"In 2003 Goldman Sachs led by Mr. Jim O’Neill predicted that BRIC Nations would overtake G-6 by 2050. World was taken aback and we were pleasantly surprised: Shri Modi"
"Unfortunately India has not been able to grow upto its full potential. In the last decade, nation has been stuck in uncertain and uneven growth: CM"
"We insisted on transparency, openness and people’s participation from the very beginning: Shri Modi"
"Overall idea was to move from Government to Governance, from rules and acts to responsible action: Shri Modi"
"Our innovations in the social sector and progress on HDI parameters have been appreciated far and wide: Shri Modi"
"We are working with the motto of Gujarat’s growth for India’s growth. We know that India cannot develop unless the States develop: Shri Modi"

 

वाइब्रेंट गुजरात लेक्चर सीरीज

विषयवस्तु : भारत अधिकतम आर्थिक सम्भावनाएं साकार करे

लकवाग्रस्त नीतियों और कुशासन से भारत ने एक पूरा दशक खो दिया है  : श्री मोदी

राष्ट्रीय नीतियों में गुणात्मक परिवर्तन लाएंगे तो भारत की अर्थव्यवस्था चुनौतियों से निपट लेगी

वैश्विक अर्थव्यवस्था के विशेषज्ञ जिम आर्निल और जितेन्द्र गढिया के साथ संवाद सत्र

मुख्यमंत्री, मंत्रिमंडल, सामाजिक हितचिंतकों और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति

जिम आर्निल :

भारत की अर्थव्यवस्था के सामने

दस महत्वपूर्ण समस्याएं हैं-

  • शासन सुधार

  • आधारभूत शैक्षणिक उपलब्धियों को और ऊंचाईयों तक ले जाना

  • युनिवर्सिटियों का संख्यामूलक और गुणवत्तामूलक संवर्धन करना

  • मुद्रा स्फिती और महंगाई को नियंत्रित रखने के लक्ष्य को साकार करना

  • फिस्कल पॉलिसी की विश्वसनीयता का अमल करना और इसके लिए मध्यसत्र व्यूहरचना बनाना

  • वित्तीय बाजारों का उदारीकरण

  • कृषि उत्पादकता बढ़ाना

  • अंतरढांचागत सुविधा को ऊंचे ले जाना

  • पर्यावरणीय सुविधा को बढ़ाना

भारत में विश्व के परिपेक्ष्य में आर्थिक विकास की सम्भावनाएं प्रबल हैं - जितेन्द्र गढिया

वैश्विक अर्थव्यवस्था के विशेषज्ञ जिम आर्निल ने आज गांधीनगर में वाइब्रेंट गुजरात लेक्चर सीरीज के संवाद सत्र में व्याख्यान देते हुए कहा कि सम्पूर्ण आर्थिक सम्भावनाओं को सफल बनाने के लिए भारत के समक्ष दस महत्वपूर्ण चुनौतियां हैं और इनसे निपटने के लिए भारत में क्षमता है।

मुख्यमंत्री के प्रेरणास्त्रोत से गुजरात से गुजरात सरकार द्वारा वाइब्रेंट गुजरात लेक्चर सीरीज की तीसरी व्याख्यानमाला आयोजित की गई है। आज सचिवालय स्वर्णिम संकुल के साबरमती ऑडिटोरियम में वैश्विक अर्थव्यवस्था के विशेषज्ञ जिम आर्निल और जितेन्द्र गढिया के साथ संवाद सत्र आयोजित किया गया था जिसका विषय- भारत अधिकतम आर्थिक सम्भावनाएं साकार करे था।

इस व्याख्यानमाला के अवसर पर मुख्यमंत्री, मंत्रिमंडल के सदस्य, प्रशासनिक अधिकारी और आमंत्रित महानुभाव मौजूद रहे। जिम आर्निल ने भारतीय अर्थव्यवस्था की सभी सम्भावनाओं को सफल बनाने के लिए वैश्विक अर्थव्यवस्था के व्यापक परिपेक्ष्य में भारत के सामने दस महत्वपूर्ण चुनौतियों का निरूपन किया।

उन्होंने कहा कि 2050 की भारत की अर्थव्यवस्था की सम्भावनाओं के समक्ष जो चुनौतियां हैं उनमें- शासन सुधार, आधारभूत शैक्षणिक उपलब्धियों को और ऊंचाईयों तक ले जाना ,युनिवर्सिटियों का संख्यामूलक और गुणवत्तामूलक संवर्धन करना ,मुद्रा स्फिती और महंगाई को नियंत्रित रखने के लक्ष्य को साकार करना ,फिस्कल पॉलिसी की विश्वसनीयता का अमल करना और इसके लिए मध्यसत्र व्यूहरचना बनाना ,वित्तीय बाजारों का उदारीकरण ,कृषि उत्पादकता बढ़ाना ,अंतरढांचागत सुविधा को ऊंचे ले जाना और पर्यावरणीय सुविधा को बढ़ाना शामिल है।

भारत की जनशक्ति विकास के लिए लाभदायक है इसका उल्लेख करते हुए श्री आर्निल ने कहा कि इस डेमोक्रेटिक एडवांटेज का महत्तम विनियोग वर्किंग फोर्स के रूपांतरण में इस तरह करना चाहिए कि जो सम्पदा की वृद्धि के परिणाम दर्शाए।

भारत के पास अर्थव्यवस्था के सुधार के लिए चुनौतियां तो हैं मगर अवसर भी हैं। उन्होंने सिगापोर और साउथ अफ्रिका की सुदृढ़ अर्थव्यवस्था का उदाहरण देकर गुजरात के सफल विकास उपक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था के सामने जो दस चुनौतियां हैं उनको कैसे झेला जा सकता है इसकी दिशा गुजरात करवा रहा है।

श्री आर्निल ने बीआरआईसी देशों जिसमें ब्राजील, रशिया, इंडिया, और चीन शामिल हैं, वह 2050 में जी 6 देशों से आगे निकल जाएंगे इसका संशोधन 2003 में किया था। इस भविष्यवाणी से सभी को अचरज हुआ था। इस सन्दर्भ में मुख्यमंत्री श्रीनरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत भी चीन की तरह आर्थिक सम्भावनाओं को साकार करने में सक्षम है। परंतु पिछला एक दशक दुर्भाग्य से अनिश्चित और असमान विकास का रहा है जिसकी वजह लकवाग्रस्त नीतियां और कुशासन है। हमने एतिहासिक अवसर को खो दिया है।

भारत की फेडरल स्टेट इकॉनॉमी के सन्दर्भ में गुजरात जैसे राज्य को श्री आर्निल ने संशोधन करके अनेक मामलों में सफल बतलाया है। भारत के विकास के लिए गुजरात का विकास का विजन पंचामृत विकास शक्तियों के आधार पर साकार किया गया है। इसकी भूमिका में श्री मोदी ने कहा कि भारत के सभी राज्यों की विकास उपलब्धियों को ध्यान में रखते हुए विकसित भारत के विजन के लिए हमारी राष्ट्र नीतियां बनाएंगे तो भारत भी सम्पूर्ण आर्थिक सम्भावनाओं को साकार कर सकेगा। उन्होंने कहा कि श्री आर्निल के अभिगम के साथ गुजरात की वर्तमान सरकार के नये अभिनव आयाम और उपलब्धियों में काफी समानता है।

श्री मोदी ने कहा कि गुजरात को 2001 में विनाशक भूकम्प के बाद पुनर्वास कार्यों द्वारा तेजी से उबारा गया। राज्य में पुनर्वास की जनभागीदारी ही नहीं बल्कि ई गवर्नेंस, राज्य की सार्वजनिक इकाईयों का पुनर्गठन, लाभदायक पीएसयु में रुपांतरण, सुशासन, व्यवस्थापन, सरकार के सुशासन की ओर से गतिशीलता, नियमों और कानूनों का पालन किया गया है। दस साल में पंचामृत विकास शक्तियों की आधारशिला पर किया गया बीजारोपण आज वटवृक्ष बन चुका है।

श्री मोदी ने इसका उल्लेख करते हुए कहा कि मानव विकास सूचकांक और सामाजिक ढांचागत क्षेत्रों के पेरामीटर्स और नये आयामों की व्यापक स्तर पर प्रशंसा हो रही है। संयुक्त राष्ट्र संघ, विश्व बैंक कापाम सहित कई अंतरराष्ट्रीय अवार्ड गुजरात को मिले हैं, इसका उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि नये युग के शिक्षण के लिए विजन अपनाकर गुजरात ने न्यु एज युनिवर्सिटियां स्थापित की है और आधारभूत प्राथमिक शिक्षा से लेकर कन्या केलवणी जैसे क्रांतिकारी अभियान सफलतापूर्वक चलाए हैं। गुजरात में तकनीकी शिक्षा में 6 गुणा और युनिवर्सिटियों में चार गुणा बढोतरी हुई है। इसी साल विश्व की गणमान्य अंतरराष्ट्रीय 120 युनिवर्सिटियों और 52 राष्ट्रीय युनिवर्सिटियों के साथ उच्च शिक्षा को ज्यादा ओजस्वी बनाने के लिए गुजरात ने सहयोग किया है

गुजरात सरकार द्वारा दस साल में वित्तीय अनुशासन और वित्तीय व्यवस्थापन सुचारु बनाकर घाटेवाली अर्थव्यवस्था को लाभ वाली अर्थव्यवस्था बनाए जाने, ढांचागत सुविधाओं के लिए वैश्विक उत्तम मापदंड अपनाए जाने की जानकारी भी मुख्यमंत्री ने दी। उन्होंने कहा कि गुजरात ने फिस्कल रिस्पॉंसिबिलिटी एक्ट बनाया और गैर जरूरी खर्च को घटाने में सफलता पाई है। गुजरात देश में प्रथम बार निर्यात नीति ला रहा है। गुजरात सरकार ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट आयोजित करने की नवीन प्रणाली शुरु की और 121 जितने देश इसमें शामिल हुए। इसका उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात अब ग्लोबल इकॉनॉमी हब बन चुका है। कृषि विकास की लगातार एक दशक से जारी 10 प्रतिशत दर, जल व्यवस्थापन, पशु स्वास्थ्य से समग्र कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को नया रूप दिया गया है। कृषि महोत्सव, पशु स्वास्थ्य मेले और सूक्ष्म सिंचाई के नये आयामों का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुजरात ने सबसे बड़ा सोलर पार्क स्थापित किया है और यह केपिटल ऑफ सोलर एनर्जी बनने में सक्षम है।

उन्होंने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप का ढांचागत सुविधा का मॉडल स्थापित किए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि पोर्ट लैंड डवलपमेंट एंड कोस्टल डवलपमेंट के एसआईआर के साथ गुजरात पर्यावरण का भी खयाल रख रहा है। प्राकृतिक सम्पदा का उत्पादकीय और मितव्ययता से उपयोग करने वाला और कार्बन क्रेडिट की सबसे ज्यादा आय हासिल करने वाला राज्य गुजरात बना है। गुजरात का विकास भारत के विकास के लिए है, यह संकल्प साकार कर राज्य विकसित बनेंगे तो देश विकसित बनेगा। विशेषज्ञ जितेन्द्र गढिया ने ब्रिक देशों के विभिन्न क्षेत्रों की आर्थिक विकास दर में आ रहे उतार- चढावों और उसके कारणों की विवेचना की।

वर्ल्ड बैंक द्वारा 185 देशों के करवाए गए सर्वे में भारत सहित ब्रिक राष्ट्रों के स्थान के बारे में भी उन्होंने प्रस्तुतिकरण किया। उन्होंने भारत में आर्थिक क्षेत्र और अर्थव्यवस्था की सभी सम्भावनाओं को सफल बनाने के अवसरों की चर्चा की। राज्य सरकार के वित्त विभाग के अग्र सचिव हसमुख अढिया ने संवाद सत्र का संचालन किया।

Explore More
140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी

लोकप्रिय भाषण

140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी
Ayushman driving big gains in cancer treatment: Lancet

Media Coverage

Ayushman driving big gains in cancer treatment: Lancet
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
आज भारत का युवा नए आत्मविश्वास से भरपूर, हर सेक्टर में लहरा रहा अपना परचम: पीएम मोदी
December 23, 2024
रोजगार मेले युवाओं को सशक्त बना रहे हैं और उनकी क्षमताओं को सामने ला रहे हैं, नवनियुक्त लोगों को शुभकामनाएं: प्रधानमंत्री
आज भारत का युवा नए आत्मविश्वास से परिपूर्ण है, हर क्षेत्र में सफलता प्राप्‍त कर रहा है: प्रधानमंत्री
नए भारत के निर्माण के लिए देश दशकों से एक आधुनिक शिक्षा प्रणाली की आवश्‍यकता महसूस कर रहा था; राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्‍यम से देश अब उस दिशा में आगे बढ़ चुका है: प्रधानमंत्री
हमारा प्रयास महिलाओं को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है: प्रधानमंत्री

नमस्कार !

केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगीगण, देश के कोने-कोने में उपस्थित अन्य महानुभाव, और मेरे युवा साथियों,

मैं कल देर रात ही कुवैत से लौटा हूं… वहां मेरी भारत के युवाओं से, प्रोफेशनल्स से लंबी मुलाकात हुई, काफी बातें हुईं। अब यहां आने के बाद मेरा पहला कार्यक्रम देश के नौजवानों के साथ हो रहा है। ये एक बहुत ही सुखद संयोग है। आज देश के हजारों युवाओं के लिए, आप सबके लिए जीवन की एक नई शुरुआत हो रही है। आपका वर्षों का सपना पूरा हुआ है, वर्षों की मेहनत सफल हुई है। 2024 का ये जाता हुआ साल आपको, आपके परिवारजनों को नई खुशियां देकर जा रहा है। मैं आप सभी नौजवानों को और आपके परिवारों को अनेक-अनेक बधाई देता हूं।

साथियों,

भारत के युवाओं के सामर्थ्य और प्रतिभा का भरपूर उपयोग हमारी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। रोजगार मेलों के जरिए हम लगातार इस दिशा में काम कर रहे हैं। पिछले 10 वर्षों से सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और संस्थाओं में सरकारी नौकरी देने का अभियान चल रहा है। आज भी 71 हजार से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। बीते एक डेढ़ साल में ही लगभग 10 लाख युवाओं को हमारी सरकार ने पक्की सरकारी नौकरी दी है। ये अपने आप में बहुत बड़ा रिकॉर्ड है। पहले की किसी भी सरकार के समय इस तरह मिशन मोड में युवाओं को भारत सरकार में पक्की नौकरी नहीं मिली है। लेकिन आज देश में न केवल लाखों युवाओं को सरकारी नौकरियाँ मिल रही हैं बल्कि ये नौकरियां पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ दी जा रही हैं। मुझे खुशी है कि इस पारदर्शी परंपरा से आए युवा भी पूरी निष्ठा और ईमानदारी से राष्ट्र की सेवा में जुट रहे हैं।

साथियों,

किसी भी देश का विकास उसके युवाओं के श्रम, सामर्थ्य और नेतृत्व से होता है। भारत ने 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लिया है। हमें इस संकल्प पर भरोसा है, इस लक्ष्य की प्राप्ति का विश्वास है। वो इसलिए, क्योंकि भारत में हर नीति, हर निर्णय के केंद्र में भारत का प्रतिभाशाली युवा है। आप पिछले एक दशक की पॉलिसीज़ को देखिए, मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत अभियान, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, ऐसी हर योजना युवाओं को केंद्र में रखकर बनाई गई है। भारत ने अपने स्पेस सेक्टर में नीतियां बदलीं, भारत ने अपने डिफेंस सेक्टर में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया और इसका सबसे ज्यादा लाभ भारत के युवाओं को हुआ। आज भारत का युवा, नए आत्मविश्वास से भरा हुआ है। वो हर सेक्टर में अपना परचम लहरा रहा है। आज हम दुनिया की 5th largest economy बन गए हैं। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप eco-system बन गया है। आज जब एक युवा अपना स्टार्टअप शुरू करने का फैसला करता है, तो उसे एक पूरा इकोसिस्टम अपने साथ सहयोग के लिए मिलता है। आज जब कोई युवा स्पोर्ट्स में करियर बनाने का प्लान करता है, तो उसे ये विश्वास होता है कि वो असफल नहीं होगा। आज स्पोर्ट्स में ट्रेनिंग से लेकर टूर्नामेंट तक, हर कदम पर युवाओं के लिए आधुनिक व्यवस्थाएं बन रही हैं। आज कितने ही सेक्टर्स में हम complete transformation देख रहे हैं। आज भारत mobile manufacturing में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन चुका है। आज रिन्यूबल एनर्जी से लेकर ऑर्गेनिक फार्मिंग तक, स्पेस सेक्टर से लेकर डिफेंस सेक्टर तक, टूरिज्म से लेकर वेलनेस तक, हर सेक्टर में अब देश नई ऊंचाइयां छू रहा है, नए अवसरों का निर्माण हो रहा है।

साथियों,

हमें देश को आगे बढ़ाने के लिए युवा प्रतिभा को निखारने की जरूरत होती है। ये ज़िम्मेदारी देश की शिक्षा व्यवस्था पर होती है। इसीलिए, नए भारत के निर्माण के लिए देश दशकों से एक आधुनिक शिक्षा व्यवस्था की जरूरत महसूस कर रहा था। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के जरिए देश अब उस दिशा में आगे बढ़ चुका है। पहले पाबंदियों के कारण जो शिक्षा व्यवस्था छात्रों पर बोझ बन जाती थी, वो अब उन्हें नए विकल्प दे रही है। अटल टिंकरिंग लैब्स और आधुनिक पीएम-श्री स्कूलों के जरिए बचपन से ही इनोवेटिव माइंडसेट को गढ़ा जा रहा है। पहले ग्रामीण युवाओं के लिए, दलित, पिछड़ा, आदिवासी समाज के युवाओं के लिए भाषा एक बहुत बड़ी दीवार बन जाती थी। हमने मातृभाषा में पढ़ाई और एक्जाम की पॉलिसी बनाई। आज हमारी सरकार युवाओं को 13 भाषाओं में भर्ती परीक्षाएं देने का विकल्प दे रही है। बॉर्डर जिले के युवाओं को ज्यादा मौका देने के लिए हमने उनका कोटा बढ़ा दिया है। आज बॉर्डर एरियाज के युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी देने के लिए विशेष भर्ती रैलियां की जा रही हैं। आज ही यहाँ Central Armed Police Forces में 50 हजार से ज्यादा युवाओं को भर्ती का नियुक्ति पत्र मिला है। मैं इन सभी नौजवानों को विशेष रूप से अपनी शुभकामनाएं देता हूं।

साथियों,

आज चौधरी चरण सिंह जी की जन्म जयंती भी है। ये हमारी सरकार का सौभाग्य है कि हमें इसी साल चौधरी साहब को भारत रत्न से सम्मानित करने का अवसर मिला। मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। आज के दिन को हम किसान दिवस के रूप में मनाते हैं। इस अवसर पर मैं देश के सभी किसानों को, अन्नदाताओं को नमन करता हूं।

साथियों,

चौधरी साहब कहते थे, भारत की प्रगति तभी हो सकेगी, जब भारत के ग्रामीण क्षेत्र की प्रगति होगी। आज हमारी सरकार की नीतियों और निर्णयों से ग्रामीण भारत में भी रोजगार और स्वरोजगार के नए मौके बन रहे हैं। एग्रीकल्चर सेक्टर में बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिला है, उन्हें अपने मन का काम करने के लिए मौका मिला है। जब सरकार ने गोबरधन योजना के तहत देश में सैकड़ों गोबरगैस प्लांट बनाए, तो इससे बिजली तो पैदा हुई ही, हजारों नौजवानों को नौकरी भी मिली। जब सरकार ने देश की सैकड़ों कृषि मंडियों को ई-नाम योजना से जोड़ने का काम शुरू किया, तो इससे भी नौजवानों के लिए रोजगार के अनेक नए अवसर बने। जब सरकार ने इथेनॉल की ब्लेडिंग को 20 परसेंट तक बढ़ाने का फैसला किया, तो इससे किसानों को मदद तो हुई ही, शुगर सेक्टर में नई नौकरी के भी मौके बने। जब हमने 9 हजार के लगभग किसान उत्पाद संगठन बनाए, FPO's बनाए तो इससे किसानों को नया बाजार बनाने में मदद मिली और ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार भी बने। आज सरकार अन्न भंडारण के लिए हजारों गोदाम बनाने की दुनिया की सबसे बड़ी योजना चला रही है। इन गोदामों का निर्माण भी बड़ी संख्या में रोजगार और स्वरोजगार के मौके लाएगा। अभी कुछ ही दिन पहले सरकार ने बीमा सखी योजना शुरू की है। सरकार का लक्ष्य देश के हर नागरिक को बीमा सुरक्षा से जोड़ने का है। इससे भी बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के मौके बनेंगे। ड्रोन दीदी अभियान हो, लखपति दीदी अभियान हो, बैंक सखी योजना हो, य़े सारे प्रयास, ये सारे अभियान हमारे कृषि क्षेत्र में, हमारे ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अंगिनत नए अवसर बना रहे हैं।

साथियों,

आज यहाँ हजारों बेटियों को भी नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। आपकी सफलता दूसरी महिलाओं को प्रेरित करेगी। हमारा प्रयास है कि हर क्षेत्र में महिलाएं आत्मनिर्भर बनें। गर्भवती महिलाओं को 26 हफ्ते की छुट्टी के हमारे फैसले ने लाखों बेटियों के करियर को बचाया है, उनके सपनों को टूटने से रोका है। हमारी सरकार ने हर उस बाधा को दूर करने का प्रयास किया है, जो महिलाओं को आगे बढ़ने से रोकती हैं। आजादी के बाद वर्षों तक, स्कूल में अलग टॉयलेट ना होने की वजह से अनेक छात्राओं की पढ़ाई छूट जाती थी। स्वच्छ भारत अभियान के द्वारा हमने इस समस्या का समाधान किया। सुकन्या समृद्धि योजना ने सुनिश्चित किया कि बच्चियों की पढ़ाई में आर्थिक परेशानी ना आए। हमारी सरकार ने 30 करोड़ महिलाओं के जनधन खाते खोले, जिससे उन्हें सरकार की योजनाओं का सीधा फायदा मिलने लगा। मुद्रा योजना से महिलाओं को बिना गारंटी लोन मिलने लगा। महिलाएं पूरे घर को संभालती थीं, लेकिन संपत्ति उनके नाम पर नहीं होती थी। आज पीएम आवास योजना के तहत मिलने वाले ज्यादातर घर महिलाओं के ही नाम पर हैं। पोषण अभियान, सुरक्षित मातृत्व अभियान और आयुष्मान भारत के माध्यम से महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। हमारी सरकार में नारीशक्ति वंदन अधिनियम के द्वारा विधानसभा और लोकसभा में महिलाओं को आरक्षण मिला है। आज हमारा समाज, हमारा देश, women led development की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

साथियों,

आज जिन युवा साथियों को नियुक्ति पत्र मिला है, वो एक नई तरह की सरकारी व्यवस्था का हिस्सा बनने जा रहे हैं। सरकारी दफ्तर, सरकारी कामकाज की जो पुरानी छवि बनी हुई थी, पिछले 10 वर्षों में उसमें बड़ा बदलाव आया है। आज सरकारी कर्मचारियों में ज्यादा दक्षता और उत्पादकता दिख रही है। ये सफलता सरकारी कर्मचारियों ने अपनी लगन और मेहनत से हासिल की है। आप भी यहां इस मुकाम तक इसलिए पहुंचे, क्योंकि आप में सीखने की ललक है, आगे बढ़ने की उत्सुकता है। आप आगे के जीवन में भी इसी अप्रोच को बनाए रखें। आपको सीखते रहने में iGOT कर्मयोगी इससे बहुत मदद मिलेगी। iGOT में आपके लिए 1600 से ज्यादा अलग-अलग प्रकार के कोर्स उपलब्ध हैं। इसके माध्यम से आप बहुत कम समय में, प्रभावी तरीके से विभिन्न विषयों में कोर्स कंप्लीट कर सकते हैं। आप युवा हैं, आप देश की ताकत हैं। और, ऐसा कोई लक्ष्य नहीं, जिसे हमारे युवा हासिल ना कर सकें। आपको नई ऊर्जा के साथ नई शुरुआत करनी है। मैं एक बार फिर आज नियुक्ति पत्र पाने वाले युवाओं को बधाई देता हूं। आपके उज्ज्वल भविष्य की ढेर सारी शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद।