राष्ट्र 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाएगा। उल्लेखनीय है कि 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने भारत के संविधान को अंगीकार किया था, जिसके उपलक्ष्य में 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है। संविधान दिवस को मनाना 2015 में शुरू हुआ था, जो इस ऐतिहासिक तिथि के महत्त्व को उचित मान्यता देने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण पर आधारित है। इस दृष्टिकोण का आधार 2010 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आयोजित "संविधान गौरव यात्रा" में निहित हो सकता है।
इस वर्ष संविधान दिवस समारोह के तहत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 26 नवंबर, 2021 को संसद और विज्ञान भवन में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
संसद में आयोजित कार्यक्रम सुबह 11 बजे से शुरू होगा। कार्यक्रम संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में आयोजित होगा। कार्यक्रम को राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष संबोधित करेंगे। राष्ट्रपति के भाषण के बाद, वह संविधान की प्रस्तावना को पढ़ेंगे, जिसका लाइव प्रसारण किया जाएगा। राष्ट्रपति संविधान सभा में हुए बहस व चर्चाओं का डिजिटल संस्करण, भारत के संविधान की सुलेखित प्रति का डिजिटल संस्करण और भारत के संविधान के अद्यतन संस्करण का भी विमोचन करेंगे जिसमें अब तक के सभी संशोधन शामिल होंगे। वह 'संवैधानिक लोकतंत्र पर ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी' का भी उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री शाम 5:30 बजे विज्ञान भवन, नई दिल्ली के प्लेनरी हॉल में उच्चतम न्यायालय द्वारा आयोजित दो दिवसीय संविधान दिवस समारोह का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर सर्वोच्च न्यायालय के सभी न्यायाधीश, सभी उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश और अन्य वरिष्ठ न्यायाधीश, भारत के सॉलिसिटर जनरल और कानूनी क्षेत्र के अन्य सदस्य उपस्थित रहेंगे। प्रधानमंत्री विशिष्ट सभा को भी संबोधित करेंगे।