प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 45वें फिडे चेस ओलंपियाड के चैंपियंस से अपने आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर मुलाकात की और उन्हें हार्दिक बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक मंच पर उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों की प्रशंसा की और शतरंज की दुनिया में भारत की बढ़ती उपस्थिति में उनके योगदान पर गर्व जताया।
उन्होंने खिलाड़ियों को सीमाओं से आगे बढ़ते रहने और अपने हुनर के प्रति प्रतिबद्ध रहने के लिए प्रोत्साहित किया, साथ ही उनकी यात्रा में अनुशासन, फोकस और टीम वर्क के महत्व पर भी जोर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने खिलाड़ियों से ओलंपियाड की चुनौतियों को समझा और अनगिनत युवा भारतीयों को इस खेल को अपनाने के लिए प्रेरित करने की उनकी क्षमता पर भरोसा जताया।
वहीं खिलाड़ियों ने प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और अपने निजी सफर में उनके सच्चे समर्थन की सराहना की। विदित एस. गुजराती ने खिलाड़ियों से मिलने के लिए समय निकालने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए अपना आभार व्यक्त किया। जवाब में, पीएम मोदी ने गर्मजोशी से कहा, "आप और देश के युवा ही मेरा और देश का नाम ऊंचा करते हैं!" विदित ने बताया कि कैसे प्रधानमंत्री ने सभी को सहज बनाया, चुटकुले सुनाए और उनकी कहानियों को ध्यान से सुना।
वंतिका अग्रवाल को तब सुखद आश्चर्य हुआ जब प्रधानमंत्री मोदी ने उनके आगामी जन्मदिन को याद किया और उनसे सेलिब्रेशन की उनकी योजनाओं के बारे में पूछा। उन्होंने अपने बचपन के एक खास पल को भी याद किया जब श्री मोदी, जो उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री थे, ने एशियाई चैंपियनशिप में जीत के बाद, 9 साल की उम्र में उन्हें मंच पर सम्मानित किया था। उस पल ने उन्हें भारत के लिए खेलने तथा और भी पदक जीतने के लिए प्रेरित किया। तानिया सचदेव ने इस बात पर प्रकाश डाला कि खिलाड़ियों ने प्रधानमंत्री मोदी से कितना कुछ सीखा, खासकर दबाव को संभालने की उनकी समझ और सभी स्तरों पर खेलों को बढ़ावा देने के उनके अटूट जुनून से, जो उनके विकसित भारत के विजन के अनुरूप है। खेलों को बढ़ावा देने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को खिलाड़ियों ने गहराई से महसूस किया।
वैशाली रमेशबाबू; प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तिगत जुड़ाव से बहुत प्रभावित हुईं, क्योंकि उन्होंने उनके भाई और माता-पिता के बारे में पूछा, जिससे उन्हें खुशी और सहजता दोनों महसूस हुई। दिव्या देशमुख ने भी इन भावनाओं को दोहराया, बातचीत के सहज माहौल की सराहना की, जहां प्रधानमंत्री मोदी की विनम्रता और सुझावों तथा आलोचनाओं के प्रति खुले रहने के महत्व में उनका दृढ़ विश्वास स्पष्ट रूप से दिखाई दिया, जिससे खिलाड़ियों को लगा कि उनकी राय को महत्व दिया गया है।
यह मुलाकात, वास्तव में प्रेरणादायक और यादगार रही, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की युवा खेल प्रतिभाओं के प्रति अपना मजबूत समर्थन दिखाया।