो मौका मिला है, इसके लिए श्री मोदी ने जनता के अथाह प्रेम के लिए आभार व्यक्त किया। गुजरात कभी संकुचित स्वार्थ की सीमा में नहीं रहा है। हमारे महान नेता इन्दु चाचा हो या रविशंकर महाराज, महात्मा गांधीजी  हो या सरदार पटेल, श्यामजी कृष्ण वर्मा हो कि सरदार सिंह राणा।

आजादी की जंग में अहिंसक सत्याग्रह और शसस्त्र क्रांति, दोनों विचारधारा में नेतृत्व गुजरात ने लिया था। इस महान विरासत के सपने साकार करने के लिए उन्होंने गुजरात की भूमि की सेवा के लिए सभी से योगदान का अनुरोध किया।

गुजरात अब ग्लोबल कम्युनिटी और ग्लोबल डेस्टिनेशन बनाया गया है, इसका उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुजरात के बारे में झूठ फैलानेवालों के प्रति गुजराती के मन में आक्रोश पनपता है। क्योंकि विनाशक भुकम्प और उससे पहले की आफतों में से गुजरात ने अपनी विकासयात्रा को आगे बढ़ाया और उन्हीं साधनों-व्यवस्था के बावजूद राज्य को हम विकास की ऊंचाई पर ले गए हैं। दस साल पहले गुजरात की अर्थव्यवस्था ६५०० करोड़ के घाटेवाली थी। आज गुजरात एक भी पैसे का कर डाले बगैर खर्च घटाकर पारदर्शी प्रशासन के कारण लाभ की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बन गया है। अर्थव्यवस्था की दृष्टि से यह उपलब्धि है।      गुजरात का विकास संतुलित अर्थव्यवस्था की तीन आधार स्तम्भों पर हो रहा है। इसकी रूपरेखा में श्री मोदी ने कहा कि कृषि, उद्योग और सर्विस क्षेत्र का एकसमान विकास इस सरकार ने किया है। औद्योगिक विकास की छलांग के बावजूद कृषियोग्य बुवाई क्षेत्र १०८ लाख हैक्टेयर से बढ़कर १४५ हो गया है, मतलब ३७ लाख हैक्टेयर बढ़ा है। उद्योगों को रेगिस्तानी क्षेत्रों और समुद्री तट पर विकसाया गया है।

भारत में सिर्फ ३ प्रतिशत कृषि की विकास दर है जबकि गुजरात ने ११ प्रतिशत की विकास दर को बरकरार रखा है। कृषि उत्पादन १४,७०० करोड़ से बढ़कर ९८,००० करोड़ तक पहुंच गया है। बागायती खेती में उत्पादन ६० लाख टन से बढ़कर १८० लाख टन हो गया है। दूध में एक ही दशक में ६८ प्रतिशत उत्पादन बढ़ा है। दूध की प्रथम श्वेत क्रांति की सफलता के  बाद गुजरात दूध जैसे सफेद कपास की दूसरी श्वेत क्रांति कर रहा है। केले, आलू, प्याज और अरन्डी के उत्पादन में गुजरात ने वैश्विक औसत से ज्यादा बढ़ोतरी की है। जलसंचय अभियान के जरिये गुजरात वैल्यु ऎडिशन एग्रीकल्चर द्वारा विश्व के बाजारों तक पहुंच गया है। मेन्युफेक्चरिंग क्षेत्र में गुजरात चीन के साथ मुकाबले में है और मोरबी के सिरामिक उद्योग ने चीन को भी मात दी है।      वाईब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट २०११ में अमेरिका की ५० जितनी कंपनियों ने १५००० करोड़ से भी ज्यादा के निवेश करार किये थे और गुजरात में सबसे ज्यादा फॉरेन डिरेक्ट इंवेस्टमेंट अमेरिका का है। इसका उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि अमेरिका और कनाड़ा की अर्थव्यवस्था में गुजरातियों का योगदान महत्वपूर्ण बन गया है। गुजरात में वाईब्रेंट समिट के पांच चरण में ८७० बिलियन डॉलर का निवेश हुआ है। गुजरात में पर्यटन क्षेत्र का औसत विकास १६ प्रतिशत हुआ है जबकि राष्ट्रीय औसत १० ही है। भारत में कुल रोजगार का ७८ प्रतिशत रोजगार अकेला गुजरात देता है। गुजरात ने टेक्नोलॉजी द्वारा पारदर्शी शासन देकर उपलब्धियां हासिल की हैं।      जनसुविधाओं की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में नर्मदा केनाल और २२०० किलोमीटर पाइपलाइन द्वारा ९००० गांवों और १२१ शहरों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया जाता है। गैस ग्रीड से सीएनजी परिवहन और गृह उपयोगी गैस कनेक्शन देने में गुजरात ने पहल की है। राज्य में एक दशक पहले ४ प्रतिशत घरों में ही नल कनेक्शन थे जबकि आज यह संख्या ७६ प्रतिशत हो गई है। ४६ लाख घरों में शौचालय नहीं थे, इस सरकार ने ४४ लाख शौचालयों का निर्माण करवाया है। सिर्फ ४ गांव ही निर्मल ग्राम थे मगर अब ४४३४ गांव निर्मल हैं। माता मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर घटी है। गुजरात की १०८ इमरजेंसी सेवा अमेरिका की इस तरह की सेवा से सस्ती है और तेज भी।

गुजरात में मेडिकल, इंजिनियरिंग कोलेजों की सीटों में अनेक गुणा इजाफा हुआ है। आईटीआई और स्कील डवलपमेंट टेक्निकल एज्युकेशन की सुविधाओं की भी श्री मोदी ने भुमिका पेश की। श्री मोदी ने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क उत्तर गुजरात के रेगिस्तानी तट पर आकार ले रहा है। अब तो नर्मदा केनाल टॉप पर सोलर पेनल से सौर ऊर्जा द्वारा बिजली पैदा करने की क्रांतिकारी दिशा अपनाई गई । ज्योतिग्राम की २४*७ थ्री फेज बिजली से ब्रॉडबैण्ड कनेक्टिविटी द्वारा १८,००० गांवों को जोड़कर आर्थिक-सामाजिक बदलाव लाने में गुजरात ने देश को दिशा दिखाई है। श्री मोदी ने कहा कि गुजरात के १६०० किलोमीटर समुद्रतट पर नया आधुनिक गुजरात आकार ले रहा है। धोलेरा एसआईआर तो चीन के शंघाई से ज्यादा विशाल बनेगा।

श्री मोदी ने गुजरात में मेन्युफेक्चरिंग क्षेत्र में जीरो डिफेक्ट, उद्योगों में जीरो मेण्डेज लोस, जीरो पावर कट, शिक्षा में जीरो ड्रॉपआउट,आतंकवाद में जीरो टोलरेंस और कृशि में वैल्यु ऎडिशन का विजन भी स्पष्ट किया।      श्री मोदी ने कहा कि गुजरात की विकासयात्रा में सभी को सुख, शांति और समृद्धि के सपने साकार होते नजर आते हैं और हिन्दुस्तानभर से रोजीरोटी हासिल करने के लिए सैकड़ो लोग गुजरात आकर बस गए हैं। गुजरातियों की शांति-एकता की ताकत से गुजरात आगे बढ़ रहा है। ऐसे में विश्व में गुजरातियों का गौरव जागे और सभी गुजरात के लिए अपना योगदान दे यह१ अपील श्री मोदी ने की।

प्रारम्भ में निरंजन शाह ने शिकागो से गुजरात के विकास में श्री मोदी के नेतृत्व की सराहना कर भारत में उदाहरणीय विकास मॉडल का श्रेय श्री मोदी को दिया।

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प्रधानमंत्री 24 नवंबर को 'ओडिशा पर्व 2024' में हिस्सा लेंगे
November 24, 2024

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 24 नवंबर को शाम करीब 5:30 बजे नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 'ओडिशा पर्व 2024' कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस अवसर पर वह उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।

ओडिशा पर्व नई दिल्ली में ओडिया समाज फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक प्रमुख कार्यक्रम है। इसके माध्यम से, वह ओडिया विरासत के संरक्षण और प्रचार की दिशा में बहुमूल्य सहयोग प्रदान करने में लगे हुए हैं। परंपरा को जारी रखते हुए इस वर्ष ओडिशा पर्व का आयोजन 22 से 24 नवंबर तक किया जा रहा है। यह ओडिशा की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करते हुए रंग-बिरंगे सांस्कृतिक रूपों को प्रदर्शित करेगा और राज्य के जीवंत सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक लोकाचार को प्रदर्शित करेगा। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख पेशेवरों एवं जाने-माने विशेषज्ञों के नेतृत्व में एक राष्ट्रीय सेमिनार या सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।