भारत की धरती पर अप्रैल 1853 में पहली बार पटरी पर ट्रेन दौड़ने के बाद से अब तक इंडियन रेलवे ने लंबा सफर तय किया है। अर्थव्यवस्था के विकास में रेलवे का बड़ा योगदान रहा है। रेलवे ने अपने विशाल इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ माल ढुलाई और दूसरी सेवाओं के साथ देश की सेवा की है। हालांकि तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था की जरूरतों को पूरा करना अब भी बड़ी चुनौती है।
मुख्य मुद्दा है कि परिवहन क्षमता और जरूरत के सामानों को कम खर्च में किस तरह आसानी से हासिल किया जाए। सच्चाई यह है कि इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने का परंपरागत तरीका बहुत सुस्त एवं मुश्किल है और बढ़ती जरूरत व उम्मीद के हिसाब से नहीं है। पर्याप्त निवेश के साथ इसका समाधान एक चुनौती है जो मौजूदा और भविष्य के संसाधनों का अधिकतम इस्तेमाल कर सके।
बाजार से माल और काम मिले, इसके लिए हमें जनता के साथ और बेहतर तरीके से जुड़ने की जरूरत है। डिजिटल तकनीक समाधान लेकर आयी है। इन्फ्रास्ट्रक्चर की क्षमता का जितना विस्तार हो रहा है, उसके लिए कहीं ज्यादा रास्ते हम डिजिटल माध्यमों से बना सकते हैं। हम और अधिक ट्रेनें चला सकते हैं जहां इसकी बहुत जरूरत है। डिजिटल अपनाकर इंडियन रेलवे को मजबूत बनाते हुए हम बेहतर तरीके से आगे बढ़ सकती है। यह ज्यादा से ज्यादा ट्रेनें उपलब्ध कराकर अधिक जिम्मेदारी के साथ सेवाओं को बेहतर बना सकती है।
IR-OneICT यानी इंडियन रेलवे वन इन्फॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म एक ऐसा डिजिटल रेलवे प्लेटफॉर्म है जिसके जरिए भारतीय रेलवे बेहतर सेवा देने के साथ-साथ डिजिटल इंडिया की मांग भी पूरी कर रहा है। भारतीय रेलवे का डाटा आधारित वर्जन है IR-OneICT.
उपभोक्ताओं की संतुष्टि, सुरक्षा, प्रभाव और प्रभावशाली ऑपरेशन के लिए IR-OneICT एक रणनीतिक पहल है जो कारोबार के मकसद को पूरा करता है।
यह निम्न सिद्धांतों के आधार पर होगा :
- कम से कम मानव प्रयास से स्रोत पर ही डाटा कलेक्शन
- वैध सूचनाओं का एकमात्र स्रोत
- उपयोग के स्थान पर अधिकृत व्यक्ति को समय पर कार्रवाई करने योग्य जानकारी मिलेगी
- बेहतर डाटा विश्लेषण और उपयोग
डाटा विश्लेषण, सिमुलेशन सॉफ्टवेयर, अनुकूल नेटवर्क और डिसीजन सपोर्ट सिस्टम से तुरंत समाधान मिले, इसके लिए श्रेष्ठ तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इन सूचनाओं का इस्तेमाल काम को चुस्त और प्रभावी तरीके से करने में होगा। इस तरह मैनेजर काम को सही तरीके से लागू करने पर ज्यादा समय दे सकेंगे।
R-OneICT का मकसद डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए सहज सेवा उपलब्ध कराना है जिससे उपभोक्ताओं को अच्छा अनुभव हो। यात्रा प्रबंधन, सही समय पर कन्साइनमेंट का पता रखना, घर-घर वैल्यू एडेड सुविधाएं देना, सह प्रायोजक सेवाएं, जैसे यात्रा के दौरान भोजन और मनोरंजन अब मोबाइल एप के जरिए आसानी से उपभोक्ताओँ को उपलब्ध होंगे।
भारतीय रेलवे को अपनी संपत्ति के बेहतर इस्तेमाल, लोड फैक्टर को बढ़ाने, कारोबार के नए अवसरों का पता लगाने और अच्छे निवेश की योजना बनाने में IR-OneICT अब उसे सक्षम बनाएगा। इसका जो व्यापक प्रभाव पड़ेगा उसका विवरण नीचे दिया जा रहा है।
ब्रिटेन के नेटवर्क रेल और कनाडियन नेशनल ने अपनी 30 से 40 प्रतिशत क्षमता को पहचाना है जिनका उपयोग नहीं किया जा सका। उसी तरीके से डाटा के सहारे दूसरे रेलवे सिस्टम पर नेटवर्क का अधिकतम उपयोग किया जा सकता है। भारतीय रेलवे भी ऐसे ही परिणामों की उम्मीद कर सकता है।
रीयल टाइम एसेट मैनेजमेन्ट सिस्टम मैनेजरों को इतना सक्षम बनाएगी कि न सिर्फ वे अपने ऑपरेशन्स और मेन्टेनेन्स को प्रभावी तरीके से अंजाम दे सकेंगे बल्कि परिसंपत्तियों को अर्जित करने की संभावनाओं को भी अधिकतम बना सकेंगे ताकि क्षमता का विस्तार हो। वित्त से जुड़े आंकड़े मैनेजरों को योजना बनाने और कैश फ्लो बढ़ाने में सहयोग करेंगे।
हर साल भारतीय रेलवे 30 लाख लीटर डीजल और 16 करोड़ यूनिट बिजली की खपत करता है। रीयल टाइम विश्लेषण से हम पूरे नियंत्रण के साथ कई नेटवर्क को जोड़कर ऊर्जा की खपत को उपयोगी बना सकते हैं और बचत कर सकते हैं। इस तरह कार्बन के प्रभावों को घटा सकते हैं।
सूचनाओं से लैस वर्कफोर्स सशक्त होता है। कर्मचारियों के प्रबंधन की सही व्यवस्था मैनेजरों को हमेशा कहीं भी, किसी भी समय अपनी टीम के साथ जुड़े रहने में मदद करेंगे। IR-OneICT 24 घंटे वर्कफोर्स को सक्रिय रखेगा।
भारतीय रेलवे के अस्पतालों को डिजिटल रूप से सक्षम बनाने से संसाधनों के श्रेष्ठ इस्तेमाल में मदद मिलेगी। इससे अप्वाइंटमेंट तय करने से लेकर दूसरी गतिविधियां भी संचालित की जा सकेंगी। टेली मेडिसन सेवा से विशेषज्ञ और देश के सुदूर हिस्सों में मौजूद मरीजों को आसानी से साथ जुड़ने में मदद मिलेगी।
बिना बाधा के सेवाएं पहुंचाने वाली व्यवस्था के लिए क्लाउड सर्वर से जुड़ा मजबूत ICT इन्फ्रास्ट्रक्चर, संगठित नेटवर्क और ऑप्टिमाइज्ड सिस्टम आर्किटेक्चर होना जरूरी है ताकि गोपनीयता, संपूर्णता और उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
IR-OneICT भारतीय रेलवे में डिजिटल इंडिया के लिए डिजिटल रेलवे तैयार करने जा रहा है, जो मानक तैयार करने में एक आदर्श उत्प्रेरक का काम करेगा। यह पहल वास्तव में भारतीय रेलवे में क्रांति लेकर आएगी।
(सुरेश प्रभु भारत सरकार में केंद्रीय रेलमंत्री हैं।)
जो विचार ऊपर व्यक्त किए गए हैं, वो लेखक के अपने विचार हैं और ये जरूरी नहीं कि नरेंद्र मोदी वेबसाइट एवं नरेंद्र मोदी एप इससे सहमत हो।