प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ग्रैंड डची ऑफ लक्जमबर्ग के प्रधानमंत्री महामहिम जेवियर बेट्टेल के साथ वर्चुअल तरीके से आज एक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन का आयोजन किया।
प्रधानमंत्री ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण लक्जमबर्ग में हुई लोगों की मृत्यु पर संवेदना व्यक्त की और इस संकट से निपटने में जेवियर बेट्टेल के नेतृत्व की सराहना की।
दोनों प्रधानमंत्रियों ने कोविड के बाद की दुनिया में भारत और लक्जमबर्ग के बीच संबंध को मजबूत करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया, विशेष रूप से वित्तीय प्रौद्योगिकी, ग्रीन फाइनैंसिंग, अंतरिक्ष अनुप्रयोग, डिजिटल नवाचार और स्टार्टअप के क्षेत्रों में। उन्होंने दोनों देशों के बीच हुए विभिन्न समझौतों का स्वागत किया जिसमें वित्तीय बाजार नियामकों, स्टॉक एक्सचेंजों और नवाचार एजेंसियों के बीच हुए समझौते शामिल हैं।
दोनों प्रधानमंत्रियों ने प्रभावी बहुपक्षवाद को साकार करने और कोविड-19 वैश्विक महामारी, आतंकवाद एवं जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए सहयोग को मजबूती देने पर सहमति जताई। प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) में शामिल होने की लक्जमबर्ग की घोषणा का स्वागत किया और उसे आपदा रोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन (सीडीआरआई) में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।
प्रधानमंत्री ने कोविड-19 की स्थिति में सुधार होने के बाद लक्जमबर्ग के ग्रैंड ड्यूक के साथ-साथ प्रधानमंत्री बेट्टेल को भारत में अगवानी करने उम्मीद जताई। प्रधानमंत्री बेट्टेल ने भी प्रधानमंत्री मोदी को अपनी सुविधानुसार लक्जमबर्ग की यात्रा करने के लिए आमंत्रित किया।