प्रधानमंत्री ने मालदीव के विदेश मंत्री और गणराज्‍य के राष्‍ट्रपति के विशेष प्रतिनिधि डॉ. मोहम्‍मद असीम की अगवानी की

मालदीव के विदेश मंत्री और राष्‍ट्रपति के विशेष प्रतिनिधि डॉ. मोहम्‍मद असीम ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी से मुलाकात की।

दोनों नेताओं ने भारत और मालदीव के बीच निकट पड़ोसी के रूप में संबंधों की चर्चा की, जो हिन्‍द महासागर में साझा इतिहास, संस्‍कृति और समुद्री हितों से जुड़े हैं। विशेष प्रतिनिधि डॉ. असीम ने मालदीव की ‘’इंडिया फर्स्‍ट’’ नीति के अंतर्गत भारत के साथ निकट संबंधों को बरकरार रखने की मालदीव की प्रतिबद्धता दोहराई।

प्रधानमंत्री ने दृढ़तापूर्वक कहा कि भारत हमेशा मालदीव का भरोसेमंद और निकट पड़ोसी रहेगा और उसकी प्रगति तथा सुरक्षा में सहायक होगा।

डॉ. असीम ने मालदीव की यात्रा पर प्रधानमंत्री को आमंत्रित करने के राष्‍ट्रपति यमीन के निमंत्रण को दोहराया। प्रधानमंत्री ने निमंत्रण के लिए उनका आभार व्‍यक्‍त किया और उचित समय पर यात्रा करने के बारे में सहमति व्‍यक्‍त की। डॉ. असीम ने प्रधानमंत्री को राष्‍ट्रपति अब्‍दुल्‍ला यमीन की शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने भी उन्‍हें हार्दिक शुभकामनाएं दीं।

Explore More
140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी

लोकप्रिय भाषण

140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी
UPI hits record with ₹16.73 billion in transactions worth ₹23.25 lakh crore in December 2024

Media Coverage

UPI hits record with ₹16.73 billion in transactions worth ₹23.25 lakh crore in December 2024
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रानी वेलु नचियार को उनकी जयंती पर स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की
January 03, 2025

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीरांगना रानी वेलु नचियार को आज उनकी जयंती पर स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री मोदी ने कहा कि उन्होंने औपनिवेशिक शासन के खिलाफ वीरतापूर्ण लड़ाई लड़ी और अपनी अदम्य वीरता एवं रणनीतिक प्रतिभा का परिचय दिया।

एक्स पर अपनी एक पोस्ट में श्री मोदी ने लिखा:

"साहसी रानी वेलु नचियार को उनकी जयंती पर स्मरण करता हूं! उन्होंने असाधारण वीरता और रणनीतिक प्रतिभा का परिचय देते हुए औपनिवेशिक शासन के खिलाफ वीरतापूर्ण लड़ाई लड़ी। उन्होंने पीढ़ियों को उत्पीड़न के खिलाफ खड़े होने और स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरित किया। महिला सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने में उनकी भूमिका की भी व्यापक रूप से सराहना की जाती है।"