प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज सिंगापुर के एमेरिटस सीनियर मिनिस्टर (ईएसएम) श्री गोह चोक टोंग की अगवानी की। ईएसएम गोह के साथ प्रधानमंत्री के कार्यालय के मंत्री एस ईश्वरन, जो गृह मामलों एवं व्यापार-उद्योग के लिए दूसरे मंत्री हैं, और सिंगापुर के राष्ट्रीय विकास के राज्य मंत्री श्री डेसमंड ली भी थे।
प्रधानमंत्री ने ईएसएम गोह और द्विपक्षीय संबंधों को विकसित करने में उनके विशेष योगदान का स्मरण किया और कहा कि वह लम्बे समय से उनके साथ संबद्ध रहे हैं। ईएसएम गोह ने प्रधानमंत्री को चुनाव में शानदार जीत के लिए बधाई दी और भारत के आर्थिक, सामाजिक कायाकल्प के प्रति उनके महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण की सराहना की। उन्होंने प्रधानमंत्री को प्रोत्साहित किया कि वह भारत को एक वैश्विक उत्पादक देश के रूप में विकसित करें और कहा कि इसके लिए कौशल विकास और अंतर्राष्ट्रीय मंडियों तक पहुंच जरूरी होगी। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि भारत को विशेष रूप से क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी से जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पूरे एशियाई क्षेत्र के लिए भारत में शांति और समृद्धि होना बहुत महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री ने ईएसएम गोह को उन विभिन्न उपायों की जानकारी दी जो उनकी सरकार ने स्मार्ट सिटीज और शहरी केंद्रों के विकास के लिए किये हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जनसंख्या से लाभ उठाने, लोकतंत्र और घरेलू बाजारों की बड़े पैमाने पर मांग पूरी करने से भारत एक वैश्विक उत्पादक देश के रूप में उभर सकेगा। उन्होंने कहा कि इन उपायों के बावजूद यह जरूरी होगा कि भारत अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ भागीदारी करे ताकि उसे आवश्यक जानकारी और निधियां प्राप्त हो सकें। इस संदर्भ में प्रधानमंत्री ने सिंगापुर के साथ भागीदारी की अपनी इच्छा की जानकारी दी। ईएसएम ने सुझाव दिया कि दोनों पक्षों को महत्वपूर्ण आर्थिक भागीदारी में प्रवेश के लिए काम करना चाहिए।
ईएसएम गोह ने प्रधानमंत्री को सिंगापुर आने के लिए आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जितनी जल्दी सुविधाजनक होगा, गोह सिंगापुर आने की कोशिश करेंगे। दोनों देश भारत और सिंगापुर के राष्ट्रपतियों की एक-दूसरे के यहां आने और स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल होने के प्रति आशावान हैं।