अनाथ बालकों, त्यक्ता महिलाओं, वृद्ध- वरिष्ठ- मातृशक्ति के लिए परिवार बनेगा
यह वात्सल्य ग्राम समाज में प्रेरक कर्तव्य पारायणता का तीर्थ बनेगा: श्री मोदी
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने साध्वी ऋतम्भरा दीदीमां द्वारा प्रेरित वात्सल्य ग्राम का खेड़ा जिला के डाकोर के नजदीक महिसा की भूमि पर भूमिपूजन करते हुए विश्वास जताया कि गुजरात का यह वात्सल्य ग्राम समाज में प्रेरक कर्तव्य पारायणता का तीर्थ बनेगा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने भी दरिद्रनारायण की सेवा के कर्तव्य को प्राथमिकता दी है और दु:खी लोगों की संवेदना में सहभागी बनी है।
परमशक्ति पीठ ट्रस्ट के तत्वावधान में साध्वीजी ऋतम्भरा ने गुजरात की भूमि पर इस अनोखे वात्सल्य ग्राम के निर्माण के संकल्प को पूरा करने के लिए महिसा- डाकोर के नजदीक ढाई लाख वर्गमीटर क्षेत्र में प्रकल्प शुरु किया है। वृन्दावन, श्रीकृष्ण की पुनीत धरा पर अनाथ बालकों, त्यक्ता महिलाओं और वृद्ध माताओं के लिए बने वत्सल परिवार की कल्पना को इसमें साकार किया जाएगा। साथ ही महिला सशक्तिकरण के शैक्षणिक और आर्थिक प्रवृत्तियों और बाल कल्याण के प्रकल्प भी प्रारम्भ किए जाएंगे। इस अवसर पर गणमान्य संतों और माहानुभावों की निश्रा में श्री मोदी ने भूमि पूजन किया।
मुख्यमंत्री श्री मोदी ने वृन्दावन के बाद डाकोर की कृष्ण भूमि पर वात्सल्यधाम के प्रकल्प की परिकल्पना के लिए दीदीमां ऋतम्भरा को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि चरोतर की भूमि में देश की आजादी के लिए संतशक्ति ने जनजागरण अभियान चलाया था। सत् कैवल्य परम्परा, संतरामजी मन्दिर, वडताल की भगवान स्वामिनारायण की भूमि और डाकोर की कृष्ण भूमि की पुकार है कि कोई नये सत्कार्य प्रकल्प का प्रारम्भ यहां से हो। दीदीमां की तपस्या ने इस प्रकल्प को साकार करने की प्रतिबद्धता जताई है। युगपुरुष परमानन्द गिरीजी की आध्यात्मिक प्रेरणा इस संकल्प का वास्तव में निर्माण करेगी, यह भरोसा श्री मोदी ने जताया।
वृन्दावन के वात्सल्य ग्राम की अद्भुत् सफलता का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुजरात का वात्सल्य ग्राम दु:ख और दरिद्रता के प्रति समाज का नजरिया बदल देगा। दया और करूण के भाव में वत्सलता की ऊष्मा प्रदान करेगा। स्वामी विवेकानन्द की 150 वीं जयंती के अवसर पर वात्सल्य ग्राम उनके भारतमाता के वैभव का प्रतिष्ठान करेगा।
इस मौके पर साध्वी ऋतम्भरा ने कहा कि वात्सल्य ग्राम योजना में घरविहीन, अनाथ बालकों, महिलाओं और वृद्धों को आश्रय दिया जाएगा। इतना ही नहीं, उनको परिवार जैसा अपनापन मिले ऐसे प्रयास किए जाएंगे। वात्सल्य ग्राम में 150 मकान बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह परियोजना परिवार से अलग पड़े लोगों को परिवार उपलब्ध करवाएगी। वात्सल्य ग्राम में प्रत्येक बालक को मां की गोद, संस्कार, प्रेम, जीवन जीने का अर्थ और जीवन सार्थकता का बोध मिलेगा। जो समग्र भारतवर्ष में वात्सल्यधारा को प्रवाहित करेगा।
कार्यक्रम में पू.पा. गोस्वामी इन्दिरा बेटीजी, गुजरात परमशक्ति पीठ प्रमुख परिन्दुभाई भगत (काकुभाई) ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में दीदीमां के गुरु प.पू. स्वामी परमानन्दजी, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री रमणलाल वोरा, प.पूज्य अविचलदासजी महाराज, संत, महंत, दातागण, जनप्रतिनिधि, अग्रणी, परमशक्ति पीठ के पदाधिकारीगण सहित भारी संख्या में नागरिक मौजूद थे।