प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत की सहायता से तैयार तीन विकास परियोजनाओं का 1 नवंबर, 2023 को सुबह लगभग 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संयुक्त रूप से उद्घाटन करेंगे। ये तीन परियोजनाएं हैं- अखौरा-अगरतला क्रॉस-बॉर्डर रेल सम्पर्क; खुलना-मोंगला बंदरगाह रेल लाइन; और मैत्री सुपर थर्मल बिजली संयंत्र की इकाई-II.
अखौरा-अगरतला क्रॉस-बॉर्डर रेल सम्पर्क परियोजना भारत सरकार द्वारा बांग्लादेश को दी गई 392.52 करोड़ रुपये की अनुदान सहायता के तहत तैयार की गई है। बांग्लादेश में 6.78 किलोमीटर लंबी दोहरी गेज रेल लाइन और त्रिपुरा में 5.46 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के साथ रेल सम्पर्क की कुल लंबाई 12.24 किलोमीटर है।
खुलना-मोंगला बंदरगाह रेल लाइन परियोजना भारत सरकार की रियायती ऋण सुविधा के तहत 388.92 मिलियन अमेरिकी डॉलर की कुल परियोजना लागत के साथ तैयार की गई है। इस परियोजना में मोंगला बंदरगाह और खुलना में मौजूदा रेल नेटवर्क के बीच लगभग 65 किलोमीटर ब्रॉड गेज रेल मार्ग का निर्माण शामिल है। इसके साथ ही बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह, मोंगला, ब्रॉड-गेज रेलवे नेटवर्क से जुड़ गया है।
1.6 बिलियन अमरीकी डालर के भारतीय रियायती वित्तपोषण योजना ऋण के अंतर्गत मैत्री सुपर थर्मल बिजली परियोजना, बांग्लादेश के खुलना डिवीजन के रामपाल स्थित 1320 मेगावाट (2x660) का सुपर थर्मल पावर प्लांट (एमएसटीपीपी) है। यह परियोजना बांग्लादेश-भारत मैत्री पावर कंपनी (प्राइवेट) लिमिटेड (बीआईएफपीसीएल) द्वारा कार्यान्वित की गई है, जो भारत की एनटीपीसी लिमिटेड और बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) के बीच 50:50 की संयुक्त उद्यम कंपनी है। मैत्री सुपर ताप बिजली संयंत्र की इकाई-I का सितम्बर 2022 में दोनों प्रधानमंत्रियों द्वारा संयुक्त रूप से अनावरण किया गया था और इकाई-2 का उद्घाटन 1 नवम्बर, 2023 को किया जाएगा। मैत्री सुपर थर्मल बिजली संयंत्र के संचालन से बांग्लादेश में ऊर्जा सुरक्षा बढ़ेगी।
ये परियोजनाएं क्षेत्र में कनेक्टिविटी और ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करेंगी।