प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जयपुर में पत्रिका गेट का उद्घाटन किया। प्रतिष्ठित गेट अखबारों के समूह पत्रिका द्वारा बनाया गया है। पीएम मोदी ने नई पीढ़ी के बीच किताबें पढ़ने की आदत को बढ़ाने का आह्वान करते हुए कहा कि टेक्स्ट, ट्वीट और "गूगल गुरु" के इस युग में यह जरूरी है कि वे महत्वपूर्ण ज्ञान पाने से दूर न हों।
किसी भी समाज में समाज का प्रबुद्ध वर्ग, समाज के लेखक या साहित्यकार ये पथप्रदर्शक की तरह होते हैं, समाज के शिक्षक होते हैं।
— PMO India (@PMOIndia) September 8, 2020
स्कूली शिक्षा तो खत्म हो जाती है, लेकिन हमारे सीखने की प्रक्रिया पूरी उम्र चलती है, हर दिन चलती है।
इसमें बड़ी अहम भूमिका पुस्तकों और लेखकों की भी है: PM
हमारे देश में तो लेखन का निरंतर विकास भारतीयता और राष्ट्रीयता के साथ हुआ है।
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स्वतंत्रता संग्राम के दौरान लगभग हर बड़ा नाम, कहीं न कहीं से लेखन से भी जुड़ा था।
हमारे यहां बड़े-बड़े संत, बड़े-बड़े वैज्ञानिक भी लेखक और साहित्यकार रहे हैं: PM
श्री कर्पूर चंद्र कुलिश जी ने भारतीयता, और भारत सेवा के संकल्प को लेकर ही पत्रिका की परंपरा को शुरू किया था।
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पत्रकारिता में उनके योगदान को तो हम सब याद करते ही हैं, लेकिन कुलिश जी ने वेदों के ज्ञान को जिस तरह से समाज तक पहुंचाने का प्रयास किया, वो सचमुच अद्भुत था: PM
उपनिषद संवाद और अक्षर यात्रा भी उसी भारतीय चिंतन की एक कड़ी के रूप में लोगों तक पहुंचेगी, ऐसी मेरी अपेक्षा है।
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आज text और tweet के इस दौर में ये और ज्यादा जरूरी है कि हमारी नई पीढ़ी गंभीर ज्ञान से दूर न हो जाए: PM
अक्षर हमारी भाषा की, हमारी अभिव्यक्ति की पहली इकाई होते हैं,
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संस्कृत में अक्षर का अर्थ है, जिसका क्षरण न हो, यानि जो हमेशा रहे।
विचार की यही शक्ति है, सामर्थ्य है।
हजारों साल पहले जो विचार, जो ज्ञान किसी ऋषि, वैज्ञानिक ने हमें दिया, वो आज भी संसार को आगे बढ़ा रहा है: PM