विधानसभा अध्यक्ष के रूप में श्री वजूभाई वाळा की सर्वसम्मति से नियुक्ति पर मुख्यमंत्री ने दी बधाई
४५ वर्ष के सार्वजनिक जीवन के सुदीर्घ योगदान एवं सदन तथा सरकार में श्री वाळा के कुशल प्रशासन की प्रशंसा
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को गुजरात विधानसभा अध्यक्ष के रूप में सर्वसम्मति से मनोनीत श्री वजूभाई रूड़ाभाई वाळा को हार्दिक अभिनंदन और शुभकामनाएं दीं।मुख्यमंत्री ने श्री वजूभाई वाळा के ४५ वर्ष के सुदीर्घ व सक्रिय योगदान को गौरवपूर्ण करार देते हुए कहा कि, श्री वाळा ने अपने इस लम्बे सार्वजनिक जीवन के दौरान सदन के भीतर व अन्य रूप में भी तमाम तरह की जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन किया है। जनजीवन में निष्ठावान नेता के तौर पर ही नहीं बल्कि कुशल प्रशासक के रूप में भी उन्होंने अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बतौर वरिष्ठ मंत्री वे गुजरात सरकार के चालकबल रहे हैं और उनके नाम कई रिकार्ड दर्ज हैं, यह कोई मामूली उपलब्धि नहीं है। श्री वजूभाई वाळा की विशिष्ठ विनोदवृत्ति की तारीफ करते हुए श्री मोदी ने कहा कि, कठिन से कठिन परिस्थिति के दरमियान भी अपनी विनोद शैली के जरिए तनावपूर्ण माहौल को हलका बनाने में श्री वाळा सफल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर हर्ष व्यक्त किया कि विधानसभा अध्यक्ष के रूप में श्री वाळा की सर्वसम्मति से नियुक्ति करने में विपक्ष के मित्रों ने भी सदन की उच्च परंपरा के मुताबिक अपना योगदान दिया। उन्होंने विश्वास जताया कि इस उच्चतम वैधानिक पद पर श्री वाळा के विराजने से आगामी पांच वर्षों तक गृह के कुशल संचालन के साथ ही कुछ हल्के-फुल्के पलों की अनुभूति भी होती रहेगी।
१३वीं विधानसभा के प्रथम सत्र के प्रारंभ होने के मौके पर मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों को अभिनंदन देते हुए कहा कि आज २३ जनवरी को सुभाषचंद्र बोस की जन्मजयंती का अवसर है। भारत की आजादी के संग्राम में श्री सुभाषचंद्र बोस का योगदान अनोखा रहा है। श्री बोस को आदरांजलि देने के साथ ही उन्होंने अभिलाषा व्यक्त की कि यह विधानगृह उज्जवल परंपराओं का यशभागी बने।