प्रधानमंत्री- चलिए शुरू करते हैं।

एंकर: नमस्ते प्रधानमंत्री जी, आप कैसे हैं ?

पीएम मोदी: मैं अच्छा हूं।

Anchor - You look so pretty in this Veshti, I am feeling embarrassed. I am dressed like an angrezi and you are like a tamilian.
PM Modi: पहले तो इसे नोटिस किया, इसके लिए आपको बधाई देता हूं।

Question - Prime Minister, you exhibited a great passion for Tamil culture unlike most of your predecessors. You connect so well with Tamil Nadu and Tamil culture. You visited Tamil Nadu many times including this year. Do you remember your first ever visit to Tamil Nadu.
PM Modi: वैसे करीब पांच दशक से मेरा तमिलनाडु आना-जाना रहा है। अलग-अलग रूप में आना-जाना रहा है। एक जिज्ञासु के रूप में देश भर में घूमता रहता था, तब भी आया। लेकिन अगर मैं कह सकता हूं कि जो चीजें मैं जुडाव हुआ, तो जब कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल बन रहा था। उस समय मेरा आना होता था, जब बन रहा था। उसके बाद 1975 में श्रीमती इंदिरा गांधी ने जो इमरजेंसी लगायी थी। तो इमरजेंसी के दौरान मैं अंडरग्राउंड था, तो कुछ कोर्डिनेशन के काम के लिए मैं पूरे देश में जाता था तो तमिलनाडु जाता था। इमरजेंसी समाप्त होने के बाद, हम लोगों ने तय किया था। हमारे कुछ लोगों ने कि भई एक पूरे देश में इमरजेंसी के खिलाफ जो संघर्ष हुआ है, और सामान्य नागरिकों ने जो संघर्ष किया है, उसका सारा, मैटेरियल, उसका कम्पाइलेशन होना चाहिए। तो उस सिलसिले में मैं देशभर में स्टेट हेड क्वार्टर पे जाता था, कभी इंटिरियर में जाता था। उस समय संघर्ष में जो लोग व्यस्त थे, उनसे मिलता था। उस समय उन्होंने कैसे किया, लिटरेचर सारे इकठ्ठा करता था। तो उस काम के लिए after emergency मुझे काफी समय वहां आकर के प्रवास करने का मौका मिला। . फिर मैं पार्टी संगठन के लिए रेगूलर आता-जाता रहता था। उसके बाद एकता यात्रा एक बहुत बड़ी महत्वपूर्ण बात थी। कन्याकुमारी से शुरू की थी हमने और श्रीनगर जा रहे थे। और सपना लेकर निकले थे कि उस समय लाल चौक में तिरंगा झंडा को जलाया जाता था, श्रीनगर में।

Question - That Yatra culminated to 2019 with full integration of Jammu and Kashmir
PM Modi: तो पूरी तरह जम्मू कश्मीर को जोड़ने वाला वो अवसर था। और खुशी की बात है कि मैं तिरंगा झंडा लेकर चल रहा था। और उस समय भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू तीनों के फैमिली मेंबर आए थे। और उन्होंने हमें तिरंगा झंडा सुपूर्द किया था। जो हमने श्रीनगर के लाल चौक में जा करके फहराया था। कन्याकुमारी कन्यकुमारी।

Question - Very interesting and you have connected with Tamil people in various capacities as pracharak, as a BJP leader and as a Chief Minister, now as the Prime Minister. How deep do you think is your connect with the Tamil People, How do you connect so well with the Tamil People
PM Modi: पहले तो मुझे लगता है कि तमिलनाडु एक अपनेआप में एक बहुत बड़ा खजाना है। विरासत का खजाना है। परंपरा का खजाना है। Rituals का खजाना है। विविधताओं का खजाना है। जितनी बार जाओ, लगता है कि बहुत कम पड़ रहा है। बार-बार जाएं, बार-बार जानने को मिलता है। मैंने तो एक बहुत बड़ा समृद्ध खजाना, जो इस रूप में तमिलनाडु को देखा है, जो विरासत का खजाना, ये रुपये-पैसे वाला खजाने की बात मैं नहीं कर रहा हूं।

Question - Sir you just told us that you have been connected with Tamil Nadu nearly for last fifty years
PM Modi: करीब-करीब

Question - So, but what would you say about your most memorable experience in Tamil Nadu?
PM Modi: मैं कहता हूं कि एक से बढ़कर एक अनुभव होते हैं। मैं किसी एक जगह पर पिन प्वाइंटेड नहीं कर सकता हूं। लेकिन एक मैं घटना बताता हूं, जो मुझे टच कर गई थी। जब हम कन्याकुमारी से चले। केरल हो करके फिर तमिलनाडु, इरोड वगैरह गए थे। एक आजादी के आंदोलन के एक बहुत बड़े शहीद हुए थे। और बहुत छोटी आयु में शहीद हुए थे। उनके परिवार से कोई 90 year old माता वो जब मुझे आशीर्वाद देने आयीं। और मैं वहां जा करके उनकी जो समाधि है वहां इरोड में। उसको मैंने पुष्पहार किया लेकिन उस मां का भाव, क्योंकि उनके परिवार के वो कौन सज्जन थे, मुझे वो रिलेशन मुझे याद नहीं रहा है अभी।

Question - Kumarana died very young
PM Modi: Yes Yes..You are perfectly right.

Question - held on the national flag and died.
PM Modi: तो मेरे मन को वह छू गया। उनका जो वो blessing और भाव था और कुमारन का देश की आजादी के लिए मर मिटने की बात पर जो वो गर्व feel करते थे। वो वाकई में जिस काम के लिए हम चले थे, वो प्रेरक था। दूसरा जब हमारी एकता यात्रा जा रही थी, तो खेत में एक व्यक्ति चिल्ला रहा था। उसने लंगोटी-भर पहना हुआ था। वो खेत में काम कर रहा था। ऐसे रोको-रोको-रोको। हमें लगा, शायद कुछ, हमारा कनवाय रोका। वो आया। उसको ज्यादा समझ में नहीं आता था, बोलना। उसने मेरे हाथ में 11 रुपये दिया और मैंने हमारे तमिल भाषा जानने वाले कार्यकर्ता को बुलाया और क्या है भाई। तो उस बेचारे को मालूम नहीं था कि यह यात्रा है तो कोई रिलिजियस है क्या है। उसने कहा कि आप कश्मीर जा रहे हैं न, ये 11 रूपया मेरा भी चढ़ा देना। कश्मीर में जा रहे हो आप, उसको इतना मालूम था कि यात्रा कश्मीर जा रही है। उनको ये मालूम नहीं था, मेरी तरफ से भी 11 रूपया चढ़ा देना। मतलब वो इतना भाव-विभोर था, लंगोटी भर था। गरीब किसान मैं तो कहता हूं खेत मजदूर होगा वो। तो ऐसी इमोशनल घटनाएं बहुत होती हैं, जो कभी भूल नहीं सकते हैं।

Question - But what about you say is your most favourite thing about Tamil Nadu Sir. Is it language, culture, Khana
PM Modi: ऐसा है, हम जब तमिलनाडु कहते हैं तो उसे टुकड़ों में नहीं देखना चाहिए। एक पूर्ण रूप में देखना चाहिए। ठीक है, बात लैग्वेंज से शुरू होना स्वाभाविक है। क्योंकि एक तो मेरे मन गुस्सा है बहुत। गुस्सा इस बात का है कि हम ही लोगों ने इतनी महान विरासत के साथ अन्याय किया है। कहीं पर डायनासोर का अंडा मिल जाए तो पूरा देश नाचता है। भारत के पास हजारों साल पुरानी, दुनिया की सबसे समृद्ध लैंग्वेज है। लेकिन हम सीना तान के हम दुनिया को कहते नहीं हैं।

Question - वो अभी जीवित भी है…It is a living language.
PM Modi: कहते नहीं हैं। हमने क्यों इसको इस प्रकार से सिकोड़कर रखा है। तो मेरे मन में एक दर्द है और इसलिए मुझे एक-दो वाक्य बोल लेता हूं। सुनने की कोशिश करता हूं समझने की कोशिश करता हूं। लेकिन में मन में तय करके गया था कि यूएन के अंदर मैं तमिल बोलूंगा। वो इसलिए मैं बोला कि मैं दुनिया को बताऊं कि ये दुनिया की सबसे पुरानी लैंग्वेज है। यह दुनिया को पता होना चाहिए। और इतनी समृद्धि विरासत इसका हर जगह पर गौरवगान होना चाहिए था। तो मैं, अब देखिए राजनीतिकरण हो गया है लैंग्वेज का। अच्छा हुआ इडली-डोसा का राजनीतिकरण नहीं हुआ। वरना वो भी तमिलनाडु के अंदर पड़ा रहता। आज श्रीनगर में जाइए इडली-डोसा मिलता है। गुवाहटी में जाइए, इडली-डोसा मिलता है। कच्छ में, गुजरात के कच्छ में जाएं मिलता है। दुनिया के किसी देश में जाइए और इंडियन रेस्ट्रां में जाए तो इडली-डोसा मिलता है।

Question - Idli or Dosa, What's your favourite?
PM Modi: तो मुझे लगता है कि जैसे इडली-डोसा विश्व भर में फैल गया हमारी तमिल भाषा भी फैलनी चाहिए थी, लेकिन राजनीतिक हितों के कारण उसको दबोच करके रखा है। इसके कारण तमिल भाषा का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। हिन्दुस्तान का भी बहुत नुकसान हुआ है।

Question - But अभी you have to tell us Sir what is your favourite Tamil Food
इडली या डोसा?
PM Modi: नॉर्मली मैं उपमा पसंद करता हूं।

Question - उपमा... Really sir, it is not many people’s favourite.
PM Modi: फिर मैं आपका खिचड़ी जैसा होता है पोंगल... हां...पोंगल बहुत लाइट होता है।

Question - हमारे सेलम में मोडी इडली काफी फेमस है। आपको मालूम होगा।
PM Modi: हां, वो मुझे आज पता चला। मैं अभी सेलम जाके आया तो बोलता लोगों को।
एक बीजेपी कार्यकर्ता ने He is having a shop. वो मोडी इडली कहता है।

Question- As Prime Minister you have taken various initiatives, from Kashi-Tamil Sangamam to the installation of Tamil Sengol in the parliament. What led you to this initiative?
PM Modi : देखिए, जहां तक काशी-तमिल संगमम है। मैं काशी का सांसद के नाते, मैं वैसे काशी पहले भी जाता था। एमपी बनने के बाद मेरा वहां, नजरिया थोड़ा बदल जाता है। चीजों पर फोकस बदल जाता है। तो मैं देख रहा था कि ईवन जो नाविक है वहां वे गुजराती भी तो काशी आते हैं, बंगाली भी आते हैं। महाराष्ट्रियन भी आते हैं। लेकिन बहुत कम नाविक हैं जो इन भाषाओं में कुछ बोलते हैं या कुछ बात करते हैं। लेकिन सरप्राइजिंगली। वहां पर बहुत सारे नाविक हैं, जो वहीं के हैं। वहीं के लोग हैं, वो तमिलनाडु के नहीं हैं, तमिल बोल लेते हैं, क्यों? मैक्सिमम यात्री तमिलनाडु से आते हैं काशी में। और उसके कारण उनको सहज बातचीत तमिल में उनको। अच्छा वो हिंदी बोल नहीं पाते। तो मुझे लगा कि बहुत बड़ा बाइडिंग है। और हमारे भारती जी का परिवार भी वहां रहता है आज भी। सुब्रमण्यम भारती जी के परिवारजन आज भी वहां रहते हैं। फिर मैंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में भारती जी के नाम से एक चेयर की। फिर मेरे मन में आया की मैं काशी-तमिल संगमम का कार्यक्रम करूंगा। आते तो हैं लोग। लेकिन आर्गनाइज वे में हो। और उसमें काशी में लोग तमिल संग कल्चर को अनुभव करें। तो वहां तमिल फूड का कार्यक्रम होता है। तमिल नाट्य नृत्य का कार्यक्रम होता है। तमिल लिटरेचर का कार्यक्रम होता है। और आपको हैरान होंगे। सबसे ज्यादा किताबें तमिल लिटरेचर का कार्यक्रम था। तमिल भाषा की वहां बिकीं। तो मुझे इसकी एक बहुत बड़ी ताकत महसूस होती है देश की एकता के लिए। जहां तक सेंगोल का सवाल है, देखिये ये बहुत कम लोगों को मालूम है कि भारत की आजादी का सबसे पहला पल जो था, आजादी की पहली पल, कि हां ये आजाद हुई। वो पल इस सेंगोल के साथ जुड़ी हुई है। उसी पल हमारे जो तमिलनाडु के संत हैं सारे, आदिनम। उन्होंने ये सेंगोल दिया था और पंडित नेहरू को यानि एक शासन परिवर्तन का एक राजदंड उनको दिया गया था। लेकिन उनकी शायद श्रद्धा नहीं होगी, जो भी होगा तो इलाहाबाद के उनके म्यूजियम में पड़ा था और नीचे लिखा था वॉकिंग स्ट्रीट। इतनी बड़ी पवित्र चीज को वॉकिंग स्ट्रीट रखा गया। मेरे ध्यान में ये सारी बातें लाई गई। तो मैंने रिसर्च से कहा कि खोजो कहां पड़ा है, क्या है। तो मुझे वहां से मिला। मैंने आदिनम के सब संत हैं उनसे पूछा सारा। फिर तमिलनाडु में कहां बना था? उस सोनार से पूछा। सारा रिसर्च किया। करीब सालभर रिसर्च किया और मैंने मन बना लिया कि मैं इसको, ये भारत की आजादी का पहला हमारा साक्षी है। यह हमारी प्रेरणा है। तो जब नई संसद बनेगी, तो उसमें हम उसको प्रतिस्थापित करेंगे। और फिर हम उसको एक कोने में डाल देंगे। ऐसा नहीं है। हमने इसको जीवंत बनाएं। इस बार राष्ट्रपति जी गए, तो पहले सेंगोल चल रहा है। फिर राष्ट्रपति जा रहे हैं। फिर सेंगोल को राष्ट्रपति जी के सामने प्रस्थापित किया जाता है। फिर राष्ट्रपति जी का भाषण शुरू होता है। उसका एक बहुत बड़ा हमने प्रोटोकोल डेवलप किया है। देश को आजादी की पहली पार्टी को याद रहनी चाहिए। और सेंगोल भारत के अंदर राज व्यवस्था से जुड़ी हुई महान परम्परा है तमिलनाडु की। हमें गर्व होना चाहिए। देश का दुर्भाग्य देखिये कि तमिल के नेता खुद, तमिल के नेता खुद इसका बहिष्कार किया। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है? अगर तमिलनाडु की लीडरशिप तमिल कल्चर, तमिल की हिस्ट्री इस पर गर्व नहीं करेगी तो फिर इतना नुकसान होगा, इसका उनको अंदाज नहीं है।

Question - Sir, you talk about Sengol and Tamil-Sangamam a lot of these things, but ऐसा बोला जाता है कि मोदी जी ये सब पॉलिटिकल रीजन के लिए कर रहा है, तमिलनाडु से वोट कमाने के लिए ये सब कर रहा है तो आपका रिस्पॉन्स क्या होता?
PM Modi: अगर इसी से वोट मिलता। तो ये लोग तो मेरे से 10 गुना ज्यादा कर लेते। उनके पास तो सब ताकत है। उनको मालूम है कि इससे देश मजबूत होता है। उनको मालूम है, इसके कारण वोटबैंक की राजनीति खत्म हो जाती है। इनको मालूम है कि ऐसा होने से परिवारवाद की राजनीति खत्म होती है। क्योंकि वो इन चीजों से डरते हैं। अगर इसे वोट मिलता तो मेरे से पहले वो दौड़ते।

Question - Prime minister, Speculations were rife about the possibility of Prime Minister himself contesting from both Kashi and Rameswaram, have you ever considered contesting from Tamil Nadu, probably the past or considered for the future.
PM Modi: मैंने जीवन में कभी चुनाव लड़ने के लिए सोचा नहीं था। ये तो मुझे अचानक इस रास्ते पर आना पड़ा है। मैं तो अलग काम के लिए अपने-आपको समर्पित किया हुआ था और कभी भी मैंने मेरे लिए सोचा नहीं है। मुझे चुनाव लड़ना है, वो मैंने कभी सोचा नहीं ना, मैंने निर्णय किया। मैं कार्यकर्ता हूं। डिसिप्लेन सोल्जर हूं। पार्टी ने तय किया। असेंबली का चुनाव लड़ो। उन्होंने तय किया। पहले कहा राजकोट जाके लड़ो। राजकोट जाके लड़ा। फिर कहा मणिनगर जाकर लड़ो, फिर कहा बड़ौदा से लड़ो। फिर कहा काशी से लड़ो। जैसे पार्टी जहां भेजती है मैं तो जाता रहता हूं। मैं कोई इसमें दिमाग खपाता नहीं हूं।

Question -Are you Open to the Idea?
PM Modi: ऐसा है, मैं जो मेरी यात्रा है ना, उसका मूल कारण ये है कि मैं क्लोज माइंड से कोई चीज करता ही नहीं हूं। अगर आपको भी इंटरव्यू देता हूं, आपसे मिला हूं तो भी ओपन माइंड से ही मिला हूं। तो ओपननेस ही तो जीवन के विकास का द्वार खोलती है।

Question - Let’s hope sir it happens sometimes.
PM Modi: मैंने तो ओपननेस का जवाब दिया है बाकी तो कंक्लूजन करना मीडिया का काम है।

Question - सर आप विकसित भारत की You speak about Viksit Bharat in 2047. इस विकसित भारत रोडमैप में विशेष रूप से तमिलनाडु के लिए क्या प्लान है?
PM Modi : पहली बात है कि विकसित भारत, इसका मतलब ये नहीं है कि दिल्ली विकसित हो जाए। भारत का हर कोना, भारत का हर नागरिक, वो विकसित भारत का हकदार होना चाहिए। दूसरा, भारत एक फेडरल है, जब मैं गुजरात था तो मेरा मंत्र था, भारत के विकास के लिए गुजरात का विकास। यही फिलॉसफी ले करके मैं वहां काम करता था। और हम सबका सोचना ही होना चाहिए कि विकसित भारत बनाने के लिए हम विकसित राज्य बनाएंगे। इसलिए पहली बात है विकसित भारत के लिए विकसित तमिलनाडु का संकल्प हर तमिलनाडु के नागरिक को लेना हो। हर तमिलनाडु के नागरिक को देश की तरह ही इसमें जुटना होगा और मेरा मत है कि तमिलनाडु इतना ताकतवर है कि विकसित भारत का सबसे बड़ा ड्राइविंग फोर्स तमिलनाडु बन सकता है।

Question - How do you say?
PM Modi: अब देखिये, वहां कोई भी विषय लीजिए। जैसे मैन्युफैक्चरिंग। आपको टैलेंटेड यूथ मिलेगा। आप वहां मद्रास आईआईटी देखिए। 5जी में बहुत बड़ा रोल मद्रास आईआईटी का रहा है और आज हमारा 6जी का जो मिशन है और शायद हम दुनिया में पहले होंगे उसमें भी आईआईटी मद्रास बहुत बड़ा रोल कर रहा है। मतलब कि टेक्नोलॉजी हो, बहुत बड़ा कंट्रिब्यूशन है। इंडस्ट्री हो, बहुत बड़ा कंट्रिब्यूशन है। अब देखिए, किसी जमाने में तमिलनाडु का कोई एक डिस्ट्रिक्ट का मैं नाम भूल गया हूं। कहते है कि 200-300 साल पहले, वहां जो चावल किसान पैदा करता था, पर एकड़ जो चावल को प्राप्त करता था। आज भी दुनिया में कोई उस रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाया, जो तमिलनाडु ने किया हुआ है। अब मुझे बताइए, ये सामर्थ्य है। इस सामर्थ्य को अनदेखा नहीं कर सकते। तो विकसित भारत बनाना है तो यह फोर्सेस हैं, जिनकी शक्ति से विकसित भारत बनेगा। उस शक्ति को ज्यादा सामर्थ्यवान बनाना, उस शक्ति को अवसर देना, पूरे देश की ताकत उसके साथ जोड़ देना, ये अब जैसे हम डिफेंस कॉरिडोर बना रहे हैं। मैं पक्का मानता हूं कि यह बहुत बड़ा भारत को आत्मनिर्भर बनाने की बात है। डिफेंस में आत्मनिर्भर बनना है तो वो डिफेंस कॉरिडोर से बनने वाला है। यानी मेरे मन में साफ है।

Question - Prime Minister Despite your best efforts on the political front, Tamil Nadu remains a very tough nut to crack, why do you think so and do you see that changing in the coming election?
PM Modi: ये सवाल ज्यादातर मीडिया के लोगों के मन में क्या होता है। तो माफ करना, मैं आपकी भी आलोचना करूंगा। आप ही के टीवी के सामने करूंगा। बुरा मत मानना। दुर्भाग्य ये है कि हम घिसी-पिटी जो थ्योरी ले के हैं, उसी को लेकर चलते हैं और सवाल भी उसी के आसपास करते हैं। क्या हर, मैं राजनीति में हूं इसलिए हर काम राजनीति के लिए करूंगा क्या? वोट पाने के लिए करूंगा क्या? सत्ता पाने के लिए करूंगा क्या? ये सोच कम से कम मुझे फिट नहीं बैठती है। मैं देश के लिए काम कर रहा हूं। तमिलनाडु मेरे देश की बहुत बड़ी ताकत है। सत्ता किसको मिलती है, मेरा विषय नहीं है, भई। मुझे उनके लिए, अगर यही होता ना तो मैं नॉर्थ ईस्ट में कोई काम नहीं करता। नॉर्थ ईस्ट के, मेरे मिनिस्टर्स 150 से ज्यादा बार नॉर्थ ईस्ट में गए हैं। हिंदुस्तान के जितने प्रधानमंत्री हो गए, वो सब मिलाकर के जितनी बार नॉर्थ ईस्ट गए हैं। मैं अकेला उससे ज्यादा बार गया हूं। इसलिए हर चीज को चुनाव, राजनीति, बीजेपी उसी के लिए तौलना मेरे इस प्रामाणिक प्रयासों के साथ अन्याय होगा। मैं मेरे देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम कर रहा हूं। और तमिननाडु का नागरिक वोट किसको देता है, वो मेरा मुद्दा नहीं है। मुझे उसकी सामर्थ्य की तरफ मेरा ध्यान है उसकी आपेक्षाओं की तरफ मेरा ध्यान है उसके संकल्पों की तरफ मेरा ध्यान है। और उसमें आज अगर जहां पर मुझे जनता ने बैठाया है, अगर मैं उनकी सेवा कर सकता हूं मेरे लिए बहुत बड़ा सद्भाग्य होगा और काम मैं दिल्ली बैठकर नहीं कर सकता। मुझे जाना पड़ता है। मुझे मिलना पड़ता है। तो जैसे हिंदुस्तान के हर कोने में जाता हूं। तमिलनाडु भी जाता हूं। तो कृपा करके मेरे कोई पॉलिटिकल एजेंडा के तहत मैं वहां जाता हूं ऐसा कम से कम मेरे केस में मत सोचिए।

Question -नहीं, ऐसा भी नहीं बोला You Do All These Things You Took a Lot of Initiatives as a Politician अगर You Know रिज़ल्ट आने के समय Have you ever thought मैं कितना कर रहा हूँ But क्यों तमिलनाडु के लोग मुझे वोट नहीं दे रहे हैं like What is wrong, What is there a problem?
PM Modi: जी नहीं, मुझे कभी तमिलनाडु के नागरिकों के प्रति मेरी कोई शिकायत नहीं है और ना ही मेरी शिकायत होनी चाहिए। मेरा प्यार है। मेरा पागलपन है। वहां के कल्चर के प्रति मेरा पागलपन है, वो मुझे वहां खींच के ले जाता है।

Question- सर अभी तमिलनाडु में स्टेट प्रेसिडेंट अन्नामलाई आया है। Do you think under his leadership BJP is growing. support बढ़ रहा है अभी?
PM Modi : देखिए, भारतीय जनसंघ के जमाने से हम पूरे देश में काम कर रहे हैं। तमिलनाडु में भी काम कर रहे हैं और जब म्युनिसपैलिटी में चुनाव लड़ने के लिए हमारे पास ये इंसान नहीं था, कैंडिडेट नहीं था। तब से हम काम कर रहे हैं मेरी पार्टी के चार-चार पीढ़ी तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी या भारतीय जनसंघ की आइडियोलॉजी को लेकर के काम कर रही है। समर्पित भाव से कर रही है। उस परंपरा में नई-नई पीढ़ी आती-जाती है। उसमें अन्नामलाई जी आए हैं। अब ये लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहा है नौजवानों का। अपनी ब्राइट करियर छोड़कर के एक इंसान आया। अगर ये लेना-पाना-खाना कुछ बनना होता तो वो डीएमके में चले जाते एआईडीएमके में चले जाते। बहुत बड़ा स्ट्रांग कास्ट बेस भी है। आर्टिकुलेट भी है। उमर भी है, लेकिन उन्होंने चुना रास्ता भारतीय जनता पार्टी का, इसका मतलब इस व्यक्तिगत का एंबिशन से ज्यादा देश का कल्याण और उसमें तमिलनाडु पीछे ना रह जाए उस भूमिका से अन्नामलाई आज काम कर रहे हैं।

Question- In this election you managed to stretch an alliance of your own, there were also Prime Minister expectations of AIADMK to remain your alliance, do you regret the fact that AIADMK is not part of NDA today.
PM Modi : मुझे लगता है कि इस विषय को थोड़ा अलग तरीके से देखिए। मैं राजनीति में यानी सत्ता की राजनीति में कभी नहीं था। करीब 1995 से अम्मा जयललिता जी से राजनेता से मेरा नाता रहा है। और एक अच्छे दोस्त के रूप में दोनों का संबंध रहा है। मैं मुख्यमंत्री बना तो बहुत से लोग गुजरात में 2002 के चुनाव के बाद भांति-भांति के मुझे आरोप लगाते थे। उस समय अम्मा गुजरात आई। मेरी शपथ समारोह में। कोई कितनी आलोचना करे, उन्होंने कोई परवाह नहीं की। तो मेरा ये नाता रहा है और इसीलिए रिग्रेट अगर किसी को होता होगा तो एआईडीएमके के लोगों को होता होगा। हमें रिग्रेट होने का कोई कारण ही नहीं है। गंवाना है तो उनको गंवाना है। जयललिता जी के सपनों को चोट पहुंचाने का पाप जो कर रहे हैं, उनको रिग्रेट होना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी को रिग्रेट होने का कोई कारण ही नहीं है।

Question - Sir, there are prominently two types of voters in Tamil Nadu, either I like DMK and vote for DMK or I am anti DMK तो अगर मैं एन्टी डीएमके का वोटर हूं तो एआईएडीएमके के बजाय This time why we should I vote for BJP?
PM Modi : देखिए , भारतीय जनता पार्टी और एनडीए हमारा गठबंधन इस बार बड़ा मजबूत गठबंधन है। और समाज के भिन्न-भिन्न पॉकेट्स में ताकतों को जोड़ने वाला संगठन है। भिन्न-भिन्न आर्थिक-सामाजिक प्रतिनिधित्व करने वाले दलों का संगठन है। यानी एक प्रकार से एक ऐसा गुलदस्ता है, एनडीए तमिलनाडु का गुलदस्ता इतना बढ़िया है समाज के हर व्यक्ति को उसमें अपना पुष्प दिखाई देता है। अपना फ्लावर दिखाई देता है, उसको लगता है कि ये मेरा है। ये सबसे बड़ा हमारा व्यापक दृष्टि से सफलता है। जहां तक बीजेपी एनडीए को वोट जा रहा है, वो पॉजिटिव वोट जा रहा है। ये नहीं है तो इसको दो… ये नहीं है तो उसको दो। ऐसा नहीं है। कुछ भी हो जाए, इस बार तो इनको वोट देना है। मैं कह रहा हूं ये किसी की एंटी वोट तो है ही नहीं बीजेपी-एनडीए को पॉजिटिव वोट मिल रहा है। और पॉजिटिव वोट की ताकत बहुत बड़ी होती है। और वो हमारे 10 साल के कार्यकाल में यूथ का जो एस्पिरेशंस है उसको एड्रेस करने का हमारा सामर्थ्य है। महिलाओं के प्रति हमारी प्रायोरिटीज, किसानों के प्रति हमारा समर्पण, गरीब कल्याण की हमारी योजनाओं का हमारा ग्रास रूट लेवल तक बेनिफिट ये सारी बातें हैं, जिसके कारण आज तमिलनाडु में प्रो-बीजेपी, प्रो-एनडीए लोगों का मूड बना है।

Question - Prime Minister Let us talk about that Continues to have Its reverberation still today- Ram Mandir Pran Pratishtha. What thoughts Crossed your Mind when you first entered the shrine and You Performed the First Aarti to Ramlala.
PM Modi : बहुत ही बड़ा भावुक सवाल आपने पूछा है। देखिए, जिस समय मुझे अयोध्या के इस ट्रस्ट के ट्रस्टियों ने आकर के निमंत्रण दिया। प्राइम मिनिस्टर को बहुत निमंत्रण आते हैं। लेकिन इस निमंत्रण ने मुझे जग तोड़ दिया। और जब से निमंत्रण मिला, तब से मैं एक प्रकार से उस स्पिरिचुअल एनवायरनमेंट में डूबता गया। मेरे पास शब्द तो है नहीं कि मैं इसका वर्णन कर सकूं और जो बड़े विज्ञान और अध्यात्म को दुश्मन मानते हैं एक-दूसरे का। उन लोगों के लिए हो सकता है मेरी बात उन सबके लिए मजाक का एक हथियार भी बन जाए। लेकिन मैं कुछ और अनुभव करने लगा। और वाइव फील करने लगा। उसके बाद मैंने तय किया कि मैं 11 दिन का अनुष्ठान करूंगा। उसमें भी मैंने तय किया कि मैं ये अनुष्ठान खासकर के दक्षिण में प्रभु राम जी के साथ जुड़े हुए जितने स्थान हैं वहां पर समय बिताऊंगा। पार्टी का भी काम करूंगा, सरकार का भी काम करूंगा लेकिन मेरा बाकी का समय स्पिरिचुअल एक्टिविटी में लगाऊंगा। और उस 11 दिन के अनुष्ठान में मैं एक प्रकार से पूरी तरह अंतर्मुख हो चुका था। मेरे मन में यही भाव था। और जब मैं अयोध्या पहुंचा। जब मैं एक-एक कदम चल रहा था। मैं यही मेरे मन में यही मंथन चल रहा था कि मैं प्राइम मिनिस्टर हूं इसलिए यहां जा रहा हूं क्या, या कि मैं भारत का एक नागरिक के नाते जा रहा हूं। और मैं हमेशा फील करता था कि मैं वैसे एक सौ चालीस करोड़ देशवासियों की तरह सामान्य भक्त के रूप में जा रहा हूं। कोई मेरे आसपास भी कहीं पीएम मंडरा नहीं रहा था। मैं उससे परे हो चुका था। और यही रहता था देश, 500 साल का संघर्ष, लाखों लोगों के बलिदान, लाखों लोगों की तपस्या, यातनाएं, 500 साल की पीढ़ियों की आशा, आंकाक्षा, भक्ति, एक-एक डगर पर मैं फील करता था कि कितना बड़ा इसके साथ जुड़ा हुआ है। तो मैं इस भाव अवस्था में टेंपरामेंट किया। पहले तो मैं अनुभव करता था कि 140 करोड़ देशवासियों का सपना आज पूरा हो रहा है। ये एक टर्निंग प्वाइंट है वगैरह..वगैरह। लेकिन जैसे ही रामलला के सामने पहुंचा तो पहले मेरी नजर उनके चरण पर गई और दूसरी मेरी नजर उनकी आंखों पर गई। और वही मैं अटक गया, कुछ पल तो हमें जो पंडित थे, ये करो वो करो लेकिन मेरा ध्यान ही नहीं रहता था, मेरा ध्यान उसी में लग गया। और पता नहीं मेरे मन में जो विचार भाव प्रकट हुए वो ये थे कि रामलाल जी मुझे कह रहे हैं कि अब स्वर्णिम युग प्रारंभ हो चुका है। भारत के दिन आ चुके हैं। भारत आगे बढ़ रहा है। और 140 करोड़ देशवासियों के सपने उनकी आंखों में मैं देख रहा था। और मैं मानता हूं मेरे मन में, मेरे लिए शायद ही शायद ऐसे पल मेरे जीवन में बहुत से प्रवाह रहे हैं। लेकिन वो पल बाद में तो आरती वगैरह जो रिचुअल था वो भक्ति भाव से करता ही था, लेकिन ये जो मैं व्यक्तिगत अनुभूति करता था, वो मैं शब्दों में नहीं बता सकता हूं।

Question - सर वो 11 के अनुष्ठान में Sir you are mentioning that you came to Tamil Nadu also To Srirangam to Rameshwaram. Do you like to share something about that specific.
PM Modi : देखिए, श्रीरंगम में मैंने कम्ब रामायण, सुनने का मुझे अवसर मिला। और वहां के जानकार लोगों ने मुझे बताया कि कम्ब रामायण का पहला पाठ वहीं पर हुआ था। उसी मंडप में कम्ब रामायण सुनने का मुझे अवसर मिला और जितने भी लोग वहां थे। किसी की भी आंख में से आंसू बंद नहीं हो रहे थे। बड़ा भाव-विभोर वातावरण था। और जो इस बात को जानता था कम्ब रामायण का कैसे इसका जन्म और उस समय उसका क्या प्रभाव था। तो मेरे लिए ये मेरा जो चैतन्य भाव था, उसमें नए रंग भरने का सामर्थ्य श्रीरंगम में मैं अनुभव कर रहा था।

Question- The Opposition’s accusation is you timed these events very close to the elections for it to have the impact
PM Modi : आप देखिए, सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट आया उसके आधार पर राम मंदिर बनना शुरू हुआ। बनाने वाले लोग अलग है। ट्रस्ट अलग है, तो हो सकता है कि ये समय ईश्वर ने ही तय किया होगा। वरना उसी समय सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट आना, उसके बाद कंस्ट्रक्शन शुरू होना। उसके बाद राम लला जी का प्राण प्रतिष्ठा होना। इसमें तो किसी मनुष्य का रोल ही नहीं दिखता है, क्योंकि क्रमिक हो रहा है एक के बाद एक। जिसने जजमेंट दिया होगा उसको भी मालूम नहीं होगा। 2024 के चुनाव के पहले मामला खड़ा हो जाएगा।

Question- सर डीएमके और अपोजिशन ने तमिलनाडु में यह भी कह रहे हैं कि राममंदिर ये पूरा व्यवस्था एक नॉर्थ इंडियन त्योहार है। नॉर्थ इंडियन्स के लिए ही इसका प्रभाव आएगा तमिलनाडु में ऐसा कनेक्ट नहीं है, इसको What is your response?
PM Modi : बहुत ही अच्छा सवाल पूछा है आपने। एक काम कीजिए, हिंदुस्तान के गांवों की जो यादी है ना, सूची है ना उसको देख लीजिए। इस देश में राम से जुड़े गांवों के नाम जैसे रामनाथपुरम। पूरे देश में अगर किसी एक राज्य में सबसे ज्यादा गांवों के नाम राम से जुड़े है तो तमिलनाडु में हैं। ईवन अयोध्या के आसपास भी उतने गांव नहीं जहां राम शब्द जुड़ा हुआ हो, जितना तमिलनाडु में है। अब मुझे बताइए, कोई अगर इसका ऐसा तर्क दे दे तो उसका अज्ञान कहेंगे कि क्या कहेंगे। इसका मतलब है कि वे तमिलनाडु को ही नहीं जानते। तमिलनाडु के इस महान परंपरा को नहीं जानते। राम की बात तो छोड़ दीजिए। पेरियार का नाम भी रामस्वामी था। नाम भी आप दक्षिण में जाकर देखिए, मैक्सिमम आपको नाम राम से जुड़ा मिलेगा आपको।

Question- Prime Minister Talking About the Emotions Let me enter into your Personal Space Let Me Ask this question, please choose to avoid it if you don’t want to. Let me ask about a matter that touched a lot of people, Prime Minister You have been a loving son, You Made Your Mother Very proud. When she passed away, you returned to work a few hours after the funeral. Prime Minister Narendra Modi would have been in conflict with son Narendra Modi. Why did you prioritise work over grief? Why did Prime Minister Narendra Modi prevail over son Modi?
PM Modi :इसकी क्रेडिट मोदी को नहीं जाती है, इसकी क्रेडिट बेटे मोदी को भी नहीं जाती है इसकी सारी क्रेडिट उस मां को जाती है, जिसने हमें बनाया। मैं आपको उदाहरण देता हूं। उनके जब सौ साल हुए तो मैं मां से मिलने गया, क्योंकि सौवां जन्मदिन था। तो मैं जब मां से मिला तो पहला सवाल क्या था? क्यों भाई, काम छोड़ के आये हो क्या? कब आए? तुमको जल्दी जाना होगा। ये उनकी बातें थीं। फिर मैं उनसे प्रार्थना करने के बाद मैंने कहा कि मां मैं निकल रहा हूं। मेरे लिए कोई संदेश। मेरी मां स्कूल देखी नहीं है। कुछ पढ़ी लिखी नहीं थी। यानी उनको किताब क्या होती है कुछ मालूम नहीं था। जीवन भर मजदूरी करके खाया। मैंने कहा मां मेरे लिए कुछ… उन्होंने मेरे लिए जो दो वाक्य कहे… वो शायद कोई भी आश्चर्य करेगा। उन्होंने कहा देखो बेटा, काम करो बुद्धि से, जीवन जीओ शुद्धि से। अब ये कभी भी जिसने पढ़ाई नहीं की है। जो सौ साल की उम्र की हो चुकी है। उनको कोई लेना-देना नहीं है कि ये प्रधानमंत्री है कि क्या है कुछ नहीं है। वो मुझे हमेशा एक बात कहती देख भाई, किसी का बुरा नहीं करना है और गरीबों के लिए काम करना है। और समय के विषय में वो हमेशा सोचते हुए तुम अपना काम करो। मेरे लिए तो ईश्वर के पास जितना है मैं रहूंगी। मेरे लिए समय खराब मत करो। अब ये संस्कार थे, तो मुझे लगा कि मां की विदाई भी। और मैं नहीं चाहता था कि ये सारे पॉलिटिकल इवेंट बनें। तो उनकी मृत्यु का समाचार मिला तो मैं सुबह छह बजे निकल गया और पहुंचा। तुरंत हमने अग्नि संस्कार किए, और मेरे ही परिवार के लोग थे। बाहर से कोई व्यक्ति नहीं, वरना तो प्रधानमंत्री की माता जी, तो पता नहीं कितना बड़ा… जैसा हमारे देश में पॉलिटिकल लोगों की आदत है। तो ना ही मेरी मां ने कभी ऐसा जीवन जीया था और ना ही मैं उस वृत्ति का हूं। तो मैं अपना काम में…और मेरे कार्यक्रम बने हुए थे, तो मैं तुरंत काम में लग गया।

Question- Today Prime Minister, India stands as a very tall country on the global stage, how accomplished you feel on the foreign policy front, what would you list as a top three foreign policy achievements?
PM Modi : पहली बात तो है कि मैं चाहूंगा कि ये जो टॉप-3, टॉप-5 और टॉप-10 हैं या तो विद्वान लोग दें या तो देश की जनता दे। मैं खुद ही अपने आप को टॉप-3 ढूंढ के निकाल के कहूं…क्योंकि मेरे लिए हर काम टॉप ही होता है। हो सकता है आपके पूरे सिनेरियो में वो छोटा लगता हो। लेकिन वो छोटा काम भी बहुत बड़ा होता है। और इसलिए मैंने हर काम को अत्यंत महत्वपूर्ण माना है। दुनिया के छोटे से छोटे देश को भी उतना ही महत्वपूर्ण माना है। हम दुनिया के बड़े देश के लिए हमारा एक मूल्यांकन। लेकिन आप मोटा-मोटा देख सकते हैं। आज विश्व में भारत की एक पहचान बनी है विश्वबंधु की। विश्वबंधु। आज भाव बना है दुनिया में कि भारत उनका भाई है। विश्वबंधु के रूप में भारत की छवि बनी है। कोविड काल में संकट, दवाई चाहिए। अरे भारत देगा। वैक्सीन चाहिए, भारत देगा। जी20 समिट में अफ्रीका को जोड़ना। अफ्रीका को विश्वास, अरे भाई भारत के पास आएगा ना, जरूर हमारा नंबर लग जायेगा। ये जो भरोसा है दुनिया में। ये, उसको कैसे रैंकिंग करेंगे आप? दुनिया के हर देश को भरोसा है। और इसलिए मैं समझता हूं कि, दूसरा आप देखिए कि अमेरिका और रशिया के बीच में तनाव होगा। लेकिन भारत अमेरिका का भी मित्र है। भारत रशिया का भी मित्र है। एक देश का दूसरे देश के साथ, पैलेस्टाइन देखो, इजरायल देखो। पैलेस्टाइन के लोगों के साथ भी मोदी का इतना ही निकट नाता है और इजराइल के साथ भी उतना ही नाता है। तो हम एक प्रकार से निष्पक्ष भाव से ग्लोबल गुड के लिए सोचने वाले लोग हैं। और भारत के हितों को सुप्रीम रखते हुए आगे बढ़ने वाले लोग हैं।

Question- The opposition has a constant allegation against that मोदी जी गरीबों के लिए काम नहीं कर रहा है। सिर्फ बड़ी कंपनियों के लिए, बिग कॉर्पोरेट्स के लिए ये सरकार प्रो-कॉर्पोरेट है, so what is your response?
PM Modi : आप अगर पंडित नेहरू का कालखंड देखेंगे या कांग्रेस का कालखंड देखेंगे। तो हमारे देश में एक नैरेटिव चलता था। और विपक्ष के लोग ज्यादातर उस नैरेटिव को बोलते थे। और लेफ्टिस्ट लोग समाजवादी लोग मुखर हो करके बोलते थे। वो ये था कि ये टाटा-बिरला की सरकार है। ये टाटा-बिरला की सरकार है। पार्लियामेंट में भी नारे लगते थे टाटा-बिरला की सरकार नहीं चलेगी। टाटा-बिरला की सरकार नहीं चलेगी। तो ये बीमारी लंबे अरसे से चल रही है। ये इनका बैंकरप्सी है। सोचने की और लेफ्टिस्ट जो नैरेटिव है उसी में जीने का उनका। लेकिन कांग्रेस पार्टी जिसने ये गालियां खाई है वो अब गालियां देने लगी है, तो कांग्रेस कहां से कहां पहुंच गई है, इसका इससे आप उदाहरण कर सकते हैं। अब इस सवालों के, इन आरोपों का जवाब, तर्क से देना कि तथ्यों से देना। तर्क से मैं दे सकता हूं। अब पूरी तरह ऐसी बातों को ध्वस्त कर सकते हैं, लेकिन मैं नहीं देना चाहता। मैं सिर्फ तथ्य रखना चाहता हूं। और आप तथ्यों के आधार पर तय कीजिये कि ये सरकार किसकी है। इस देश में 80 करोड़ लोगों को कोविड से आज तक मुफ्त राशन दिया जा रहा है। वो सब मेरे देश के अमीर लोग हैं क्या? कॉर्पोरेट लोग हैं क्या? इस देश में 50 प्रतिशत जनसंख्या ऐसी थी, जिसका बैंक में खाता नहीं था। मोदी ने उनका बैंक में खाता खुलाया। क्या ये कॉर्पोरेट का बैंक खाते नहीं थे क्या? अमीरों के बैंक खाते नहीं थे क्या? गरीबों के बैंक खाते नहीं थे। इस देश में ढाई करोड़ से ज्यादा परिवार ऐसे थे, जिनके घर में बिजली नहीं थी। वो मिट्टी का दीया जला करके, मिट्टी के तेल का दिया जला करके जीते थे। 2014 तक ये हाल था। मोदी ने उन ढाई करोड़ परिवारों में बिजली पहुंचाई। क्या ये कॉर्पोरेट लोग हैं क्या? ये अमीरों का घर हैं क्या? मेरे देश की माताएं-बहनें, शौचालय के अभाव में पीड़ा अनुभव कर रही थी। या तो सूर्योदय से पहले जाना पड़ता था, जंगलों में। लोटा ले करके। या तो सूर्यास्त के बाद जाना पड़ता था। उनके मन में पीड़ा रहती है। शरीर पर दिनभर कितनी तकलीफ हो लेकिन जा नहीं पाती थी। उन माताओं-बहनों का दुख-दर्द मोदी ने देखा और 11 करोड़ से ज्यादा टॉयलेट बनाए। यह एक प्रकार से उत्तर भारत में तो उसको इज्जतघर बोलते हैं। टॉयलेट नहीं बोलते, क्योंकि माताओं-बहनों को सम्मान मिला है और ये काम सारे डिग्निटी है। वुमेन सेल्फ हेल्प ग्रुप। क्या ये कॉर्पोरेट वर्ल्ड का होता है क्या? अमीरों का होता है क्या? 10 करोड़ बहनें जुड़ीं हैं। और मोदी का टारगेट है 3 करोड़ वुमेन सेल्फ हेल्प ग्रुप की बहनों को मैं लखपति दीदी बनाऊंगा। क्या ये सब कॉर्पोरेट है क्या? ये अमीर लोग हैं क्या? आयुष्मान भारत योजना इस देश के 50 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपया तक मुफ्त इलाज की व्यवस्था। इसकी हमने चिंता की है। 50 करोड़ लोग इसके बेनिफिशियरी हैं। क्या ये 50 करोड़ लोग कॉर्पोरेट हैं? क्या 50 करोड़ अमीर लोग हैं इस देश में? इस देश में 80 परसेंट से ज्यादा घर ऐसे हैं, जिनको पानी के लिए कहीं-कहीं बाहर जाना पड़ता था। आज नल से जल करीब 12-15 करोड़ तक हम पहुंच रहे हैं। घर में नल से जल पानी मिलेगा। गैस का चूल्हा जल रहा है। मैं आपको ऐसी 100 चीजें गिना सकता हूं, जो मेरे देश के गरीब के लिए समर्पित हैं। और सिर्फ सामाजिक नहीं, भौगोलिक रूप से हिंदुस्तान के सीमा पर जो गांव बसे हैं। जिसको आखिरी गांव कहा जाता था। मोदी ने उसको पहला गांव कहा। वो लास्ट गांव नहीं फर्स्ट विलेज है। और मेरे मंत्री को जा करके मैंने रात वहां रुकवाया। मेरे 15 मिनिस्टर्स इन गांवों में जाकर के रात रुककर के आए हैं। क्योंकि मुझे उन गांवों को वाइब्रेंट बनाया है। हमारे देश में 100 से ज्यादा डिस्ट्रिक्ट ऐसे हैं, जो हर पैरामीटर में पीछे रह गए हैं। हमने एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट बनाया। 40 पैरामीटर में तय किया कि इन 100 डिस्ट्रिक्ट को मैं स्टेट के ऐवरेज से ऊपर ले जाऊंगा। नेशनल ऐवरेज के बराबर ले आऊंगा। क्या ये अमीरों के जिले हैं क्या? ये धन्ना सेठों के जिले हैं क्या? आप एक-एक मेरी योजनाओं और मेरे काम की विशेषता है डिलिवरी। हम जो तय करते हैं तो दिल्ली में रिबन काट करके मीडिया में फोटो छप जाए वहां रुकते नहीं हैं। हम उसके घर के अंदर दीया जले तब तक काम करते हैं जी। और इसलिए अगर उनकी बैंकरप्सी है तो मैं उनकी कोई मदद नहीं कर सकता हूं।

Question - Prime Minister the other accusation is your misusing government agencies to Persecute your opposition. You are weaponizing agencies like CBI and ED to Persecute them and target them politically?
PM Modi: देखिए, ईडी के संबंध में जो आप कह रहे हैं। क्या ये ईडी हमारी सरकार आने के बाद बना है, नहीं। PMLA का कानून क्या हमने आकर के बनाया, नहीं। पहले से था। अब सवाल ये है कि ईडी ने काम क्या किया है। एक स्वतंत्र एजेंसी है। वो स्वतंत्र रूप से काम कर रही है। ना उसे हम रोकते हैं, ना उसे हम भेजते हैं। उसको स्वतंत्र रूप से काम करना होगा और कोर्ट के तराजू में उसको सही निकलना होगा। हम इसमें हमारा सीधा संबंध आना ही देना नहीं चाहते। अब देखिए क्या हुआ? हमने ईडी के पास करीब 7000 केसेज है। उसमें से पॉलिटिशियन से जुड़े हुए केस मात्र 3 परसेंट से भी कम हैं। 7000 मैटर्स, उसमें पॉलिटिशियन से जुड़े ओनली 3 परसेंट से भी कम। दूसरा अब देखिए, जब उनका समय था। उनके यहां 5-10 साल में जो कैश उन्होंने पकड़ा है, वो सिर्फ 35 लाख था। हम लोगों ने जो कैश पकड़ा, वो करीब 2200 करोड़ है। 2200 करोड़ रुपये। मतलब कि एजेंसी की ऑपरेशन भी लीक नहीं हो रहे हैं, ताकि ये सारी चीजें पकड़ी जाती है। और आप देखिए, नोटों के ढेर पकड़े जा रहे हैं। इवन वॉशिंग मशीन में पैसे रखे हुए मिल रहे हैं। घरों में जो पाइप होती है, लगता है पाइप पानी की है। तोड़ते हैं तो पता चलता है अंदर नोटों की गड्डियां हैं। बिस्तर पर नोटों की गड्डियां हैं। कांग्रेस के एक एमपी के यहां से 300 करोड़ रुपया मिला। बंगाल में मंत्रियों के घरों से रुपयों के ढेर मिले हैं। अब ये दिखता है तो क्या देश की जनता, ये सब चीजें सहन करने को तैयार है। मैं मानता हूं नहीं है। देश की जनता कहती है बीमारी जानी चाहिए। इनकी गाढ़ी कमाई का पैसा है। हमने बंगाल में करीब 3000 करोड़ रुपये अटैच किया हुआ है। वे पैसे किसके हैं? किसी को कहा, तुम्हें गार्ड की नौकरी मिलेगी इतना पैसा दो। किसी को कहा तुम्हें प्राइमरी टीचर बनाएंगे, इतना पैसा दो। किसी को कहा, तुम्हें ड्राइवर बनाएंगे, इतना पैसा दो। ये जो पैसे हैं वो हैं। तो मैं अभी लीगल एडवाइज ले रहा हूं कि क्या यह जिनके पैसे गए हैं, जिन गरीबों के… वो मैं वापस दिलवा सकता हूं। तो मैं इसकी जांच करवा रहा हूं। पैसे हमने इसके पहले जो पकड़े थे, उसमें से करीब 17,000 करोड़ रुपये हम वापस दे चुके हैं। ऑलरेडी, ऑलरेडी। जिनके हक के थे और वो पता है, ट्रेल है कि भाई इसका ही पैसा है उसको वापस दिया हमने। यानि ईडी के पैसे जब लोगों को वापस मिलते हैं तो लोग ईडी को जय-जयकार कर रहे आजकल।

Question- Opposition says they come after us, why don't they go after BJP politicians?
PM Modi : ऐसा है जिस भी पॉलिटिशियन का होगा, केस चलेगा। आप मुझे बताइए एक केस बताएं कि भई इसका केस ईडी ने बंद किया। और ईडी का केस ईडी खुद कोई केस नहीं कर सकती, आपको पता है। देश की अलग-अलग एजेंसियां अगर जबतक एफआईआर नहीं करती हैं। तब तक ईडी कुछ नहीं कर सकती। कानूनन ईडी पर रोक है। और ये कैसे लोग है जी? 10 साल तक पीएमएलए कानून तो था पहले से ही। वो कभी उपयोग नहीं किया। 150 से ज्यादा कोर्ट मैटर बने कि पीएमएलए खत्म करो, रोको। किसी अफसर की पोस्टिंग रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट, किसी अफसर को ना हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट। यानी ईडी काम ना करें, इसके लिए अदालतों को एक बहुत बड़ा और हथियार बनाने की कोशिशें हुई हैं। क्योंकि उनको मालूम है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी की जो लड़ाई है, वो रुकने वाली नहीं है। तो उनको लगता है कि इस एजेंसी के कानून को ही खत्म कर दो ताकि देश में भ्रष्टाचार की बातें कोई कर ना पाए, लड़ाई लड़ ना पाए।

Question- Prime Minister you keep talking about the corruption charges against the Congress Party and the rest of the opposition in your campaign trail, those happened a decade ago. Do you think it still resonates with the Indian masses?
PM Modi: देखिए, हिंदुस्तान का सामान्य नागरिक समझने लगा है कि अगर ये करप्शन की बीमारी पहले रोकी गई होती तो देश आज कहां से कहां पहुंच जाता। और इसलिए कोई ये माने कि वो तो उस समय करप्शन हुआ था। अभी चर्चा करने का क्या मतलब है? इस देश, दुर्भाग्य ये है कि कुछ लोगों ने ये फिलोसिफी बना ली है कि कोई परवाह करने की जरूरत नहीं है। इसलिए अब करप्शन में जिनको जेल हुई है। ऐसे लोगों को मंच पर बैठा करके राष्ट्र को मार्गदर्शन देने का प्रयास किया जा रहा है। आप हैरान हो जाएंगे। आजकल करप्शन वालों को बचाने के लिए रैलियां की जा रही हैं और इसलिए एक तरफ वो लोग हैं, जिनका मंत्र है भ्रष्टाचारी बचाओ। एक तरफ मोदी है, जिसका मंत्र है भ्रष्टाचार हटाओ। दूसरा आपने देखा होगा, ईडी ने जो रेड्स किए हैं। ड्रग्स वाले बहुत बड़ी मात्रा में लोग जेलों में गए हैं। बहुत बड़ा संकट तमिलनाडु के सामने ड्रग्स का आ रहा है और ईडी ने ड्रग्स के खिलाफ भी कार्रवाई की है। बहुत बड़ी मात्रा में मनी लांड्रिंग में ड्रग्स वाले जुड़े हुए हैं। अब कोई मुझे बताए कि हमारे बच्चों को ड्रग्स से बचाना है कि नहीं बचाना है? और वो पैसों का कारोबार के लिए तो ड्रग्स है। उन पैसों के कारोबारियों पर ईडी काम करती है तो इनको पेट में दर्द क्यों हो रहा है जी?

Question- Sir I also want to ask you about the electoral bond data that has been published, do you think this has caused some embarrassment to your party as a setback?
PM Modi: मुझे बताइए ऐसा क्या किया है, जिसके कारण मुझे सेटबैक हो। मैं पक्का मानता हूं। जो लोग इसको लेकर के आज नाच रहे हैं और गर्व कर रहे हैं, वो पछताने वाले हैं। मैं जरा पूछना चाहता हूं इन सभी विद्वानों को कि 2014 के पहले जितने चुनाव हुए। चुनाव में खर्चा तो हुआ ही होगा ना? बिना खर्चा तो…। कौन एजेंसी है जो वो बता पाए कि भई पैसा कहां से आया था कहा गया और किसने खर्च किया? है क्या? ये तो मोदी ने इलेक्टोरल बॉन्ड बनाया था, इसके कारण आज आप ढूंढ पा रहे हो कि पैसा, बॉन्ड किसने लिया, कहां दिया…वरना तो पहले तो पता ही नहीं था, चुनाव तो खर्चा होता था। आज आपको ट्रेल मिल रहा है, क्योंकि इलेक्टोरल बॉन्ड थे। कोई व्यवस्था पूर्ण नहीं होती, कमियां हो सकती हैं। कमियों को सुधारा जा सकता है। कम से कम इलेक्टोरल बॉन्ड होता तो आपके पास जानकारी होती कि यहां से यहां गया, यहां गया।

Question- Prime Minister moving to elections, your party by the most opinion polls or all opinion polls looks like it is in a comfortable position. Is it because of your own strength or the opposition’s weakness?
PM Modi: भारत के चार प्रमुख वर्ग हैं। इस देश का गरीब, इस देश का यूथ, इस देश की वुमेन, इस देश का किसान। मेरे हिसाब से ये चार सबसे बड़ी जातियां हैं। उनको लग रहा है कि पिछले 10 साल में उनके ऐस्पिरेशन को एड्रेस किया गया है। उनके प्रॉब्लम को एड्रेस किया है। उनको लग रहा है कि उनके ऐस्पिरेशन फुलफिल अगर होना है तो इसी गति से देश को आगे बढ़ना पड़ेगा और ये पोलिटिकल स्टैबिलिटी रहेगी। अगर बीजेपी-एनडीए को ताकत मिलेगी। अगर मोदी को ताकत मिलेगी तो ये काम अनेक गुना ज्यादा तेजी से आगे बढ़ेगा। और इसलिए आज पूरे देश में सकारात्मक वातावरण है। आज पूरा देश विकसित भारत के लक्ष्य से जुड़ गया है और उसको वो पूरा करना चाहता है।

Question- Sir, you are easily the most successful politician in India today four times in Gujarat और अभी तीसरी बार के लिए… So as the most successful politician in the country sir, कांग्रेस पार्टी के लिए कुछ उपाय बता सकते हो आप?
PM Modi: ऐसा है कि एक तो मैं अपने आपको तीसमार खां नहीं मानता हूं। जो किसी को सलाह देता फिरे या उपदेश देता फिरे। लेकिन जितनी मेरी राजनीति विद्यार्थी के नाते समझ है। कांग्रेस के अंदर भी बहुत ही सीनियर लोग आज भी है। अनुभवी लोग हैं और कांग्रेस की मूल आचार-विचार के प्रति प्रतिबद्ध ऐसे लोग हैं। सिर्फ कांग्रेस के लोग, उन्हीं के ऐसे वरिष्ठ लोग जो हैं जो आज किनारे पर बैठे हैं, उनको सुनना शुरू कर दें। समझना शुरू कर दें तो भी कांग्रेस का भला हो जाएगा। मेरी सलाह की कोई जरूरत नहीं कांग्रेस को। उनके अंदर बहुत अच्छे लोग बैठे हैं। वे अगर उनको थोड़ा पूछ लिया जाए न तो भी कांग्रेस का भला हो जाएगा।

Question- Prime Minister, you have raised the ante against the dynastic politics, you talk about the dynastic politics of the opposition block. Do you think this charge resonates with the people because dynastic politics have been prevalent not just in India but across South Asia for a long time. Do people take this charge seriously at all?
PM Modi: पहली बात है कि हमारे देश में एक कांग्रेस के जमाने में फैशन थी। भारत में कुछ बुरा हो तो क्या अरे भाई दुनिया में ऐसा है। पर ये तरीका ठीक नहीं है। भारत इतना बड़ा लोकतांत्रिक देश है। इतनी जनसंख्या है। इतनी विविधता है। हरेक के अपने ऐस्पिरेशन हैं। क्या पांच-सात परिवार इसको संभाल पाएंगे क्या? टू डेमोक्रेटिक-वे में लोग ऊपर आने चाहिए तब जाकर के लोगों की आशा-आकांक्षा को पूरा कर पाएंगे। दूसरा, हमारे देश में एक बहुत बड़ा भ्रम है कि किसी परिवार में से एक से अधिक लोग पॉलिटिक्स में है तो क्या है? मैंने कभी ये नहीं कहा है कि किसी परिवार में से एक से अधिक लोग राजनीति में हैं, उसको मैं परिवारवाद नहीं कहता हूं। हम तो चाहते हैं मैक्सिमम लोग राजनीति में आएं और ये परिवार के 10 लोग भी आते हैं तो बुरा ऐसा मैंने कभी नहीं कहा। लेकिन जब पॉलिटिकल पार्टी ही वो परिवार जन्म देता है। वो परिवार उसको चलाता है। वो परिवार ही उसका निर्णायक होता है। पार्टी में अगली पीढ़ी का व्यक्ति भी कोई आएगा तो उन्हीं परिवार का आएगा। वो परिवारवादी पार्टियां हैं। जिसमें डेमोक्रेसी नहीं है। जिसमें उस पार्टी के कितने ही विद्वान, तेजस्वी, समर्पित कार्यकर्ता होगा, उसको उस स्थान पर कोई नहीं जाने देगा। ये लोकतंत्र के लिए, ये एंटी डेमोक्रेटिक है और इसलिए दुनिया में कहां क्या चलता है इसके आधार पर भारत का निर्णय नहीं होगा। भारत का निर्णय भारत के नौजवानों के भविष्य के साथ होगा। भारत के गांव के साथ होगा। भारत के किसान के साथ होगा और हर एक को जो अवसर मिलना चाहिए, परिवारवादी के अंदर नहीं मिलता है।

Question- सर, तमिलनाडु चीफ मिनिस्टर एमके स्टालिन और उनकी डीएमके पार्टी के लिए आपका क्या संदेश है?
PM Modi: मैं नहीं मानता हूं कि उनको मेरे संदेश की जरूरत है। वहां की जनता ही बहुत बड़ा कड़ा संदेश इस बार दे देने वाली है। मेरे संदेश की जरूरत नहीं है।


Question- Prime Minister you have said Mission 400. After being Two Terms In power, is Mission 400 not too ambitious, not too Much?
PM Modi : ये देश की जनता ने तय किया है। मोदी ने तय नहीं किया है। देश की जनता ने तय किया है। क्योंकि देश की जनता को भरोसा हो गया है कि 30 साल स्टेबिलिटी के अभाव में देश का बहुत नुकसान हुआ है। पिछले 10 साल स्टेबिलिटी के कारण देश को बहुत फायदा हुआ है और हर नागरिक को अपने वोट की ताकत समझ में आई है कि मेरे वोट की ताकत है कि मेरे घर का टॉयलेट बनता है। मेरे वोट की ताकत है कि गरीब को खाना मिलता है। मेरे वोट की ताकत है गरीब को दवाई मिल रही है। ये देश के सामान्य मानवी का भरोसा बना है और वह चाहते हैं। यह जनता-जनार्दन का निर्णय है, मोदी तो निमित्त है।

Question- Sir 400 paar, towards this goal what is your expectation specifically from South India.
PM Modi: पहली बात है। पूरे देश में से हमें जबरदस्त जनसमर्थन मिल रहा है। हमें उनकी आशा, अपेक्षा उस पर खरा उतरने के लिए अपने-आप को हमेशा सज्ज रखना है। मेरा ध्यान उस पर केंद्रित हुआ है।

Question- Any Expectations from Tamil Nadu and when do you see BJP ruling in Tamil Nadu, do you even expect that to happen in near future?
PM Modi: पहली बात है। मैं चुनाव के जोड़-तोड़ के आधार पर तमिलनाडु को उस तराजू से तौलता ही नहीं हूं। मेरे लिए तमिलनाडु इस देश की बहुत बड़ा सामर्थ्यवान इकाई है। वहां की भाषा हो, वहां का कल्चर हो, वहां की संभावनाएं हो, मेरे लिए विकसित भारत के सपने में तमिलनाडु का सामर्थ्य बहुत जरूरी है। वो ही मेरा सपना है।

Question- What is Prime Minister's guarantee for Tamil Nadu, if you win another term.
PM Modi : विकसित भारत के लिए विकसित तमिलनाडु। आत्मनिर्भर भारत के लिए सबसे बड़ा मेरा डिफेंस। वो हमारा तमिलनाडु का जो डिफेंस कॉरिडोर बन रहा है। वो मेरी सबसे बड़ी गारंटी है। हमारा पोर्ट सेक्टर, हमने तूतीकोरिन में अभी एक पोर्ट का मैं शिलान्यास करने आया था। वो एक गेम चेंजर बनने वाला है भविष्य में ग्लोबल शिपिंग के लिए। उसके लिए। कोई भी क्षेत्र टूरिज्म। मैं देख रहा हूं भारत में टूरिज्म सबसे ज्यादा तमिलनाडु में आएगा। और भारत में टूरिज्म बहुत तेजी से बढ़ने वाला है तो मैं कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है कि जो तमिलनाडु को मैं गारंटी नहीं दे सकता हूं।

Question- Modi 4.0, Can one expect that to happen?
पीएम- ऐसा है कि आप 4, 5, 6 जो गिनना है वो गिनिए, मेरा दिमाग 2047 पर बिल्कुल फिक्स है। 2047 विकसित भारत।

एंकर- Wishing you all the best
PM Modi: बहुत-बहुत धन्यवाद
एंकर- Thank you very much।
PM Modi: वणक्कम।

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प्रधानमंत्री 26 नवंबर को संविधान दिवस समारोह में भाग लेंगे
November 25, 2024

भारत के संविधान को अपनाने के 75 वर्ष पूरे होने के महत्वपूर्ण अवसर पर, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 26 नवंबर को शाम लगभग 5 बजे सर्वोच्च न्यायालय के प्रशासनिक भवन परिसर के सभागार में संविधान दिवस समारोह में भाग लेंगे। वह भारतीय न्यायपालिका की वार्षिक रिपोर्ट (2023-24) जारी करेंगे। इस अवसर पर वह उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।

कार्यक्रम का आयोजन भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा किया जा रहा है। भारत के मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीश भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।