21वें आसियान-भारत और 19वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए लाओस के प्रधानमंत्री श्री सोनेक्से शिफानडोन के निमंत्रण पर आज मैं विएंतियान की दो दिवसीय यात्रा पर जा रहा हूं।
इस वर्ष हम अपनी एक्ट ईस्ट नीति के एक दशक पूरे कर रहे हैं। मैं आसियान नेताओं के साथ मिलकर हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी में प्रगति की समीक्षा करूंगा और हमारे सहयोग की भविष्य की दिशा तय करूंगा।
यह पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए चुनौतियों पर विचार-विमर्श करने का अवसर प्रदान करेगा।
हम लाओ पीडीआर सहित इस क्षेत्र के साथ घनिष्ठ, सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंध साझा करते हैं, जो बौद्ध धर्म और रामायण की साझा विरासत से समृद्ध हैं। मैं अपने द्विपक्षीय संबंधों को और सुदृढ़ करने के लिए लाओ पीडीआर नेतृत्व के साथ अपनी बैठकों की प्रतीक्षा कर रहा हूं।
मुझे विश्वास है कि इस यात्रा से आसियान देशों के साथ हमारे संबंध और प्रगाढ़ होंगे।