प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 3-4 फरवरी, 2024 को ओडिशा और असम का दौरा करेंगे।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 3 फरवरी को लगभग 2:15 बजे, ओडिशा के संबलपुर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान 68,000 करोड़ रुपये से अधिक लागत की कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास रखेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री असम जाएंगे। 4 फरवरी को लगभग 11:30 बजे प्रधानमंत्री गुवाहाटी में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान 11,000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री संबलपुर में
देश की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने के प्रधानमंत्री के विज़न के अनुरूप, ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ओडिशा के संबलपुर में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कई परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री 'जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामरा पाइपलाइन परियोजना (जेएचबीडीपीएल)' के 'धामरा - अंगुल पाइपलाइन खंड' (412 किलोमीटर) का उद्घाटन करेंगे। 'प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा' के अंतर्गत 2450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित यह परियोजना ओडिशा को राष्ट्रीय गैस ग्रिड से जोड़ेगी। प्रधानमंत्री मुंबई-नागपुर-झारसुगुड़ा पाइपलाइन के 'नागपुर झारसुगुड़ा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन खंड' (692 किमी)' की आधारशिला भी रखेंगे। यह परियोजना 2660 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित की जा रही है, जिससे ओडिशा, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में प्राकृतिक गैस की उपलब्धता में काफी सुधार होगा।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री लगभग 28,980 करोड़ रुपये लागत की कई विद्युत परियोजनाओं का लोकार्पण और आधारशिला भी रखेंगे। राष्ट्र को समर्पित की जाने वाली इन परियोजनाओं में ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में एनटीपीसी दरलीपाली सुपर थर्मल पावर स्टेशन (2x800 मेगावाट) और एनएसपीसीएल राउरकेला पीपी-II विस्तार परियोजना (1x250 मेगावाट) शामिल हैं। प्रधानमंत्री ओडिशा के अंगुल जिले में एनटीपीसी तालचेर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, स्टेज-III (2x660 मेगावाट) की आधारशिला भी रखेंगे। ये विद्युत परियोजनाएं ओडिशा के साथ-साथ कई अन्य राज्यों को भी किफायती बिजली की आपूर्ति करेंगी।
प्रधानमंत्री 27000 करोड़ रुपये से अधिक लागत की नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन (एनएलसी) तालाबीरा थर्मल पावर परियोजना की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के विज़न को मजबूत करते हुए, यह अत्याधुनिक परियोजना देश की ऊर्जा सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देगी और यह विश्वसनीय, किफायती तथा चौबीस घंटे उपलब्ध बिजली की आपूर्ति करते हुए देश की आर्थिक प्रगति एवं समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
प्रधानमंत्री अंगुल जिले के तालचेर कोलफील्ड्स में फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी (एफएमसी) परियोजनाओं - भुवनेश्वरी चरण- I और लाजकुरा रैपिड लोडिंग सिस्टम (आरएलएस) सहित महानदी कोल फील्ड्स लिमिटेड की कोयला बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। लगभग 2145 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह परियोजनाएं ओडिशा से शुष्क ईंधन की गुणवत्ता और आपूर्ति को बढ़ावा देंगी। प्रधानमंत्री ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में 550 करोड़ रुपये से अधिक लागत से तैयार आईबी वैली वाशरी का भी उद्घाटन करेंगे। यह गुणवत्ता, नवाचार और स्थिरता का प्रदर्शन करते हुए कोयला प्रसंस्करण में महत्वपूर्ण परिवर्तन का प्रतीक होगा। प्रधानमंत्री महानदी कोल फील्ड्स लिमिटेड द्वारा 878 करोड़ रुपये के निवेश से निर्मित झारसुगुड़ा-बारपाली-सरडेगा रेल लाइन चरण -1 की 50 किमी लंबा दूसरा ट्रैक भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
प्रधानमंत्री लगभग 2110 करोड़ रुपये की संचयी लागत से विकसित राष्ट्रीय राजमार्गों की तीन सड़क क्षेत्र परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं में एनएच 215 (नया एनएच नंबर 520) के रिमुली-कोइदा खंड को चार लेन का करना, एनएच 23 (नया एनएच नंबर 143) के बिरमित्रपुर-ब्राह्मणी बाईपास अंतिम खंड को चार लेन करना और ब्राह्मणी बाईपास एंड-राजामुंडा खंड को चार लेन बनाना शामिल है। ये परियोजनाएं कनेक्टिविटी बढ़ाएंगी और क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी अपना योगदान देंगी।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री लगभग 2146 करोड़ रुपये लागत की रेलवे परियोजनाओं का लोकार्पण और आधारशिला रखेंगे। वह संबलपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे, जिसकी वास्तुकला शैलश्री पैलेस से प्रेरित है। वह इस क्षेत्र में रेल नेटवर्क क्षमता को बढ़ाने के लिए संबलपुर-तालचेर दोहरीकरण रेलवे लाइन (168 किलोमीटर) और झारतरभा से सोनपुर नई रेलवे लाइन (21.7 किलोमीटर) भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री पुरी-सोनेपुर-पुरी साप्ताहिक एक्सप्रेस को भी झंडी दिखाएंगे, जिससे क्षेत्र में रेल यात्रियों के लिए कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
प्रधानमंत्री आईआईएम संबलपुर के स्थायी परिसर का भी उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा, वह झारसुगुड़ा प्रधान डाकघर विरासत भवन भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
गुवाहाटी में पीएम
प्रधानमंत्री गुवाहाटी में 11,000 करोड़ रुपये लागत की परियोजनाओं का उद्घाटन और आधारशिला रखेंगे।
तीर्थ स्थलों की यात्रा करने वाले लोगों को विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करना प्रधानमंत्री का एक प्रमुख फोकस क्षेत्र रहा है। इस प्रयास में उठाए गए एक कदम में प्रधानमंत्री जिन प्रमुख परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे उनमें मां कामाख्या दिव्य परियोजना (मां कामाख्या एक्सेस कॉरिडोर) शामिल है, जिसे पूर्वोत्तर क्षेत्र योजना के लिए प्रधानमंत्री के विकास पहल के तहत मंजूरी दी गई है। यह परियोजना कामाख्या मंदिर आने वाले तीर्थयात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
प्रधानमंत्री 3400 करोड़ रुपये से अधिक लागत की कई सड़क उन्नयन परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे, जिनमें 38 पुलों सहित 43 सड़कें शामिल हैं, जिन्हें दक्षिण एशिया उप-क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग (एसएएसईसी) कॉरिडोर कनेक्टिविटी के हिस्से के रूप में उन्नत किया जाएगा। प्रधानमंत्री डोलाबारी से जमुगुरी और बिश्वनाथ चारियाली से गोहपुर तक की दो 4-लेन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाएं ईटानगर से कनेक्टिविटी को बेहतर करने और क्षेत्र के समग्र आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
इस क्षेत्र की खेल क्षमता का पूरा उपयोग करने के उद्देश्य से, प्रधानमंत्री राज्य में खेल बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए कई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इन परियोजनाओं में चंद्रपुर में एक अंतरराष्ट्रीय मानक खेल स्टेडियम और नेहरू स्टेडियम को फीफा मानक फुटबॉल स्टेडियम के रूप में उन्नत करना शामिल है।
प्रधानमंत्री गौहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के बुनियादी ढांचे के विकास की भी आधारशिला रखेंगे। इसके अलावा वे करीमगंज में एक मेडिकल कॉलेज के विकास की आधारशिला भी रखेंगे।