६७वां आजादी पर्वः कच्छ जिला
गुजरात के साथ दुश्मन देश की तरह व्यवहार करती है केन्द्र सरकारः श्री मोदी
हिन्दुस्तान मजबूत राज्यों के स्तंभ पर खड़ा है, राज्यों को राजनीतिक द्वेषभाव से कमजोर ना रखा जाए
विशाल युवाशक्ति का मुख्यमंत्री ने किया अभिवादन
गुजरात सरकार ने आजादी के पर्व को विकास का पर्व बनाया है राष्ट्रीय पर्व मनाने में जनशक्ति ने भागीदारी सार्थक की है
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लोकतंत्र के आधार स्तंभ राज्यों को कमजोर रखने और गुजरात के साथ दुश्मन देश के राज्य जैसा व्यवहार करने के लिए केन्द्र सरकार के प्रति आक्रोश जताया है।आजादी पर्व के राज्य स्तरीय समारोह के मौके पर भुज में स्वामी विवेकानंद विकास परिषद में श्री मोदी ने कहा कि हिन्दुस्तान मजबूत राज्यों के स्तंभों पर खड़ा लोकतंत्र है। यह राज्य स्तंभ मजबूत होंगे तो ही देश मजबूत बनेगा।किसी राज्य को कमजोर रखने की मानसिकता से भारतमाता कमजोर होगी। जो लोग दिन-रात गुजरात को बदनाम करने के षड़्यंत्र करते हैं और गुजरात सरकार के खिलाफ झूठ फैलाते हैं उनको चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली के शहंशाहों को समझ लेना चाहिए कि दिसंबर-२०१२ में गुजरात की जनता की परीक्षा में हम डिस्टिंक्शन के साथ पास हुए हैं। उन्होंने कहा कि अब तो २०१४ में तुम्हें जनता को हिसाब देना होगा। तुमने क्या किया है और किसने किसके लिए क्या किया है, यह देश की जनता अब जानती है। देश में एक ओर निराशा का वातावरण है लेकिन दूसरी ओर गुजरात आशा के सपने लेकर संकल्पबद्ध है।
१९ वर्ष से ऊपर का कोई भी युवा मतदाता के तौर पर पंजीकरण कराने से वंचित न रहे। इसका आह्वान करते हुए श्री मोदी ने कहा कि प्रत्येक युवा को १९ वर्ष में मताधिकार हासिल कर ही लेना चाहिए। १९ वर्ष से ऊपर की आयु के हर व्यक्ति में मतदाता बनने का कर्तव्य भाव जगाने की श्री मोदी ने अपील की। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर कच्छ जिले में आजादी पर्व के राज्य स्तरीय समारोह के मौके पर आज कच्छ यूनिवर्सिटी के प्रांगण में स्वामी विवेकानंद युवा विकास परिषद आयोजित की गई थी। कच्छ की विशाल युवाशक्ति का अभिवादन करते हुए श्री मोदी ने कहा कि राष्ट्र जीवन में आजादी की जंग के इतिहास की हर घटना की महिमा होती है। नये इतिहास के अंकुर उसी में से फुटते हैं और भारत की आजादी का पर्व देश के कोटि-कोटि जन में प्रेरणा का अवसर बनना चाहिए। गुजरात सरकार ने पिछले १२ वर्ष में आजादी के पर्व को विकास का पर्व बनाकर इसमें जनशक्ति को शामिल किया है।जनशक्ति को देशभक्ति के अवसर की प्रेरणा देते हुए श्री मोदी ने कहा कि अपना जिला स्वच्छ रखें, छोटे से छोटे व्यक्ति भी भलाई का जो भी कार्य करे वह देशभक्ति ही है। गांधी जी ने आजादी के आंदोलन में प्रत्येक व्यक्ति को छोटे कार्यों में से देशभक्ति की प्रेरणा दी थी। प्रत्येक व्यक्ति में संवेदना जागे तो कुछ अच्छा करने की अंतःप्रेरणा जागृत होती है। हममें कर्तव्य भाव की प्रेरणा जागे यही देशभक्ति है।
विवेकानंद जी की १५०वीं जयंती के वर्ष में कर्तव्य भाव से देश और समाज के लिए संवेदनशील बनने की युवाओं को प्रेरणा देते हुए श्री मोदी ने कहा कि आजादी के आंदोलनकारियों की तरह देश की गुलामी से मुक्ति के लिए मर-मिटने का सौभाग्य तो हमें नहीं मिला है लेकिन कर्तव्य भावना से देश के लिए जीने का सौभाग्य हमें मिला है। इस सरकार ने विकास कार्यों के साथ ही जनशक्ति के लोक शिक्षण को भी शामिल किया है। इसका उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि कच्छ जिले में आजादी के पर्व को विकास पर्व के तौर पर मनाने के सिलसिले में ८४० करोड़ रुपये के ४८०० विकास कार्यों के लोकार्पण और भूमिपूजन के कार्य संपन्न हुए हैं।
इस देश के युवाओं को रोजगार मिले, इसके लिए स्किल डेवलपमेंट का अभियान गुजरात ने चलाया है। देश के कोने-कोने से आने वाले युवाओं को रोजगार देने में गुजरात आगे है। सबसे कम बेरोजगारी गुजरात में है और विकास में सबसे ज्यादा योगदान गुजरात ने दिया है। कच्छ का रेगिस्तान पहले भी था, लेकिन कच्छ का रणोत्सव आयोजित कर पर्यटन द्वारा रोजगार विकसित करने का कार्य गुजरात ने कर दिखाया है।
कार्यक्रम में राज्य मंत्री परवतभाई पटेल, सांसद पूनमबेन जाट, जिला पंचायत प्रमुख त्रिकमभाई छांगा, नगरपालिका प्रमुख श्रीमती हेमलताबेन गोर, विधायक वासणभाई आहिर, नीमाबेन आचार्य, वाघजीभाई पटेल, रमेशभाई महेश्वरी, ताराचंदभाई छेड़ा, मुख्य सचिव वरेश सिन्हा, अतिरिक्त मुख्य सचिव एस.के. नंदा, सचिव भाग्येश झा, कलक्टर हर्षद पटेल, डीडीओ भालारा, उप कुलपति प्रज्ञेश दवे, अग्रणी पंकजभाई मेहता सहित काफी युवा मौजूद थे।