पीएम मोदी और बिल गेट्स एक रोचक और व्यावहारिक चर्चा के लिए एक साथ बैठे। इस दौरान उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के भविष्य, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के महत्व और भारत में वैक्सीनेशन प्रोग्राम जैसे कई अहम विषयों पर बातचीत की।
पीएम मोदी ने डिजिटल रूप से समावेशी भारत के लिए अपने विजन को स्पष्ट किया और दूरदराज के गांवों तक इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार से डिजिटल डिवाइड को रोकने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने 'नमो ड्रोन दीदी' योजना के किस्से साझा किए, जिसमें मानसिकता के बदलाव और महिलाओं को सशक्त बनाने में टेक्नोलॉजी की बदलावकारी शक्ति पर प्रकाश डाला गया।
बिल गेट्स ने विशेष रूप से ग्रीन जीडीपी और सस्टेनेबल डेवलपमेंट के संदर्भ में भारत के तेजी से टेक्नोलॉजी को अपनाने एवं इनोवेशन के लिए सराहना की। उन्होंने भाषाओं के अनुवाद में AI के उपयोग, G20 समिट और काशी तमिल संगमम जैसे आयोजनों के दौरान भारत की उल्लेखनीय प्रगति पर भी चर्चा की।
पीएम मोदी ने मॉडर्न गवर्नेंस में AI के महत्व पर भी जोर दिया, वहीं इसके दुरुपयोग के प्रति सचेत करते हुए कहा कि AI को आलसी लोगों के लिए एक टूल नहीं बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि AI को मानव प्रयासों को बदलने के बजाय उनका पूरक होना चाहिए।
बातचीत गंभीर विचार-विमर्श और हल्के-फुल्के पलों का मिश्रण थी। जिसमें पीएम मोदी ने बिल गेट्स को नमो ऐप की खूबियों का पता लगाने के लिए आमंत्रित किया और यहां तक कि उन्हें ऐप के फोटो बूथ फंक्शन का उपयोग करके एक सेल्फी लेने का सुझाव भी दिया।