प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने समाजवादी गणतंत्र वियतनाम के प्रधानमंत्री महामहिम गुयेन जुआन फुक के साथ वर्चुअल बैठक की।
दोनों प्रधानमंत्रियों ने मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग की पहलों की समीक्षा की। इस दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा हुई। भविष्य में भारत-वियतनाम व्यापक रणनीतिक साझेदारी का मार्गदर्शन करने के लिए शिखर सम्मेलन के दौरान 'शांति, समृद्धि और लोगों के लिए एक संयुक्त दृष्टिकोण' दस्तावेज को अपनाया गया। दोनों नेताओं ने संयुक्त दृष्टिकोण को लागू करने के लिए साल 2021-2023अवधि की कार्ययोजना पर हस्ताक्षर किए जाने का भी स्वागत किया।
दोनों नेताओं ने अनुबंध के सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के महत्व पर बल दिया। वे एक दूसरे की राष्ट्रीय विकास प्राथमिकताओं में सहयोग करने और एक शांतिपूर्ण, स्थिर, सुरक्षित, मुक्त, खुला, समावेशी और नियमों पर आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साझा उद्देश्य के लिए एक साथ काम करने पर सहमत हुए।
उन्होंने कोविड-19 महामारी समेत आम वैश्विक चुनौतियों के खिलाफ सहयोग बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता भी जताई। वे महामारी के खिलाफ टीकों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय सहयोग बनाए रखने पर सहमत हुए। कई वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों की समानता के आधार पर नेताओं ने फैसला किया कि भारत और वियतनाम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (जहां दोनों 2021 में परिषद की अध्यक्षता करेंगे) समेत अन्य बहुपक्षीय मंचों पर समन्वय के साथ काम करेंगे।
क्षेत्र में सभी के लिए साझा सुरक्षा, समृद्धि और तरक्की हासिल करने के लिए भारत के हिंद-प्रशांत महासागरीय पहल और हिंद-प्रशांत पर आसियान के आउटलुक के बीच एकरूपता के आधार पर दोनों प्रधानमंत्री समुद्री क्षेत्र नए और व्यावहारिक सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए।
प्रधानमंत्री ने क्विक इम्पैक्ट प्रोजेक्ट्स, आईटीईसी और ई-आईटीईसी पहलों, पीएचडी फेलोशिप के साथ ही वियतनाम के एसडीजी, डिजिटल कनेक्टिविटी और विरासत संरक्षण वाली परियोजनाओं में सहयोग, विकास और क्षमता निर्माण साझेदारी के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई।
दोनों प्रधानमंत्रियों ने वियतनाम को भारत सरकार द्वारा दी गई 100 मिलियन डॉलर की डिफेंस लाइन ऑफ क्रेडिट के सफल कार्यान्वयन और वियतनाम के निन्ह थुआन प्रांत में स्थानीय समुदाय के लाभ के लिए भारतीय सहायता अनुदान और सात विकास परियोजनाओं के पूर्ण होने पर प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री ने हाल ही में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा वियतनाम में 'माई सन टेंपल' परिसर के जीर्णोद्धार और संरक्षण कार्य को लेकर विशेष संतुष्टि व्यक्त की और ऐसी अन्य परियोजनाओं में वियतनाम के साथ काम करने की पेशकश भी की।