गुजरात गौरव दिवस, २०१३- नवसारी
नवसारी में विशाल महिला सम्मेलन आयोजित
मिशन मंगलम के तहत सखी मंडलों की आर्थिक प्रवृत्ति की उपलब्धियों को श्री मोदी ने सराहा
शक्तिज्योत-सखी मंडल एवं हस्तकला कामगारों की नारीशक्ति का साक्षात्कार
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नवसारी में मिशन मंगलम के तहत सखी मंडलों एवं हस्तकला कामगारों के विशाल महिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मिशन मंगलम एवं सखी मंडलों की आर्थिक प्रवृत्तियां ग्राम महिला सशक्तिकरण का उत्तम जरिया बनी हैं। इसे ध्यान में लेते हुए सखी मंडल की बहनों को कचरे में से कंचन पैदा करने की अनेक नवीनतम उत्पादकीय प्रवृत्ति तथा सेवा क्षेत्रों की आर्थिक प्रवृत्ति का फलक और भी व्यापक तौर पर विकसित करने की अभिलाषा उन्होंने जतायी।
गुजरात गौरव दिवस पर आज नवसारी में मुख्यमंत्री ने मिशन मंगलम के अंतर्गत सखी मंडलों के १३० बिक्री सह प्रदर्शनी स्टॉल के शक्तिज्योत मेले एवं खादी ग्रामोद्योग के हस्तकला कामगारों के कुटीर मेले- ग्राम हाट की आर्थिक प्रवृत्तियों के कुशल एवं प्रामाणिक कारोबार की खूब सराहना की।
मुख्यमंत्री ने मिशन मंगलम एवं सखी मंडलों की सवा दो लाख बहनों के लिए राज्य सरकार द्वारा बैंक ऋण लिन्केज एवं ब्याज में प्रोत्साहन देकर आर्थिक प्रवृत्ति में प्रेरित करने की भूमिका पेश की। श्री मोदी ने कहा कि हमारे ग्रामीण समाज में महिलाएं बचत परंपरा की श्रेष्ठ भूमिका निभाती है। आर्थिक कारोबार में निष्ठा एवं प्रामाणिकता के उच्च मूल्यों का स्वभाव सखी मंडलों की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नारी को निर्णय में भागीदार बनाया जाएगा, उसकी आर्थिक प्रवृत्ति के कौशल को अवसर प्रदान किया जाएगा, तभी नारी गौरव एवं सशक्तिकरण का हमारा ध्येय साकार होगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि महिलाओं को ३०० समरस ग्राम पंचायतों का प्रशासन मिलने से उनके प्रशासन में भी कुशल व्यक्तित्व का विकास हुआ है।
श्री मोदी ने गुजरात की महिलाएं किसी की मोहताज न रहें इसलिए उसे संपत्ति की मालिक बनाने, सरकार की किसी भी परिवारलक्षी लाभों की योजना में प्रथम वरीयता परिवार की महिलाओं को देने के अलावा सरकार ने महिलाओं को संपत्ति की मालिक बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन फीस माफ करने जैसे कदमों का जिक्र किया। इसके चलते महिलाओं की शक्ति में गुणात्मक परिवर्तन नजर आ रहा है।
उन्होंने कन्या शिक्षा और महिला साक्षरता पर जोर देते हुए कहा कि कन्या शिक्षा के इस सरकार के अभियान से आने वाले कल की माता शिक्षित बनेगी। मुख्यमंत्री ने वर्तमान समाज एवं देश में नारी गौरव के हनन की शर्मनाक घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि मातृशक्ति ही समाज का संस्कार, बच्चों का संस्कार सिंचन और नारी गौरव को बरकरार रख सकती है।
समाज की विकृतियों के खिलाफ मातृशक्ति एवं नारी सशक्त होगी तो उस पर शीघ्र काबू पाया जा सकता है। गुजरात ने आंगनवाड़ी को सामाजिक मान-सम्मान प्रदान किया है। श्री मोदी ने कैग की भारत सरकार की रपट का जिक्र करते हुए कहा कि कुपोषण की समस्या में ३३ फीसदी का सर्वाधिक सुधार गुजरात ने हासिल किया है। उन्होंने कहा कि कुपोषण को खत्म करने के लिए गुजरात ने सच्ची दिशा में प्रयास शुरू किये हैं। कुपोषण निवारण के लिए समाज की भागीदारी के साथ मातृशक्ति की जागृति भी अहम भूमिका निभाती है। आज गुजरात में सौ फीसदी बेटियां-कन्याएं स्कूल में पढ़ने जाती हैं, इस उपलब्धि का श्रेय श्री मोदी ने गरीब माताओं को दिया। उन्होंने कहा कि नारी सम्मान और गौरव को बरकरार रखने का दायित्व हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। महिलाओं का गौरव बरकरार रख उसे सशक्त बनाने का अवसर एवं संसाधन प्रदान करने की गुजरात सरकार की प्रतिबद्धता भी उन्होंने व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने समुद्री तट पर सागरखेडु (मछुआरा) परिवार की बहनें समुद्री शैवाल की खेती करे, इसके लिए महत्वपूर्ण अभियान शुरू करने का उल्लेख करते हुए गुजरात की बहनों को विकास में शक्ति का स्रोत करार देते हुए उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि कुपोषण एवं गरीबी के खिलाफ जंग जीतने में भी गुजरात की नारीशक्ति अपना कौशल बताएगी।
शक्ति ज्योत सखी मंडल सम्मेलन को संबोधित करते हुए राजस्व मंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बेटियों की संख्या कम होने की वजह से इस असमानता को दूर करने के लिए बेटी बचाओ आंदोलन छेड़ा है, जिसके परिणाम हमारे समक्ष हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात की बेटियां पढ़ें, संस्कारी एवं तंदुरुस्त बनें इसके लिए अनेक कार्यक्रम क्रियान्वित किये गए हैं। बेटियों को पढ़ाने में राज्य सरकार ने सक्रिय भूमिका अदा की है और बेटियों को शिक्षा देने के अभियान में गुजरात अव्वल स्थान पर है। प्रतिवर्ष लाखों कन्याओं को कन्या केळवणी बॉन्ड प्रदान किये जाते हैं। गुजरात में ५० हजार से भी अधिक आंगनवाड़ियां हैं, जिनमें बच्चों, बेटियों और गर्भवती महिलाओं की फिक्र इस सरकार ने की है।
इस अवसर पर वन एवं पर्यावरण, आदिजाति विकास, महिला एवं बाल विकास मंत्री गणपतसिंह वसावा ने कहा कि नवसारी में आज गुजरात गौरव दिवस का उत्सव विकास दिवस बन गया है। इन कार्यक्रमों के दौरान नवसारी में १२०० करोड़ के विकास कार्य हुए।वसावा ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री ने महिलाओं के विकास की फिक्र की है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के नाम संपत्ति करने पर सरकार ने शुल्क माफी का प्रावधान रखा है। इससे सरकार को ४५० करोड़ रुपये की आय गंवानी पड़ी है और गांव में जागृति आई है, नतीजतन बहनें संपत्ति की मालिक बनी हैं। १८ हजार पानी समितियां महिलाओं के हाथ में हैं वहीं २१०० दूध मंडलियां बहनें चलाती हैं।
आदिवासी इलाकों में ३००० सहभागी वन व्यवस्था का कार्य बहनें कर रही हैं। इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल, महिला बाल विकास मंत्री गणपतसिंह वसावा, जलापूर्ति राज्य मंत्री नानुभाई वानाणी, सांसद श्रीमती दर्शनाबेन जरदोश, महिला आर्थिक विकास निगम की अध्यक्ष श्रीमती सीताबेन नायक, विधायकगण मंगूभाई पटेल, पीयुषभाई देसाई, आरसी पटेल, संगीताबेन पाटील, रणजीत गिलीटवाला, अजय चोकसी, जिला पंचायत अध्यक्ष सुरेन्द्रभाई पटेल, मुख्य सचिव वरेश सिन्हा, नवसारी जिला प्रभारी सचिव ए.के. राकेश, जिला कलक्टर जयप्रकाश शिवहरे सहित बड़ी संख्या में महिलाएं एवं जनता उपस्थित थी।