प्रधानमंत्री मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ 2024 के दौरान छात्रों को संबोधित किया और उनसे बातचीत की। छात्रों के साथ बातचीत करते हुए, उन्होंने यह भी बताया कि छात्रों को शैक्षणिक तैयारी में टेक्नोलॉजी के उपयोग को कैसे संतुलित करना चाहिए। उन्होंने सचेत किया कि ज़रूरत से ज़्यादा टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया का इस्तेमाल सीक्रेसी को बढ़ा सकता है, जिससे भरोसे की कमी पैदा हो सकती है। उन्होंने आगे कहा कि एक छात्र को अपने माता-पिता को भी यह बताना चाहिए कि उसे विभिन्न शैक्षिक उद्देश्यों के लिए मोबाइल फोन की ज़रूरत है ताकि माता-पिता को इसकी जानकारी हो और वे उस पर भरोसा रख सकें।
पीएम मोदी ने गैजेट्स के उपयोग में अनुशासन की आवश्यकता पर जोर दिया, क्योंकि इससे छात्र की उत्पादकता बढ़ती है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी का सही तरीके से उपयोग करने से हम इसके प्रभाव पर काबू पा सकेंगे। उन्होंने कहा कि माता-पिता को भी भरोसेमंद रिश्ते के लिए, बच्चों की ज़रूरतों को समझना और उनकी निगरानी करनी चाहिए। इससे टेक्नोलॉजी का ज़्यादा सकारात्मक और पारदर्शी इस्तेमाल होगा।
पीएम मोदी ने उन ऐप्स की जरूरत के बारे में विस्तार से बताया जो हमें मोबाइल फोन के अत्यधिक इस्तेमाल के खिलाफ सावधान कर सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को मोबाइल फोन और दूसरी टेक्नोलॉजी के सकारात्मक प्रभावों के बारे में भी बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट टेक्नोलॉजी का उपयोग रिश्तों में पारदर्शिता कायम रखते हुए स्मार्ट स्टडी के निमित्त किया जा सकता है।