60 शहरों में आयोजित लगभग 200 बैठकों के साथ, भारत की G20 अध्यक्षता में, देश की वैश्विक कूटनीति बुलंदी पर पहुंची। इस फ्रेमवर्क के भीतर, पीएम मोदी ने न केवल भारत की G20 अध्यक्षता की है, बल्कि वैश्विक राजनयिक प्रयासों का नेतृत्व भी किया है।

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने इस संदर्भ में कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी लंबे समय तक अपने पद पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि भारत की G20 अध्यक्षता के माध्यम से, दुनिया उन्हें बेहतर तरीके से जान पाएगी। टोनी एबॉट ने पीएम मोदी की गुजरात के सीएम के रूप में प्रतिष्ठा की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह सीएम के रूप में कार्यों को पूरा अंजाम देते थे तथा वह उनके साथ निकटता से जुड़ना चाहते थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में G20 समिट और उसके बाद की 'राजकीय यात्रा' के लिए प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति की भी सराहना की, और कहा कि जहां कहीं भी वह गए, उनका रॉकस्टार की तरह स्वागत किया गया।

टोनी एबॉट ने कहा कि अगर 19वीं सदी 'ब्रिटिश सदी' है और 20वीं सदी 'अमेरिकी सदी' है, तो यह उम्मीद करने की हर वजह है कि 21वीं सदी 'भारतीय सदी' होगी। उन्होंने यह भी कहा कि 50-100 वर्षों में यदि फ्री वर्ल्ड का कोई नेतृत्व करेगा तो उस सूची में भारतीय प्रधानमंत्री का नाम अवश्य होगा।

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प्रधानमंत्री मोदी का मार्मिक पत्र
December 03, 2024

दिव्यांग आर्टिस्ट दीया गोसाई के लिए रचनात्मकता का एक पल, जीवन बदलने वाले अनुभव में बदल गया। 29 अक्टूबर को पीएम मोदी के वडोदरा रोड शो के दौरान, उन्होंने पीएम मोदी और स्पेन सरकार के राष्ट्रपति महामहिम श्री पेड्रो सांचेज़ के अपने स्केच भेंट किए। दोनों नेताओं ने व्यक्तिगत रूप से उनके भावनात्मक उपहार को स्वीकार किया, जिससे वह बहुत खुश हुईं।

कुछ सप्ताह बाद, 6 नवंबर को, दीया को प्रधानमंत्री से एक पत्र मिला जिसमें उनकी कलाकृति की प्रशंसा की गई थी और बताया गया था कि कैसे महामहिम श्री सांचेज़ ने भी इसकी प्रशंसा की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें समर्पण के साथ ललित कलाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया, और "विकसित भारत" के निर्माण में युवाओं की भूमिका पर विश्वास व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने उनके परिवार को दीपावली और नववर्ष की शुभकामनाएं भी दीं, जो उनके व्यक्तिगत जुड़ाव को दर्शाता है।

खुशी से अभिभूत दीया ने अपने माता-पिता को वह पत्र पढ़कर सुनाया, जो इस बात से बहुत खुश थे कि उसने परिवार को इतना बड़ा सम्मान दिलाया। दीया ने कहा, "मुझे अपने देश का एक छोटा सा हिस्सा होने पर गर्व है। मोदी जी, मुझे अपना स्नेह और आशीर्वाद देने के लिए धन्यवाद।" उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के पत्र से उन्हें जीवन में साहसिक कदम उठाने और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करने की गहरी प्रेरणा मिली।

पीएम मोदी का यह कदम, दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने और उनके योगदान को सम्मान देने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सुगम्य भारत अभियान जैसी अनेक पहलों से लेकर दीया जैसे व्यक्तिगत जुड़ाव तक, वह लगातार प्रेरणा देते हैं और उत्थान करते हैं, यह साबित करते हुए कि उज्जवल भविष्य बनाने में हर प्रयास महत्वपूर्ण है।