“गर फिरदौस बर रू-ए-जमीं अस्त हमीं अस्तो हमीं अस्तो हमीं अस्त”अगर धरती पर कहीं स्वर्ग है तो वह यहीं है, यहीं है, यहीं है। जब भी आप कश्मीर का नाम सुनते हैं तो आपके जहन में यही पंक्तियां याद आती हैं। जम्मू कश्मीर, जिसे धरती का स्वर्ग कहते हैं, भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जम्मू कश्मीर यात्रा राज्य को स्वर्ग (विकास और शांति का) बनाने के लिए एक बार फिर एक महत्वपूर्ण शुरुआत है।
राष्ट्र के लिए विकास यात्रा का शुभारंभ करते हुए श्री मोदी ने राज्य की जनता को स्पष्ट कहा कि उनकी सरकार का फोकस राजनीति करना नहीं बल्कि लोगों का दिल जीतना है। उन्होंने सभी हिमालयी राज्यों के लिए एक साझी विकास योजना की संकल्पना भी पेश की। उनके कार्यकाल के शुरु में राज्य की उनकी यात्रा इस बात का संकेत है कि प्रधानमंत्री उत्तरी राज्य को अपनी शीर्ष प्राथमिकता में शामिल करते हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की 4 जुलाई 2014 को एक दिवसीय यात्रा का उद्देश्य हिमालयी राज्यों के लिए एक विकास योजना स्थापित करना है। मोदी ने एक संबोधन में कहा, “जम्मू कश्मीर की जनता का दिल जीतना मेरी प्राथमिकता है और यह उनके कल्याण तथा विकास के माध्यम से सुनिश्चित किया जाना है। हम सबकी यह जिम्मेदारी है कि राज्य की जनता खुशहाल और समृद्ध रहे।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी यात्रा को एक पवित्र यात्रा के रूप में माना जा सकता है। उन्होंने ट्वीट करके कहा, “एक ओर अमरनाथ यात्रा चल रही है। दूसरी ओर रमजान का पाक महीना है और यहां मां वैष्णो देवी से श्रृद्धालुओं को जोड़ने की सुविधा है।”
On one hand Amarnath Yatra is on. On the other hand it is Holy Month of Ramzan & here is a facility to connect devotees with Vaishno Devi:PM
— PMO India (@PMOIndia) July 4, 2014 कटरा से ट्रेन को हरी झंडी दिखाना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब वैष्णो देवी के आधार शिविर कटरा से उधमपुर के लिए पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाई तो जम्मू कश्मीर की जनता तथा पूरे देश के लिए यह गौरवपूर्ण क्षण था। यह ट्रेन उधमपुर से कटरा जो जोड़ेगी जहां हर साल लाखों श्रृद्धालु यात्रा करने जाते हैं। प्रधानमंत्री के लिए यह क्षण बेहद भावनात्मक था क्योंकि उन्होंने उस परियोजना का उद्घाटन किया जिसकी आधारशिला पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखी थी। श्री मोदी ने कहा कि “ढांचागत सुविधाएं विकास का मूल बिन्दु हैं।” प्रधानमंत्री ने कहा कि नई ट्रेन का नाम “श्री शक्ति एक्सप्रेस” रखा जाए।
जम्मू कश्मीर रेल लिंक के सपने को साकार करने में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, “इसके आगे विस्तार के लिए राज्य की जनता की नजरें अब आप (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर)टिकीं हैं।”
https://in.reuters.com/article/2014/07/04/india-modi-kashmir-idINKBN0F90PA20140704
PM suggests that new train to Katra be named Shreeshakti express.
— Press Trust of India (@PTI_News) July 4, 2014
Amid chants of "Bharat Mata Ki Jai" by school children on board, PM flags off the 1st train to Udhampur from Katra pic.twitter.com/gNiYSQa1bF
— PMO India (@PMOIndia) July 4, 2014
PM dedicating the Udhampur-Katra Railway Line to the Nation. He unveiled the plaque at Shri Mata Vaishno Devi Katra pic.twitter.com/AZI0WNTb1A
— PMO India (@PMOIndia) July 4, 2014 राष्ट्रीय जलविद्युत निगम के 240 मेगावाट के बिजली संयंत्र का उद्घाटन
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने उड़ी में नियंत्रण रेखा के समीप राष्ट्रीय जलविद्युत निगम (एनएचपीसी) के 240 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता के बिजली संयत्र का उद्घाटन किया। बिजली, कोयला और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री पीयूष गोयल ने कहा, “यहां से पैदा होने वाली बिजली से जम्मू तथा कश्मीर को लाभ होगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।” इस परियोजना की रूपरेखा श्री वाजपेयी की सरकार के कार्यकाल में तैयार हुई थी।
श्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी को याद किया और कहा कि वाजपेयी ने जो अच्छे कार्य शुरू किए थे वो उन्हें आगे बढ़ाऐंगे। जम्मू कश्मीर की 4 जुलाई 2014 की यात्रा सुखद संयोग से भरी रही क्योंकि जिस बिजली परियोजना का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ने किया, उसकी आधारशिला भी श्री वाजपेयी के नेतृत्व में राजग सरकार के कार्यकाल में ही रखी गई थी।
The power generated will benefit Jammu & Kashmir immensely and give an impetus to the local economy and create employment for locals (8/n)
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) July 4, 2014 बादामी बाग छावनी इलाके का दौरा
श्री मोदी ने सैनिकों से मिलने के लिए बादामी बाग छावनी इलाके का दौरा भी किया। श्री मोदी ने बादामी बाग में शहीद स्मारक पर जाकर श्रृद्धा सुमन अर्पित भी अर्पित किए। इसके बाद श्री मोदी ने सैनिक सम्मेलन को संबोधित किया और रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भर होने की जरूरत पर बल दिया जो कि राष्ट्र की सुरक्षा के लिए जरूरी है। विकास के अपने उद्देश्य को आगे बढ़ाते हुए श्री मोदी ने कहा कि सशक्त सशस्त्र सुरक्षा बल एक शांतिपूर्ण माहौल के लिए योगदान करेंगे जो कि भारत के विकास का आधार है।
प्रधानमंत्री ने बादामी बाग छावनी पर सैनिकों को संबोधित करने से पहले सलामी ली, श्रीनगर( पीआईबी फोटो)[/caption]
श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार सुरक्षा बलों के आधुनिकीकरण पर विचार कर रही है। उन्होंने एक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक बनाने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई।
प्रधानमंत्री ने बादामीबाग छावनी पर सैनिकों को संबेोधित करने से पहले सलामी ली, श्रीनगर( पीआईबी फोटो)