प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 1950 में हुए कोरियाई युद्ध की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर कोरियाई प्रायद्वीप में शांति की खोज में अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुरों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में इस अवसर पर आयोजित स्मारक समारोह के दौरान प्रधानमंत्री का एक वीडियो संदेश दिखाया गया। समारोह का आयोजन दक्षिण कोरिया के देशभक्तों और सेवानिवृत्त सैनिक कार्य मंत्रालय द्वारा किया गया था और इसकी अध्यक्षता दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति श्री मून जे-इन ने की। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में, दक्षिण कोरिया के युद्ध के प्रयास में भारतीय योगदान को याद किया जो 60 पैराफील्ड अस्पताल की तैनाती के रूप में किया गया था। अस्पताल ने युद्ध के दौरान महत्वपूर्ण सेवाएं दी और सैनिकों और नागरिकों दोनों को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की। प्रधानमंत्री ने कोरियाई लोगों को युद्ध की राख से एक महान देश के निर्माण में उनके लचीलेपन, कड़ी मेहनत और संकल्प के लिए बधाई दी और कोरियाई प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता को सुरक्षित रखने के लिए दक्षिण कोरिया की सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कोरियाई प्रायद्वीप में स्थायी शांति के लिए सरकार और भारत की जनता की ओर से शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर आयोजित समारोह में राष्ट्रपति मून के अलावा, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री, अन्य कैबिनेट मंत्री, उन देशों के राजदूत जिन्होंने युद्ध के दौरान दक्षिण कोरिया को सहायता प्रदान की थी, और कोरिया के गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।