प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 8 अगस्त, 2020 को ‘राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र’ का उद्घाटन करेंगे, जो स्वच्छ भारत मिशन पर एक परस्पर संवादात्‍मक (इंटरैक्टिव) अनुभव केंद्र है। महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि के तहत राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र (आरएसके) को पहली बार प्रधानमंत्री द्वारा गांधीजी के चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी समारोह के अवसर पर 10 अप्रैल 2017 को घोषित किया गया था।

‘आरएसके’ की स्थापना से आने वाली पीढ़ियां दुनिया के सबसे बड़े व्यवहार परिवर्तन अभियान ‘स्वच्छ भारत मिशन’ की सफल यात्रा से सही ढंग से अवगत हो पाएंगी। आरएसके में डिजिटल और आउटडोर इंस्टॉलेशन के संतुलित मिश्रण से स्वच्छता एवं संबंधित पहलुओं के बारे में विभिन्‍न सूचनाएं, जागरूकता और जानकारियां प्राप्‍त होंगी। विभिन्‍न प्रक्रियाओं और गतिविधियों की जटिल परस्पर क्रिया को संवादात्‍मक प्रारूप में आत्मसात ढंग से सीखने, सर्वोत्तम प्रथाओं, वैश्विक मानदंडों, सफलता की गाथाओं और विषयगत संदेशों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा।

हॉल 1 में आगंतुकों को एक अनूठे 360° ऑडियो विजुअल मनमोहक शो का अनुभव होगा, जो भारत की स्वच्छता की गाथा - दुनिया के इतिहास में सबसे बड़े व्यवहार परिवर्तन अभियान की यात्रा का वर्णन करेगा। हॉल 2 में संवादात्‍मक एलईडी पैनलों, होलोग्राम बॉक्स, इंटरएक्टिव गेम, इत्‍यादि की पूरी सीरीज है जो बापू के ‘स्वच्छ भारत’ विजन को साकार करने के लिए किए गए विभिन्‍न उल्‍लेखनीय कार्यों की गाथा बताएगी। ‘आरएसके’ से सटे लॉन में खुले में आकाश तले पेश किए जाने वाले डिस्‍प्‍ले के दौरान ऐसी तीन प्रदर्शनियां प्रस्‍तुत की जाएंगी जो सत्याग्रह से लेकर स्वच्छाग्रह तक भारत की यात्रा के उपाख्यान हैं। इस केंद्र के चारों ओर बने कलात्मक दीवार भित्ति चित्र भी मिशन की सफलता के मुख्य अवयवों का वृत्तान्त पेश करेंगे।

‘आरएसके’ का दौरा करने के बाद प्रधानमंत्री आरएसके के एम्फीथिएटर में दिल्ली के 36 स्कूली छात्रों के साथ संवाद करेंगे, जो 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस दौरान सामाजिक दूरी के प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। इसके बाद प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम संबोधन होगा।

‘स्वच्छ भारत मिशन’ ने भारत में ग्रामीण स्वच्छता के परिदृश्‍य को व्‍यापक तौर पर बदल दिया है और 55 करोड़ से भी अधिक लोगों के व्यवहार में उल्‍लेखनीय बदलाव लाकर उन्‍हें खुले में शौच के बजाय शौचालय का उपयोग करने के लिए सफलतापूर्वक प्रेरित किया है। इसके लिए भारत को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने काफी सराहा है और इसके साथ ही हमने शेष विश्व के लिए एक मिसाल पेश की है। यह मिशन अब अपने दूसरे चरण में है, जिसका लक्ष्य भारत के गांवों को ‘ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त)’ से भी आगे ले जाकर ‘ओडीएफ प्लस’ के स्‍तर पर पहुंचाना है जिसके तहत ओडीएफ के दर्जे को बनाए रखने के साथ-साथ सभी के लिए ठोस एवं तरल अपशिष्ट का समुचित प्रबंधन सुनिश्चित करने पर भी फोकस किया जा रहा है।

Explore More
140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी

लोकप्रिय भाषण

140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी
Job opportunities for women surge by 48% in 2025: Report

Media Coverage

Job opportunities for women surge by 48% in 2025: Report
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
जापान-भारत व्यापार सहयोग समिति के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की
March 05, 2025
Quoteजापानी प्रतिनिधिमंडल में विनिर्माण, बैंकिंग, एयरलाइंस, फार्मा क्षेत्र, इंजीनियरिंग और लॉजिस्टिक्स जैसे प्रमुख क्षेत्रों के कॉर्पोरेट घरानों के प्रतिनिधि शामिल
Quoteप्रधानमंत्री मोदी ने 'मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड' के प्रति जापान की मजबूत प्रतिबद्धता की सराहना की

जापान-भारत व्यापार सहयोग समिति (जेआईबीसीसी) के 17 सदस्यों वाले प्रतिनिधिमंडल ने अपने अध्यक्ष श्री तात्सुओ यासुनागा के नेतृत्व में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में विनिर्माण, बैंकिंग, एयरलाइंस, फार्मा सेक्टर, प्लांट इंजीनियरिंग और लॉजिस्टिक्स जैसे प्रमुख क्षेत्रों के प्रमुख जापानी कॉर्पोरेट घरानों के वरिष्ठ प्रतिनिधि शामिल थे।

श्री यासुनागा ने प्रधानमंत्री को अपनी भारतीय समकक्ष, भारत-जापान व्यापार सहयोग समिति के साथ जापान-भारत व्यापार सहयोग समिति की आगामी 48वीं संयुक्त बैठक के बारे में जानकारी दी। यह बैठक 06 मार्च 2025 को नई दिल्ली में होने वाली है। चर्चा में भारत में उच्च गुणवत्ता, कम लागत वाले विनिर्माण, अफ्रीका पर विशेष ध्यान देने के साथ वैश्विक बाजारों के लिए विनिर्माण का विस्तार और मानव संसाधन विकास तथा आदान-प्रदान को बढ़ाने सहित प्रमुख क्षेत्र शामिल रहे।

प्रधानमंत्री ने भारत में जापानी व्यवसायों की विस्तार योजनाओं और 'मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड' के प्रति उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कौशल विकास में बढ़े हुए सहयोग के महत्व पर भी बल दिया, जो भारत-जापान द्विपक्षीय संबंधों का प्रमुख स्तंभ बना हुआ है।