प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज ऑपरेशन गंगा में शामिल हितधारकों के साथ बातचीत की। ऑपरेशन गंगा के बल पर लगभग 23000 भारतीय नागरिकों के साथ-साथ 18 देशों के 147 विदेशी नागरिकों को भी यूक्रेन से सफलतापूर्वक सुरक्षित निकाला।
बातचीत के दौरान, यूक्रेन, पोलैंड, स्लोवाकिया, रोमानिया और हंगरी में भारतीय समुदाय और निजी क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने ऑपरेशन गंगा का हिस्सा बनने के अपने अनुभव, उनके सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में बताया और इस तरह के एक जटिल मानवीय ऑपरेशन में अपने योगदान पर संतोष और सम्मान की भावना व्यक्त की।
प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय के नेताओं, स्वयंसेवी समूहों, कंपनियों, व्यक्ति विशेष और सरकारी अधिकारियों की अत्यधिक सराहना की, जिन्होंने ऑपरेशन की सफलता के लिए अथक प्रयास किया। उन्होंने ऑपरेशन गंगा में शामिल सभी हितधारकों द्वारा प्रदर्शित देशभक्ति के उत्साह, सामुदायिक सेवा की भावना और टीम भावना की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से विभिन्न सामुदायिक संगठनों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी निस्वार्थ सेवा भारतीय सभ्यता के मूल्यों का उदाहरण है जो वे विदेशी धरती पर भी अपनाते हैं।
संकट के दौरान भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में प्रधानमंत्री ने यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों के नेताओं के साथ अपनी व्यक्तिगत बातचीत को याद किया और सभी विदेशी सरकारों से प्राप्त समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।
विदेशों में भारतीयों की सुरक्षा को सरकार द्वारा दी जाने वाली उच्च प्राथमिकता को दोहराते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने किसी भी अंतरराष्ट्रीय संकट के दौरान अपने नागरिकों की सहायता के लिए हमेशा तत्परता से काम किया है। भारत ने वसुधैव कुटुम्बकम के अपने सदियों पुराने दर्शन से प्रेरित होकर, आपात स्थितियों के दौरान अन्य देशों के नागरिकों को भी मानवीय सहायता प्रदान की है।