डिफेंस ऑफसेट कांफ्रेंस
सुरक्षाबलों के शस्त्र उत्पादनों सम्बन्धी अंतरराष्ट्रीय परिषद सम्पन्न
रक्षा उत्पादनों में भारत को स्वावलम्बी बनना चाहिए:मुख्यमंत्री
गुजरात रक्षा उत्पादनों के क्षेत्र में उद्दीपक बनने को तैयार
डिफेंस इक्वीपमेंट मेन्युफेक्चरिंग इंडस्ट्रीज के लिए गुजरात ने की मार्गदर्शक पहल
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के सुरक्षाबलों के लिए शस्त्र और रक्षा उत्पादनों सम्बन्धित अंतरराष्ट्रीय परिषद का समापन करते हुए डिफेंस इक्वीपमेंट के लिए सर्वग्राही नीति अपनाने की हिमायत की। श्री मोदी ने कहा कि डिफेंस इक्वीपमेंट मेन्युफेक्चरिंग इंडस्ट्रीज की जरूरतों के मुताबिक मानव संसाधन विकास और स्वावलम्बी रक्षा उत्पादनों का संशोधन समय की मांग है।
मुख्यमंत्री ने रक्षा उत्पादनों के मेन्युफेक्चरर्स को गुजरात आने का आमंत्रण देते हुए कहा कि गुजरात के पास लघु उद्योग में मेन्युफेक्चरिंग की क्षमता और व्यापक दायरा है, गुजरात सरकार उद्दीपक बनने को तैयार है। उन्होंने देश के इंजीनियरिंग क्षेत्र के कौशल्यवान युवाओं को गुजरात आकर रक्षा उत्पादनों के लिए एनटरप्रिनियोर्स बनने का आमंत्रण दिया।
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के अंतर्गत आयोजित हो रही 123 जितने सेक्टर सेमीनारों की श्रेणी में आज अहमदाबाद में डिफेंस ऑफसेट की इटरनेशनल कांफ्रेंस आयोजित की गई। भारत के सुरक्षाबलों के लिए शस्त्र उत्पादनों और उनके निर्माण के लिए निजी क्षेत्र की भूमिका के बारे में सिलसिलेवार चर्चा हुई।
श्री मोदी ने सुरक्षा के क्षेत्र में भारत शस्त्र निर्माण और रक्षा उत्पादनों की जरूरतों के अनुसार स्वावलम्बी बन सके इसके लिए गुजरात ने इस समिट में अनोखी पहल की जानकारी दी। रक्षा उत्पादनों की विशाल श्रेणी में देश में ही मेन्युफेक्चरिंग क्षमता और व्यापक दायरे में व्युहात्मक उद्योग विकास तथा लघु उद्योग द्वारा रक्षा उत्पादनों को प्रेरित करने की क्षमता को समझाया।
उन्होंने कहा कि रक्षा उत्पादनों के आयात का बहुत बड़ा आर्थिक बोझ भारत पर पड़ता है ऐसे में खास तौर पर मेन्युफेक्चरिंग सेक्टर की लघु उद्योग इकाईयों और रक्षा उत्पादनों के अनेक परिबलों को समाहित करती नीति प्रोत्साहक बनेगी।
भारत मात्र अपनी जरूरतों की आत्मनिर्भरता से पूर्ति करे इतना ही प्रयाप्त नहीं है बल्कि विश्व के अनेक छोटे विकासशील देशों की रक्षा उत्पादनों की मांग की पूर्ति करने योग्य बने, इसकी प्रेरणा देते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुजरात की यह पहली सरकार है जिसने रक्षा उत्पादनों में रूचि लेने वाली डिफेंस मेन्युफेक्चरिंग कम्पनियों के साथ सामूहिक मंथन किया है। उन्होंने आशा जताई कि देश को इसमें से विधेयात्मक फलश्रुति हासिल होगी।
प्रारम्भ में फिक्की डिफेंस कमेटी के कॉ. चेयरमेन राहुल चौधरी ने स्वागत भाषण दिया। अंत में फिक्की के महानिदेशक अरबिन्द प्रसाद ने सभी का आभार जताया।
कांफ्रेंस में फिक्की के अशोक कनोड़िया, जयंत पाटिल सहित कई डेलिगेट्स मौजूद थे।