भारत रत्न एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी की पर-पोतियां एस ऐश्वर्या और एस सौंदर्या ने अपनी माता गीता श्रीनिवासन और पिता वी श्रीनिवासन के साथ प्रधानमंत्री से मुलाकात की।
एस ऐश्वर्या और एस सौंदर्या ने संक्षेप में "मैथरीम भजन" का प्रदर्शन किया। यह एक कला है जिसका प्रदर्शन खुद एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी ने अक्टूबर 1966 को संयुक्त राष्ट्र में किया था।
कांची के आचार्य श्री चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती ने संस्कृत में इसे तैयार किया था।
यह गान सर्वजन मैत्री और विश्व शांति को दर्शाता है, जिसका गायन एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी ने अपने यूएन कॉन्सर्ट के बाद विभिन्न संगीत कार्यक्रमों में किया। यह गान "श्रे ओ भूयात सकल जननम" के साथ समाप्त होता है जिसका अर्थ है मानव जाति का कल्याण हो और सभी खुश रहें।