12 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी में हनोवर पहुंचे। तीन दिन की इस महत्वपूर्ण यात्रा का उद्देश्य वैश्विक मोर्चे पर भारत-जर्मनी साझेदारी को आगे बढ़ाना था। दौरे से पहले श्री मोदी ने ट्वीट कर अपने तीन देशों के दौरे पर अपनी खुशी जताई थी। जर्मनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री कई गतिविधियों में शामिल रहे। उन्होंने जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल के साथ संयुक्त रूप से हनोवर मेले का उद्घाटन किया जिसमें भारत एक भागीदार देश था ।
My France, Germany & Canada visit is centred around supporting India's economic agenda & creating jobs for our youth. https://t.co/fQ7PaZbrbx— Narendra Modi (@narendramodi) March 28, 2015
In Germany, Chancellor Merkel & I will jointly inaugurate @Hannover_Messe where India is a partner country. https://t.co/UJHzMFrzoA— Narendra Modi (@narendramodi) March 28, 2015
उत्पादों की उच्च गुणवत्ता, दक्षता और उसके उत्पादों के स्थायित्व के लिए प्रख्यात जर्मनी दुनिया के प्रमुख औद्योगिक केन्द्रों में से एक माना जाता है। जर्मनी भारत का एक महत्वपूर्ण आर्थिक भागीदार भी है।
हनोवर पहुँचते ही प्रधानमंत्री ने व्यापक बैठकों में हिस्सा लिया। उन्होंने व्यापार जगत के कई नेताओं और जर्मनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से मुलाकात की और कहा कि संपूर्ण विश्व के लिए भारत के पास जबर्दस्त क्षमता है।
PM's programmes in Germany begin with a meeting with German CEOs. pic.twitter.com/1IFuf8fnLM— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2015
श्री नरेन्द्र मोदी ने हनोवर में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया और बापू को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। भारी संख्या में लोग इस अवसर पर मौजूद थे। वहां उन्होंने यह भी बताया कि कैसे गांधी पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा के स्रोत रहे हैं।
Ideals of Gandhi ji inspire people across the world. Unveiled Gandhi ji's statue in Hannover. https://t.co/HD1u3ZsQgL pic.twitter.com/9wEPodD3cP— Narendra Modi (@narendramodi) April 12, 2015
बाद में, प्रधानमंत्री मोदी और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने संयुक्त रूप से दुनिया के सबसे बड़े औद्योगिक मेले हनोवर मेले का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस वर्ष हनोवर मेले में भारत के एक भागीदार देश होने पर अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ को गति देने के लिए जर्मनी द्वारा किए गए प्रयासों का उल्लेख किया। समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा “शेर एक नए भारत के प्रतीक हैं।” श्री नरेन्द्र मोदी ने एक ऐसे क्षेत्र का अपना विज़न बताया जहाँ आर्थिक स्थिरता हो, लोगों के लिए रोजगार के अवसर हों और सबसे अच्छा बुनियादी ढांचा उपलब्ध हो। उन्होंने भारत की निर्बाध आर्थिक क्षमता को खोलने के लिए जर्मन भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया।
Our decision to be here in the first year of my Government reflects our priority. Want to accelerate economic growth & create jobs: PM— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2015
We want to build world class industry and infrastructure: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2015
Today, I come to seek German partnership in the mission to open up India's seamless economic potential: PM @narendramodi at @hannover_messe— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2015
‘मेक इन इंडिया’ पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि यह न एक ब्रांड है और न ही एक प्रचार-वाक्य है। उन्होंने कहा कि यह भारत का एक राष्ट्रीय आंदोलन है। श्री मोदी ने भारत में निवेश के लिए व्यापारिक घरानों को आमंत्रित किया और ‘मेक इन इंडिया’ को सफल बनाएं। उन्होंने हनोवर मेले में भाग लेने का मौका मिलने पर खुद को सौभाग्यशाली बताया। व्यापार जगत को आश्वस्त करते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारत सरकार देश में व्यापार कार्य को आसान बनाने के लिए सभी आवश्यक पहल कर रही है। श्री मोदी ने भारत की आर्थिक स्थिरता का उल्लेख करते हुए यह बताया कि भारत विश्व में शांति और स्थिरता की एक शक्ति के रूप में उभर रहा है।
For me, @makeinindia is not a brand. Nor is it simply a slogan on a smart lion! It is a new national movement: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2015
You will find environment that is not only open but also welcoming: PM @narendramodi at the @hannover_messe— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2015
India will do its part- as an anchor of economic stability; an engine for growth and as a force of peace and stability in the world: PM— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2015
Privileged to be at inauguration of @hannover_messe! Come, @makeinindia & explore the opportunities India offers. https://t.co/dvY9fhPHu4— Narendra Modi (@narendramodi) April 12, 2015
अपनी यात्रा के दूसरे दिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चांसलर एंजेला मर्केल ने हनोवर मेले में इंडिया पवेलियन का दौरा किया। इंडिया पवेलियन में भारत की विविधता को पूरी दुनिया के सामने प्रदर्शित किया गया। श्री मोदी ने पूरे विश्व से कहा, “Come, and Make in India” उन्होंने आगे कहा कि जनसांख्यिकी, लोकतंत्र और मांग भारत की ओर दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।
The entire world is looking at India. Demography, democracy and demand are drawing the world to India: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) April 13, 2015
Come to India, increase your partnership with India and make use of this opportunity India offers to scale new heights of success: PM— PMO India (@PMOIndia) April 13, 2015
भारत-जर्मनी व्यापार शिखर सम्मेलन में अपने छोटे से भाषण में प्रधानमंत्री ने एक विकसित भारत का विज़न बताया। विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने और युवाओं के लिए रोजगार सृजन आदि प्रमुख क्षेत्रों पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने भारत में बदलते पर्यावरण के बारे में जर्मन कंपनियों को भरोसा दिलाया। श्री मोदी ने कहा कि भारत सरकार देश में ऐसा माहौल तैयार कर रही है जो व्यापार के अनुकूल हो और जहाँ उद्योग संबंधी मंजूरी अत्यंत तेज गति से दी जा सके।
We also want to promote manufacturing in a big way particularly to create jobs for our youth: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) April 13, 2015
We have committed ourselves for creating and improving the business environment: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) April 13, 2015
I am here to assure the German companies that India is now a changed country: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) April 13, 2015
In our very first Budget, we said we will not resort to retrospective taxation: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) April 13, 2015
We have fast tracked approvals in industry and infrastructure: PM @narendramodi at the Business Summit— PMO India (@PMOIndia) April 13, 2015
प्रधानमंत्री ने देश में नवाचार, अनुसंधान और विकास और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार के प्रयास का भी उल्लेख किया।
At Indo-German Business Summit I said- come, see for yourself the winds of change in India! https://t.co/5TjPNXBE9s pic.twitter.com/5rpnwLXdqf— Narendra Modi (@narendramodi) April 13, 2015
बाद में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बर्लिन गये जहाँ उन्होंने सीमेंस तकनीकी अकादमी का दौरा किया।
PM @narendramodi at the Siemens technical academy. pic.twitter.com/bvE9X7y4qN— PMO India (@PMOIndia) April 13, 2015
एक सामुदायिक स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत विनिर्माण का केंद्र बन रहा है जो गौरव की बात है। उन्होंने इस पर भी जोर दिया कि कैसे आईटी क्रांति आज के युवाओं की ताकत को दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को तीन चीजों में संतुलन बनाने की जरुरत है – कृषि, विनिर्माण और सेवा क्षेत्र।
In the coming days, it is the need of the hour that India becomes a manufacturing hub. We can't let this opportunity go: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) April 13, 2015
IT revolution showed the world the strength of our youth: PM @narendramodi at the community reception in Berlin— PMO India (@PMOIndia) April 13, 2015
Zero defect and zero effect, both are very important: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) April 13, 2015
Becoming a manufacturing hub is not merely an economic activity, it is a matter of our pride: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) April 13, 2015
14अप्रैल कोप्रधानमंत्री मोदी ने बर्लिन के हाप्तबोनहोफरेलवे स्टेशन का दौरा किया। प्रधानमंत्री ने बर्लिन हाप्तबोनहोफ में अधिकारियों के साथ भारतीय रेल के आधुनिकीकरण और उन्नति के कई तरीकों पर चर्चा की। उन्हें नवीनतम तकनीकी सुधारों के बारे में भी बताया गया।
Among other issues PM discusses use of technology in the railways. pic.twitter.com/lW13r23XKE— PMO India (@PMOIndia) April 14, 2015
My visit to Berlin Hauptbahnhof was a valuable experience. Learnt a lot about railway infrastructure & modernisation pic.twitter.com/Ye8cIeJUaM— Narendra Modi (@narendramodi) April 14, 2015
बर्लिन में प्रधानमंत्री और जर्मन चांसलर ने संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। श्री मोदी ने कहा कि ‘भारतीय शेर’और ‘जर्मन ईगल’बड़े भागीदार हैं। प्रधानमंत्री ने जर्मन उद्योग के उत्साह का उल्लेख करते हुए जर्मन व्यापारिक घरानों को भारत में मौजूदा क्षमता का उपयोग करने के लिए आमंत्रित किया।
The Lion & the Eagle will make a very good combination & I am sure of that: PM @narendramodi at the Joint Press Meet with Chancellor Merkel— PMO India (@PMOIndia) April 14, 2015
It is natural that when we are thinking about @makeinindia we are thinking about cooperation with Germany: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) April 14, 2015
जर्मनी को महत्वपूर्ण भागीदार बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘कौशल विकास’ के मामले में जर्मनी से बहुत कुछ सीखा जा सकता है।श्री मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रमुख क्षेत्रों पर भी बात की। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के साथ-साथ जर्मनी की स्थायी सदस्यता की भी मजबूती से मांग की।
Germany is known for skill development, which is a priority area for us. There is a lot we can learn from Germany: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) April 14, 2015
I believe both India and Germany should be permanent members in the UNSC and the world will gain a lot by this: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) April 14, 2015
प्रधानमंत्री मोदी ने जर्मन चांसलर को सर सी वी रमन की कुछ पांडुलिपियां और कागजात भी प्रस्तुत किये।
Presented Chancellor Angela Merkel with some manuscripts and papers by Sir C V Raman. https://t.co/WBTE6VxCdZ pic.twitter.com/sNUGEJZj9A— Narendra Modi (@narendramodi) April 14, 2015
Sir CV Raman's work finds extensive application in diverse areas, even quantum chemistry – in which Chancellor Merkel holds a doctorate.— Narendra Modi (@narendramodi) April 14, 2015
Sir CV Raman had a deep connection with Germany. He was inspired to pursue science as a career by famous German scientist von Helmholtz.— Narendra Modi (@narendramodi) April 14, 2015
Terms Raman Effect & Raman Spectrum themselves were coined in 1928 by a German physics professor Dr Peter Pringsheim. https://t.co/WBTE6VxCdZ— Narendra Modi (@narendramodi) April 14, 2015
Sir CV Raman, who could read German, also invited leading German scientists of the time to Calcutta University & IISc, Bangalore.— Narendra Modi (@narendramodi) April 14, 2015
श्री मोदी ने गर्मजोशी से स्वागत करने और हनोवर मेले में भारत सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ पहल को समर्थन देने के लिए चांसलर मर्केल और जर्मनी को धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री ने यह आशा जताई कि आने वाले समय में भारत और जर्मनी के बीच संबंध और मजबूत होगा तथा दोनों देश लोगों के कल्याण के लिए पारस्परिक हित में एक साथ काम करेंगे। ट्विटर पर एक बार फिर से प्रधानमंत्री ने अपना संतोष व्यक्त किया और जर्मन में ट्वीट किया!
Ich verlasse Deutschland mit großer Befriedigung. Dieser Besuch wird die indisch-deutschen Beziehungen verstärken. Vielen Dank Deutschland!— Narendra Modi (@narendramodi) April 14, 2015
Der Besuch @hannover_messe war unvergesslich. Ich bin froh über die Begeisterung für Indien und @makeinindia. Herzlich Willkommen in Indien!— Narendra Modi (@narendramodi) April 14, 2015
I leave Germany with great satisfaction. This visit will strengthen the India-Germany ties. Thank you Germany!— Narendra Modi (@narendramodi) April 14, 2015
The visit to @hannover_messe was memorable. I am glad at the enthusiasm for India and @makeinindia. Heartiest welcome to India!— Narendra Modi (@narendramodi) April 14, 2015