प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 12 मार्च, 2021 को अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से पदयात्रा (स्वतंत्रता मार्च) को हरी झंडी दिखाएंगे और आजादी का अमृत महोत्सव (India@75) के शुरुआती कार्यक्रमों का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री आजादी के अमृत महोत्सव से संबंधित अनेक सांस्कृतिक व डिजिटल कार्यक्रमों का उद्घाटन करेंगे और साबरमती आश्रम में उपस्थित जन-समुदाय को संबोधित भी करेंगे। इस अवसर पर गुजरात के राज्यपाल श्री आचार्य देवव्रत, केंद्रीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद सिंह पटेल और गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम सुबह साढ़े 10 बजे प्रारंभ होगा।
आजादी का अमृत महोत्सव
आजादी का अमृत महोत्सव भारत के स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए भारत सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला है। महोत्सव जन भागीदारी भावना के साथ जन उत्सव के रूप में मनाया जाएगा।
स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों के बारे में नीतियों और योजनाओं को तैयार करने के लिए गृहमंत्री की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय क्रियान्वयन समिति बनाई गई है। महोत्सव के शुरुआती कार्यक्रम 12 मार्च, 2021 से प्रारंभ होंगे। ये कार्यक्रम 15 अगस्त, 2022 से 75 सप्ताह पहले आयोजित किए जा रहे हैं।
पदयात्रा
प्रधानमंत्री अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से नवसारी में दांडी तक जाने वाले 81 पदयात्रियों को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। 241 मील की यह यात्रा 25 दिन में 5 अप्रैल को समाप्त होगी। दांडी के रास्ते में विभिन्न समूहों के लोग पदयात्रा में शामिल होंगे। केंद्रीय मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल 75 किलोमीटर की पदयात्रा के पहले चरण का नेतृत्व करेंगे।
India@75 के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों का पूर्वावलोकन
India@75 विषय पर निश्चित किए गए कार्यक्रमों का उद्घाटन होगा। इनमें फिल्म, वेबसाइट, गायन, आत्मनिर्भर चरखा तथा आत्मनिर्भर इन्क्यूबेटर शामिल हैं।
इन कार्यक्रमों के साथ-साथ देश की अदम्य भावना के उत्सव दिखाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इनमें संगीत, नृत्य, प्रवचन, प्रस्तावना पठन (प्रत्येक पंक्ति देश के विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाली विभिन्न भाषाओं में) शामिल हैं। युवाशक्ति को भारत के भविष्य के रूप में दिखाते हुए गायकवृन्द में 75 स्वर के साथ-साथ 75 नर्तक होंगे।
12 मार्च, 2021 को पूरे भारत में राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारें कार्यक्रम आयोजित कर रही हैं। इन कार्यक्रमों के अतिरिक्त भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण तथा संस्कृति मंत्रालय के क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र, युवा कार्यक्रम मंत्रालय और ट्राइफेड की ओर से इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम बनाए गए हैं।