प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 24 अप्रैल, 2022 को सुबह लगभग 11:30 बजे राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह में भाग लेने के लिए जम्मू एवं कश्मीर का दौरा करेंगे और देश भर की सभी ग्राम सभाओं को संबोधित करेंगे। वो सांबा जिले की पल्ली पंचायत का दौरा करेंगे। इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री लगभग 20,000करोड़ रुपये लागत वाली विकास की विभिन्न पहल का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री अमृत सरोवर पहल का भी शुभारंभ करेंगे। इसके बाद, लगभग शाम5बजे, प्रधानमंत्री मुंबई में मास्टर दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार समारोह में भाग लेंगे, जहां उन्हें प्रथम लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री जम्मू एवं कश्मीर में
अगस्त 2019 में जम्मू एवं कश्मीर के संबंध में संवैधानिक सुधारों की शुरुआत के बाद से, सरकार ने अभूतपूर्व गति से प्रशासन को बेहतर करनेव इस क्षेत्र के लोगों के जीवन को और अधिक सुगम बनाने के लिए व्यापक सुधार लाने पर ध्यान केन्द्रित किया है। इस यात्रा के दौरान जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है व जिनकी आधारशिला रखी जा रही है, वे बुनियादी सुविधाओं को सुलभ बनाने, आवागमन में आसानी और इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास को सुनिश्चित करने की राह में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगी।
प्रधानमंत्री 3100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनी बनिहाल काजीगुंड सड़क सुरंग का उद्घाटन करेंगे। कुल8.45 किलोमीटर लंबी यह सुरंग सड़क मार्ग से बनिहाल और काजीगुंड के बीच की दूरी को 16 किलोमीटर कम कर देगी और यात्रा में लगने वाले समय में लगभग डेढ़ घंटे की कमीला देगी। यह एक दोहरेट्यूबों वाली सुरंग है- यात्रा की प्रत्येक दिशा के लिए एक ट्यूब।इस सुरंग में रखरखाव और आपातकालीन निकासी के उद्देश्य सेदोहरे ट्यूबों को हर 500 मीटर की दूरी पर एक क्रॉस मार्ग के जरिए आपस में जोड़ा जा रहा है। यह सुरंग जम्मू और कश्मीर के बीच हर मौसम में संपर्क स्थापित करने तथा दोनों क्षेत्रों को करीब लाने में मदद करेगी।
प्रधानमंत्री 7500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनने वाले दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे के तीन रोड पैकेजों की आधारशिला रखेंगे। ये रोड पैकेजराष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर बलसुआ से गुरहा बैलदारन, हीरानगर तक; गुरहा बैलदारन, हीरानगर से जाख, विजयपुर तक; और जाख, विजयपुर से कुंजवानी, जम्मूतक जम्मू हवाई अड्डे से स्पर कनेक्टिविटी के साथ दिल्ली-कटरा-अमृतसर एक्सप्रेसवे पर नियंत्रित पहुंच प्रदान करने के उद्देश्य से 4/6 लेन वालीसडकों के निर्माण से संबंधित हैं।
प्रधानमंत्री रतले और क्वार पनबिजली परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। किश्तवाड़ जिले में चिनाब नदी पर लगभग 5300 करोड़ रुपये की लागत से 850 मेगावाट की रतले पनबिजली परियोजना का निर्माण किया जाएगा। 540 मेगावाट की क्वार पनबिजली परियोजना का निर्माण भी किश्तवाड़ जिले में चिनाब नदी पर 4500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जाएगा। इन दोनों पनबिजली परियोजनाओं से इस क्षेत्र की बिजली संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
जम्मू एवं कश्मीर में जन औषधि केन्द्रों के नेटवर्क का और आगे विस्तार करने तथा सस्ती कीमतों पर अच्छी गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 100 केन्द्रों को कामकाज के लिएतैयारकिया गया है और इन्हें प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा। ये जन औषधिकेन्द्रइस केन्द्रशासित प्रदेश के सुदूरवर्तीइलाकों में स्थित हैं। प्रधानमंत्री पल्ली में 500 किलोवाट के एक सौर ऊर्जा संयंत्र का भी उद्घाटन करेंगे। यह सौर संयंत्रपल्ली को देश की पहली कार्बन न्यूट्रल पंचायत बना देगा।
प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के लाभार्थियों को प्रधानमंत्री स्वामित्व कार्ड सौंपेंगे। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए पुरस्कार पाने वाली पंचायतों को पुरस्कार राशि भी हस्तांतरित करेंगे। प्रधानमंत्री इनताच फोटो गैलरी, जिसमें इस इलाके की ग्रामीण विरासत को दर्शाया गया हैऔर नोकिया स्मार्टपुर, जोकि भारत में आदर्श स्मार्ट गांव के निर्माण के लिए डिज़ाइन किया गया एक ग्रामीण उद्यमिता-आधारित मॉडल है, का भी दौरा करेंगे।
अमृत सरोवर
जम्मू एवं कश्मीर की यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री जल निकायों का कायाकल्प सुनिश्चित करने के उद्देश्य सेअमृत सरोवर नामक एक नई पहल का शुभारंभ भी करेंगे। इस पहल का उद्देश्य देश के प्रत्येक जिले में 75 जल निकायों का विकास और कायाकल्प करना है। यह आजादी का अमृत महोत्सव के प्रति सरकार का एक और सम्मान है।
प्रधानमंत्री मुंबई में
प्रधानमंत्री शाम करीब पांच बजे मुंबई में मास्टर दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार समारोह में शामिल होंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री को प्रथम लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। भारत रत्न लता मंगेशकर की स्मृति में स्थापित किया गया यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष सिर्फ एक व्यक्ति को राष्ट्र निर्माण में अनुकरणीय योगदान के लिए दिया जाएगा।