प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और यूएसए की प्रथम महिला डॉ. जिल बाइडेन ने वाशिंगटन डीसी स्थित राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र में "भारत और यूएसए: भविष्य के लिए कौशल विकास" विषय पर केंद्रित एक कार्यक्रम में भाग लिया।
यह आयोजन पूरे समाज में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच बढ़ाने और इसका विस्तार करने के लिए उच्च शिक्षा संस्थानों में कार्यबल का पुनर्विकास करने पर केंद्रित था।
प्रधानमंत्री ने शिक्षा, कौशल और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए भारत द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारतीय और अमेरिकी शैक्षणिक व अनुसंधान इकोसिस्टम के बीच वर्तमान में चल रहे द्विपक्षीय शैक्षणिक आदान-प्रदान तथा आपसी सहयोग की सराहना की। प्रधानमंत्री ने शिक्षा और अनुसंधान क्षेत्र में भारत-अमेरिका सहयोग को गति प्रदान करने के लिए 5 सूत्री प्रस्ताव प्रस्तुत किए, जो इस प्रकार हैं:
- सरकार, उद्योग और शिक्षा जगत को एक साथ लाने वाला एकीकृत दृष्टिकोण
- शिक्षकों और छात्रों के आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करना
- दोनों देशों के बीच विभिन्न विषयों पर हैकथॉन का आयोजन
- व्यावसायिक कौशल योग्यताओं को परस्पर मान्यता देना
- शिक्षा एवं अनुसंधान से जुड़े लोगों की यात्रा को प्रोत्साहित करना।
इस कार्यक्रम में नॉर्दर्न वर्जीनिया कम्युनिटी कॉलेज के अध्यक्ष, अमेरिकी विश्वविद्यालय संघ के अध्यक्ष, माइक्रोन टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष और सीईओ तथा छात्र उपस्थित थे।
अमेरिकी विश्वविद्यालय संघ