Quote“डबल इंजन वाली सरकार ने विकास कार्यों में दोगुनी रफ्तार लाई है”
Quote"किसान क्रेडिट कार्ड ने खासकर हमारे पशुपालन श्रमिकों और मछुआरा समुदाय के लिए जीवन को बहुत आसान बना दिया है"
Quote"सरकार ने न केवल बंदरगाहों के लिए पहल की है बल्कि बंदरगाह आधारित विकास को क्रियान्वित कर रही है"
Quote"सरकार उद्यमिता के हर कदम पर युवाओं की मदद कर रही है"
Quote"बढ़ता बुनियादी ढांचा पर्यटन को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दे रहा है"
Quote"कुछ राजनीतिक दलों ने गुजरात को गाली देना अपनी राजनीतिक विचारधारा बना ली है"
Quoteहम 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की भावना और सरदार पटेल के सपनों को कमजोर नहीं होने देंगे"

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुजरात के जूनागढ़ में लगभग 3580 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। जूनागढ़ में इन परियोजनाओं में तटीय राजमार्गों में सुधार के साथ-साथ मिसिंग लिंक का निर्माण, दो जलापूर्ति परियोजनाएं और कृषि उत्पादों के भंडारण के लिए एक गोदाम परिसर का निर्माण शामिल है। प्रधानमंत्री ने श्री कृष्ण रुक्मणी मंदिर, माधवपुर के समग्र विकास और सीवेज और जल आपूर्ति परियोजनाओं और पोरबंदर फिशरी हार्बर में रखरखाव की परियोजना का भी शिलान्यास किया। गिर सोमनाथ में, प्रधानमंत्री ने दो परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिसमें माधवाड़ में एक मछली पकड़ने के बंदरगाह का विकास शामिल है।

|

सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि दिवाली और धनतेरस के त्यौहार समय से पहले आ गए हैं और जूनागढ़ के लोगों के लिए नए साल के जश्न की तैयारी पहले से ही चल रही है। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने लोगों को उनके आशीर्वाद के लिए धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री ने उन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने पर प्रसन्नता व्यक्त की जो पहले के समय में राज्य के बजट से अधिक लागत की थीं। उन्होंने कहा कि यह सब गुजरात के लोगों के आशीर्वाद की वजह से संभव हुआ है।

प्रधानमंत्री ने जूनागढ़, गिर सोमनाथ और पोरबंदर वाले क्षेत्र को गुजरात की पर्यटन राजधानी बताया। उन्होंने कहा कि आज जिन परियोजनाओं की योजना बनाई जा रही है, उनसे रोजगार और स्वरोजगार के अपार अवसर पैदा होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा, "आज मेरा सीना गर्व से फूला हुआ है।” उन्होंने इसका श्रेय गुजरात के लोगों और उनके आशीर्वाद को दिया। प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जब उन्होंने केंद्र में जिम्मेदारियों को निभाने के लिए गुजरात को छोड़ दिया, इसके बाद मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल की टीम ने समान मूल्यों और परंपराओं के साथ गुजरात की देखभाल की। प्रधानमंत्री ने कहा, "आज, गुजरात तीव्र गति से विकास कर रहा है।"

उन्होंने सूखे और क्षेत्र से पलायन के कठिन समय को याद करते हुए कहा कि प्रकृति भी उन लोगों की मदद करती है जो समर्पण और प्रामाणिकता के साथ काम करते हैं क्योंकि पिछले दो दशकों में जलवायु प्रतिकूलता भी कम हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा, "एक ओर लोगों के आशीर्वाद और दूसरी ओर प्रकृति के समर्थन से, लोगों की सेवा में अपना जीवन व्यतीत करना खुशी की बात है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि मां नर्मदा दूर का तीर्थ है, लोगों की मेहनत से मां नर्मदा सौराष्ट्र के गांवों में अपना आशीर्वाद देने पहुंची हैं। प्रधानमंत्री ने पूर्ण समर्पण के साथ प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए जूनागढ़ के किसानों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि गुजरात में उगाए जाने वाले केसर आम का स्वाद दुनिया के हर हिस्से में पहुंच रहा है।

|

भारत के विशाल तटीय क्षेत्रों के बारे में चर्चा करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के समुद्र तट का एक बड़ा हिस्सा गुजरात से संबंधित है। पिछली सरकारों को याद करते हुए, जिन्होंने समुद्र को बोझ और उसकी ताजी हवा को जहर की तरह माना, श्री मोदी ने कहा कि अब समय बदल गया है। "वही समुद्र जिन्हें प्रतिकूलता के रूप में माना जाता था, अब हमारे प्रयासों का लाभ मिल रहा है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि कच्छ का रण जो मुसीबतों से घिरा था, अब गुजरात के विकास की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 25 साल पहले उन्होंने गुजरात के विकास के लिए जो संकल्प लिया था, वह अब साकार हो गया है।

प्रधानमंत्री ने याद किया कि मुख्यमंत्री के रूप में, उन्होंने मछुआरा समुदाय के कल्याण, सुरक्षा, सुविधाओं और बुनियादी ढांचे के लिए सागर खेडू योजना शुरू की थी। इन प्रयासों से राज्य से मछली का निर्यात सात गुना बढ़ा। उन्होंने अपने मुख्यमंत्री के दिनों में एक जापानी प्रतिनिधिमंडल के साथ एक उदाहरण याद किया जब प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने मत्स्यपालन की पहल पर प्रस्तुति को रोकने के लिए कहा, क्योंकि वे स्क्रीन पर प्रसिद्ध सुरमाई मछली को देखकर खुद को नियंत्रित नहीं कर सके और उसका स्वाद लेने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि सुरमाई मछली अब जापानी बाजार में प्रसिद्ध है और हर साल पर्याप्त मात्रा में निर्यात होता है। प्रधानमंत्री ने कहा, "डबल इंजन वाली सरकार ने विकास कार्यों में दोगुनी गति लाई है।" आज ही तीन फिशिंग हार्बर पर काम शुरू हो गया है।

प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि पहली बार किसान, पशुपालक और सागर खेडू के मछुआरे किसान क्रेडिट कार्ड योजना की सेवाओं से जुड़े हैं और इसने बैंक से ऋण प्राप्त करने की प्रक्रिया को सरल बनाया है। श्री मोदी ने कहा, "परिणामस्वरूप, 3.5 करोड़ लाभार्थी इसकी सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं।” प्रधानमंत्री ने कहा कि इसने समाज के गरीबों और जरूरतमंदों को अपने और अपने परिवार के बेहतर भविष्य का निर्माण करने का अधिकार दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि उन लाभार्थियों के लिए ब्याज माफ किया जाएगा, जिन्होंने समय पर अपना ऋण चुकाया है। प्रधानमंत्री ने कहा, "किसान क्रेडिट कार्ड ने खासकर हमारे पशुपालन श्रमिकों और मछुआरा समुदाय के लिए जीवन को बहुत आसान बना दिया है।"

प्रधानमंत्री ने कहा, "पिछले दो दशकों में, बंदरगाहों के जबरदस्त विकास ने गुजरात के लिए समृद्धि के द्वार खोल दिए हैं। इसने गुजरात के लिए नई संभावनाएं खोली हैं।” सागर माला योजना पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने न केवल बंदरगाहों का विकास करके बल्कि बंदरगाह के नेतृत्व वाले विकास को क्रियान्वित करके भारत के तटों पर बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की पहल की है। श्री मोदी ने कहा, "तटों में गुजरात ने इस पर आधारित कई नई परियोजनाओं को देखा है।" उन्होंने कहा, "जूनागढ़ के अलावा, नया तटीय राजमार्ग पोरबंदर, जामनगर, देवभूमि द्वारका, मोरबी के कई जिलों से मध्य और दक्षिण गुजरात से गुजरने वाला है। जो गुजरात के पूरे समुद्र तट की कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा।”

|

प्रधानमंत्री ने राज्य की माताओं और बहनों द्वारा किए गए जबरदस्त कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे एक सुरक्षा कवच बन गए हैं। पिछले 8 वर्षों में महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास की दिशा में केंद्र सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि माताओं और बहनों के जीवन को आसान बनाने के लिए हर स्तर पर उपाय सुनिश्चित किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने महिलाओं के स्वास्थ्य और सम्मान में सुधार की ओर इशारा किया और इसका श्रेय स्वच्छ भारत अभियान के तहत करोड़ों शौचालयों के निर्माण को दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उज्ज्वला योजना न केवल महिलाओं का समय बचा रही है, बल्कि उनके स्वास्थ्य के साथ-साथ पूरे परिवार के स्वास्थ्य में भी सुधार कर रही है। प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों के समय को याद किया, जो एक गांव में कुछ पानी के हैंडपंपों को वितरित करने के बाद धूमधाम से उत्सव मनाते थे। उन्होंने कहा, "आज आपका बेटा हर घर में पाइप से पानी पहुंचा रहा है।" प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के बारे में चर्चा करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान माताओं को हजारों प्रकार की सहायता दी जा रही है, ताकि उन्हें पौष्टिक आहार मिल सके। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो घर दे रही है, उनमें से ज्यादातर घर महिलाओं के नाम पर हैं। देश भर में 8 करोड़ से अधिक बहनें स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं, जिनमें से लाखों गुजरात से हैं। इसी तरह मुद्रा योजना के तहत कई बहनें पहली बार उद्यमी बनी हैं।

देश के युवाओं पर जोर दिए जाने के बारे में बताते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 8 साल से हमने गुजरात समेत पूरे देश में युवाओं की क्षमता को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। शिक्षा से लेकर रोजगार और स्वरोजगार तक हर पहलू में नए अवसर पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। आज सरकार उद्यमिता के हर कदम पर युवाओं की मदद कर रही है। प्रधानमंत्री ने डेफएक्सपो 2022 के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि वह दिन दूर नहीं जब गुजरात टैंकों का निर्माण करेगा। प्रधानमंत्री ने गांधीनगर में आज इसका उद्घाटन किया था।

|

प्रधानमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में राज्य द्वारा की गई प्रगति पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, पिछले 8 वर्षों के दौरान देश में सैकड़ों विश्वविद्यालय खुले। गुजरात उच्च शिक्षा के कई गुणवत्तापूर्ण संस्थानों के उद्घाटन का गवाह बन रहा है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति गुजराती भाषा में नए अवसर ला रही है। इसी तरह, डिजिटल विकास गुजरात के युवाओं के लिए नए अवसर पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा, “डिजिटल इंडिया ने गुजरात के युवाओं को अपनी विभिन्न प्रतिभाओं को निखारने के नए अवसर दिए हैं, इससे रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं। युवाओं की पहुंच बड़े बाजार तक है और यह सस्ते मेड इन इंडिया मोबाइल फोन और सस्ती डेटा सुविधाओं के कारण संभव हो रहा है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि बढ़ते बुनियादी ढांचे से पर्यटन को बड़े पैमाने पर बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में अब सबसे बड़े रोपवे में से एक ने काम करना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कई वर्षों के बाद इस साल अप्रैल में केशोद हवाई अड्डे से फिर से उड़ानें शुरू हुई हैं। जब केशोद हवाई अड्डे को और विकसित किया जाएगा, जब यह एक कार्गो सुविधा तैयार हो जाएगी, तो हमारे फल, सब्जियां, मछली और अन्य उत्पादों को यहां से भेजना आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि केशोद हवाईअड्डे के विस्तार से देश और दुनिया को यहां ऐसे सभी स्थानों तक पहुंच मिलेगी, यहां के पर्यटन में और इजाफा होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश अंतरिक्ष, विज्ञान या खेल के क्षेत्र में राष्ट्रीय उपलब्धियों से खुश है, हालांकि, कुछ वर्गों द्वारा गुजरात और उसके लोगों की उपलब्धियों का राजनीतिकरण करने की बढ़ती प्रवृत्ति की आलोचना की। प्रधानमंत्री ने कहा, "कुछ राजनीतिक दलों ने गुजरात को गाली देना अपनी राजनीतिक विचारधारा बना ली है।" उन्होंने जोर देकर कहा कि हम गुजरातियों या देश के किसी भी राज्य के लोगों का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमें 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की भावना और सरदार पटेल के सपनों को कमजोर नहीं होने देना चाहिए। उन्होंने निंदा को आशा में बदलने और विकास के माध्यम से झूठ का मुकाबला करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि गुजरात की एकता इसकी ताकत है।

|

इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल, सांसद श्री राजेशभाई चुडासमा और श्री रमेश धदुक और गुजरात सरकार के मंत्री श्री ऋषिकेश पटेल और श्री देवाभाई मालम उपस्थित थे।

पृष्ठभूमि

प्रधानमंत्री ने मिसिंग लिंक के निर्माण के साथ-साथ तटीय राजमार्गों के सुधार की परियोजना का शिलान्यास किया। इस परियोजना के पहले चरण में, 13 जिलों में कुल 270 किलोमीटर से अधिक लंबे राजमार्ग को कवर किया जाएगा।

प्रधानमंत्री जूनागढ़ में दो जलापूर्ति परियोजनाओं और कृषि उत्पादों के भंडारण के लिए गोदाम परिसर के निर्माण की आधारशिला रखी। पोरबंदर में, प्रधानमंत्री ने श्री कृष्ण रुक्मणी मंदिर, माधवपुर के समग्र विकास की आधारशिला रखी। उन्होंने पोरबंदर फिशरी हार्बर में सीवेज और जलापूर्ति परियोजनाओं और रखरखाव ड्रेजिंग की आधारशिला भी रखी। गिर सोमनाथ में, प्रधानमंत्री ने दो परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिसमें माधवाड़ में एक मछली पकड़ने के बंदरगाह का विकास करना शामिल है।

पूरा भाषण पढ़ने के लिए यहां क्लिक कीजिए

  • krishangopal sharma Bjp January 14, 2025

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹
  • krishangopal sharma Bjp January 14, 2025

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌹
  • krishangopal sharma Bjp January 14, 2025

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌹🌷
  • SANDIP BALBHIM NAGAWADE January 14, 2024

    जय श्रीराम
  • Kuldeep Yadav October 22, 2022

    આદરણીય પ્રધામંત્રીશ્રી નરેન્દ્ર મોદીજી ને મારા નમસ્કાર મારુ નામ કુલદીપ અરવિંદભાઈ યાદવ છે. મારી ઉંમર ૨૪ વર્ષ ની છે. એક યુવા તરીકે તમને થોડી નાની બાબત વિશે જણાવવા માંગુ છું. ઓબીસી કેટેગરી માંથી આવતા કડીયા કુંભાર જ્ઞાતિના આગેવાન અરવિંદભાઈ બી. યાદવ વિશે. અમારી જ્ઞાતિ પ્યોર બીજેપી છે. છતાં અમારી જ્ઞાતિ ના કાર્યકર્તાને પાર્ટીમાં સ્થાન નથી મળતું. એવા એક કાર્યકર્તા વિશે જણાવું. ગુજરાત રાજ્ય ના અમરેલી જિલ્લામાં આવેલ સાવરકુંડલા શહેર ના દેવળાના ગેઈટે રહેતા અરવિંદભાઈ યાદવ(એ.બી.યાદવ). જન સંઘ વખત ના કાર્યકર્તા છેલ્લાં ૪૦ વર્ષ થી સંગઠનની જવાબદારી સંભાળતા હતા. ગઈ ૩ ટર્મ થી શહેર ભાજપના મહામંત્રી તરીકે જવાબદારી કરેલી. ૪૦ વર્ષ માં ૧ પણ રૂપિયાનો ભ્રષ્ટાચાર નથી કરેલો અને જે કરતા હોય એનો વિરોધ પણ કરેલો. આવા પાયાના કાર્યકર્તાને અહીંના ભ્રષ્ટાચારી નેતાઓ એ ઘરે બેસાડી દીધા છે. કોઈ પણ પાર્ટીના કાર્યકમ હોય કે મિટિંગ એમાં જાણ પણ કરવામાં નથી આવતી. એવા ભ્રષ્ટાચારી નેતા ને શું ખબર હોય કે નરેન્દ્રભાઇ મોદી દિલ્હી સુધી આમ નમ નથી પોચિયા એની પાછળ આવા બિન ભ્રષ્ટાચારી કાર્યકર્તાઓ નો હાથ છે. આવા પાયાના કાર્યકર્તા જો પાર્ટી માંથી નીકળતા જાશે તો ભવિષ્યમાં કોંગ્રેસ જેવો હાલ ભાજપ નો થાશે જ. કારણ કે જો નીચે થી સાચા પાયા ના કાર્યકર્તા નીકળતા જાશે તો ભવિષ્યમાં ભાજપને મત મળવા બોવ મુશ્કેલ છે. આવા ભ્રષ્ટાચારી નેતાને લીધે પાર્ટીને ભવિષ્યમાં બોવ મોટું નુકશાન વેઠવું પડશે. એટલે પ્રધામંત્રીશ્રી નરેન્દ્ર મોદીજી ને મારી નમ્ર અપીલ છે કે આવા પાયા ના અને બિન ભ્રષ્ટાચારી કાર્યકર્તા ને આગળ મૂકો બાકી ભવિષ્યમાં ભાજપ પાર્ટી નો નાશ થઈ જાશે. એક યુવા તરીકે તમને મારી નમ્ર અપીલ છે. આવા કાર્યકર્તાને દિલ્હી સુધી પોચડો. આવા કાર્યકર્તા કોઈ દિવસ ભ્રષ્ટાચાર નઈ કરે અને લોકો ના કામો કરશે. સાથે અતિયારે અમરેલી જિલ્લામાં બેફામ ભ્રષ્ટાચાર થઈ રહીયો છે. રોડ રસ્તા ના કામો સાવ નબળા થઈ રહિયા છે. પ્રજાના પરસેવાના પૈસા પાણીમાં જાય છે. એટલા માટે આવા બિન ભ્રષ્ટાચારી કાર્યકર્તા ને આગળ લાવો. અમરેલી જિલ્લામાં નમો એપ માં સોવ થી વધારે પોઇન્ટ અરવિંદભાઈ બી. યાદવ(એ. બી.યાદવ) ના છે. ૭૩ હજાર પોઇન્ટ સાથે અમરેલી જિલ્લામાં પ્રથમ છે. એટલા એક્ટિવ હોવા છતાં પાર્ટીના નેતાઓ એ અતિયારે ઝીરો કરી દીધા છે. આવા કાર્યકર્તા ને દિલ્હી સુધી લાવો અને પાર્ટીમાં થતો ભ્રષ્ટાચારને અટકાવો. - અરવિંદ બી. યાદવ (એ.બી યાદવ) પૂર્વ શહેર ભાજપ મહામંત્રી જય હિન્દ જય ભારત જય જય ગરવી ગુજરાત આપનો યુવા મિત્ર લી. કુલદીપ અરવિંદભાઈ યાદવ
  • RAKESH BHANDARI October 20, 2022

    jay Shree Ram
  • Anil mishra October 20, 2022

    Mera P M Mera Abhiman
  • Anil mishra October 20, 2022

    Mera PM Mera Abhiman
  • अनन्त राम मिश्र October 20, 2022

    जय श्रीराम
  • अनन्त राम मिश्र October 20, 2022

    जय हो
Explore More
140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी

लोकप्रिय भाषण

140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी
'Operation Brahma': First Responder India Ships Medicines, Food To Earthquake-Hit Myanmar

Media Coverage

'Operation Brahma': First Responder India Ships Medicines, Food To Earthquake-Hit Myanmar
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Government is running a special campaign for the development of tribal society: PM Modi in Bilaspur, Chhattisgarh
March 30, 2025
QuoteToday, on the auspicious day of Navratri, on the New Year, three lakh poor families of Chhattisgarh are entering their new houses: PM
QuoteGovernment is concerned about providing health facilities and medical treatment for poor tribals: PM
QuoteGovernment is running a special campaign for the development of tribal society: PM

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

छत्तीसगढ़ महतारी की जय!

रतनपुर वाली माता महामाया की जय!

कर्मा माया की जय! बाबा गुरु घासीदास की जय!

जम्मो संगी-साथी-जहुंरिया,

महतारी-दीदी-बहिनी अउ सियान-जवान,

मन ला जय जोहार !

छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका जी, यहां के लोकप्रिय और ऊर्जावान मुख्‍यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे साथी मनोहर लाल जी, इसी क्षेत्र के सांसद और केंद्र में मंत्री तोखन साहू जी, छत्तीसगढ़ विधानसभा के स्‍पीकर मेरे परम मित्र रमन सिंह जी, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा जी, अरुण साहू जी, छत्तीसगढ़ सरकार के सभी मंत्री गण, सांसद गण और विधायक गण और दूर-दूर से यहां आए मेरे भाइयों और बहनों!

|

आज से नववर्ष शुरू हो रहा है। आज पहला नवरात्रि है और ये तो माता महामाया की धरती है। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या का मायका है। ऐसे में मातृशक्ति के लिए समर्पित इन नौ दिन छत्तीसगढ़ के लिए बहुत ही विशेष रहते हैं और मेरा परम सौभाग्य है कि नवरात्रि के पहले दिन मैं यहां पहुंचा हूं। अभी कुछ दिन पहले भक्त शिरोमणि माता कर्मा के नाम पर डाक टिकट भी जारी हुआ है। मैं आप सभी को इसकी बधाई देता हूं।

साथियों,

नवरात्रि का ये पर्व रामनवमी के उत्सव के साथ संपन्न होगा और छत्तीसगढ़ की तो, यहां की राम भक्ति भी अद्भुत है। हमारा जो रामनामी समाज है, उसने तो पूरा शरीर राम नाम के लिए समर्पित किया है। मैं प्रभु राम के ननिहाल वालों को, आप सभी साथियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। जय श्री राम!

साथियों,

आज के इस पावन दिवस पर मुझे मोहभट्टा स्वयंभू शिवलिंग महादेव के आशीर्वाद से छत्तीसगढ़ के विकास को और गति देने का अवसर मिला है। थोड़ी देर पहले 33 हजार 700 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इसमें गरीबों के घर हैं, स्‍कूल हैं, रोड है, रेल है, बिजली है, गैस की पाइप लाइन हैं। यानी ये सारे प्रोजेक्‍ट्स छत्तीसगढ़ के नागरिकों को सुविधा देने वाले हैं। यहां नौजवानों के लिए नए रोजगार बनाने वाले हैं। आप सभी को इन विकास कार्यों के लिए बहुत-बहुत बधाई।

साथियों,

हमारी परंपरा में किसी को भी आश्रय देना एक बहुत बड़ा पुण्य माना जाता है। लेकिन जब किसी के घर का सपना पूरा होता है, तो उससे बड़ा आनंद भला क्‍या हो सकता है। आज नवरात्रि के शुभ दिन, नव वर्ष पर छत्तीसगढ़ के तीन लाख गरीब परिवार अपने नए घर में गृह प्रवेश कर रहे हैं। मुझे अभी यहां तीन लाभार्थियों से मिलने का अवसर मिला और मैं देख रहा था उनके चेहरे पर खुशी नहीं समा रही थी और वो मां तो अपना यहां आनंद रोक ही नहीं पा रही थी। मैं इन सभी परिवारों को, तीन लाख परिवार साथियों, एक नए जीवन के लिए बहुत शुभकामनाएं देता हूं। इन गरीब परिवारों के सिर पर पक्की छत आप सभी की वजह से ही संभव हो पाई है। ये मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि आपने मोदी की गारंटी पर भरोसा किया। छत्तीसगढ़ के लाखों परिवारों के पक्के घर का सपना पहले की सरकार ने फाइलों में गुमा दिया था और तब हमने गारंटी दी थी, ये सपना हमारी सरकार पूरा करेगी। और इसलिए विष्‍णु देव जी की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में 18 लाख घर बनाने का निर्णय लिया गया। आज उसमें से तीन लाख घर बनकर तैयार हैं। मुझे खुशी इस बात की भी है, इसमें बहुत सारे घर हमारे आदिवासी क्षेत्रों में बने हैं। बस्तर और सरगुजा के अनेक परिवारों को भी अपने पक्के घर मिले हैं। जिन परिवारों की अनेक पीढ़ियों ने झोपड़ियों में बेहाल जीवन बिताया है, उनके लिए ये कितना बड़ा उपहार है, ये हम समझ सकते हैं और जो नहीं समझ सकते हैं, मैं उनको समझाना चाहता हूं। आप अगर रेलवे में या बस में यात्रा कर रहे हैं, जगह नहीं मिल रही है, खड़े-खड़े जा रहे हैं और अगर थोड़ी सी एकाध सीट मिल जाए, आपका आनंद कितना बड़ा रह जाता है, पता है न! एक-दो-तीन घंटे की यात्रा में बैठने की जगह मिल जाए, तो आपकी खुशियां अनेक गुना बढ़ जाती हैं। आप कल्पना कीजिए कि इन परिवारों ने पीढ़ी दर पीढ़ी झोपड़ी में जिंदगी गुजारी। आज जब उनको पक्का घर मिल रहा है, आप कल्‍पना कीजिए, उनकी जीवन की खुशियां कितनी उमंग से भरी होंगी। और जब ये सोचता हूं, ये देखता हूं, मुझे भी नई ऊर्जा मिलती है। देशवासियों के लिए रात-दिन काम करने का मन मजबूत हो जाता है।

|

साथियों,

इन घरों को बनाने के लिए भले ही सरकार ने मदद दी है। लेकिन घर कैसा बनेगा, ये सरकार ने नहीं, हर लाभार्थी ने खुद तय किया है। ये आपके सपनों का घर है और हमारी सरकार सिर्फ चारदीवारी ही नहीं बनाती, इन घरों में रहने वालों की जिंदगी भी बनाती है। इन घरों को Toilet, बिजली, उज्ज्वला की गैस, नल से जल, सभी सुविधाओं से जोड़ने का प्रयास है। यहां मैं देख रहा हूं कि बहुत बड़ी संख्या में माताएं-बहनें आई हैं। ये जो पक्के घर मिले हैं, इनमें से अधिकतर की मालिक हमारी माताएं-बहनें ही हैं। हजारों ऐसी बहनें हैं, जिनके नाम पर पहली बार कोई संपत्ति रजिस्टर हुई है। मेरी माताओं-बहनों, आपके चेहरे की ये खुशी, आपका ये आशीर्वाद, ये मेरी बहुत बड़ी पूंजी है।

साथियों,

जब इतने सारे घर बनते हैं, लाखों की संख्या में घर बनते हैं, तो इससे एक और बड़ा काम होता है। अब आप सोचिए कि ये घर बनाता कौन है, इन घरों में लगने वाला सामान कहां से आता है, ये छुट-पुट का सामान कोई दिल्ली-मुंबई से थोड़ा आता है, जब इतने सारे घर बनते हैं, तो गांव में हमारे राज मिस्त्री, रानी मिस्त्री, श्रमिक साथी, सभी को काम मिलता है और जो सामान आता है, उसका फायदा भी तो स्‍थानीय छोटे-छोटे दुकानदारों को होता है। जो गाड़ी में, ट्रक में सामान लाते हैं, उनको होता है। यानी लाखों घरों ने छत्तीसगढ़ में बहुत सारे लोगों को रोजगार भी दिया है।

साथियों,

भाजपा सरकार, छत्तीसगढ़ के लोगों से किए गए, हर वादे को पूरा कर रही है। और अभी मुख्‍यमंत्री जी बता रहे थे कि पिछले दिनों जो स्‍थानिक स्‍वराज संस्थाओं के चुनाव हुए, त्रिस्‍तीय चुनाव और उसमें भी आपने जिस प्रकार से आशीर्वाद दिए हैं, आज मैं आया हूं, तो इसके लिए भी आभार व्यक्त करता हूं।

साथियों,

यहां बहुत बड़ी संख्या में अलग-अलग योजनाओं के लाभार्थी आए हैं। आप सभी ने अनुभव किया है कि हमारी सरकार कितनी तेज़ी से अपनी गारंटियां पूरी कर रही हैं। छत्तीसगढ़ की बहनों से हमने जो वादा किया था, वो पूरा कर के दिखाया। धान किसानों को 2 साल का बकाया बोनस मिला है, बढ़े हुए MSP पर धान की खरीदी की गई है। इससे लाखों किसान परिवारों को हज़ारों करोड़ रुपए मिले हैं। कांग्रेस की सरकार में यहां भर्ती परीक्षाओं में भी खूब घोटाले हुए, भाजपा सरकार ने भर्ती परीक्षाओं में हुए घोटालों को लेकर जांच बिठाई है। और हमारी सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ परीक्षाएं करवा रही है। इन ईमानदार प्रयासों का नतीजा है कि भाजपा पर जनता का भरोसा बढ़ता जा रहा है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बाद अब निकाय चुनाव में भी यहां भाजपा का परचम लहराया है। छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा सरकार के प्रयासों को अपना भरपूर समर्थन दे रही है।

|

साथियों,

छत्तीसगढ़ को राज्य बने 25 साल हो रहे हैं, ये वर्ष छत्तीसगढ़ का रजत जयंती वर्ष है, संयोग से यह साल अटल जी का जन्म शताब्दी वर्ष भी है। छत्तीसगढ़ सरकार, 2025 को अटल निर्माण वर्ष के रूप में मना रही है। हमारा संकल्प है– हमने बनाया है, हम ही संवारेंगे। आज इंफ्रास्ट्रक्चर के जितने भी प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है, वो इसी संकल्प का हिस्सा है।

साथियों,

छत्तीसगढ़ को अलग राज्य इसलिए बनाना पड़ा था, क्योंकि यहां विकास का लाभ नहीं पहुंच पा रहा था। कांग्रेस के राज में यहां विकास का काम नहीं हो पाता था और जो काम होते भी थे, उसमें कांग्रेस वाले घोटाले कर देते थे। कांग्रेस को कभी आपकी चिंता नहीं रही। आपके जीवन की, आपकी सुविधाओं की, आपके बच्चों की चिंता हमने की है। हम विकास की योजनाओं को छत्तीसगढ़ के गांव-गांव तक ले जा रहे हैं। वहां एक बेटी कोई एक पेंटिंग बना के लाई है, बेचारी कब से हाथ ऊपर रख के खड़ी है। मैं जरा security वालों से कहूंगा जरा उस बेटी को, जरा पीछे बेटा नाम-पता लिख देना, मैं आपको चिट्ठी भेजूंगा। जरा इसको कोई collect करके मेरे तक पहुंचा दे। बहुत-बहुत धन्यवाद बेटा, बहुत धन्यवाद। आज आप देखिए, यहां दूर-सूदूर के आदिवासी क्षेत्रों में भी अच्छी स़ड़कें पहुंच रही हैं। कई इलाकों में पहली बार ट्रेन पहुंच रही है, अभी मैंने यहां एक ट्रेन को हरी झंडी दिखाई है। अब यहां कहीं पहली बार बिजली पहुंच रही है, कहीं पाइप से पानी पहली बार पहुंच रहा है, कहीं नया मोबाइल टावर पहली बार लग रहा है। नए स्कूल-कॉलेज-अस्पताल बन रहे हैं। यानि हमारे छत्तीसगढ़ की तस्वीर भी बदल रही है, तकदीर भी बदल रही है।

साथियों,

छत्तीसगढ़ देश के उन राज्यों में शामिल हो गया है, जहां शत-प्रतिशत रेल नेटवर्क बिजली से चलने लगा है। ये बहुत बड़ी उपलब्धि है। छत्तीसगढ़ में इस समय करीब 40 हज़ार करोड़ रुपए के रेल प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। इस साल के बजट में भी छत्तीसगढ़ के लिए 7 हज़ार करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। इससे छत्तीसगढ़ के अनेक क्षेत्रों में अच्छी रेल कनेक्टिविटी की मांग पूरी होगी। इससे आसपास के राज्यों से कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी।

|

साथियों,

विकास के लिए बजट के साथ-साथ नेक-नीयत भी ज़रूरी है। अगर कांग्रेस की तरह मन और मस्तिष्क में बेईमानी भरी हो, तो बड़े से बड़े खज़ाने भी खाली हो जाते हैं। यही स्थिति हमने कांग्रेस के शासन के दौरान देखी है। इस कारण, आदिवासी अंचलों तक विकास नहीं पहुंच पाया। हमारे सामने कोयले का उदाहरण है। छत्तीसगढ़ में बहुत बड़ी मात्रा में कोयला है। लेकिन यहां आपको जरूरत भर की बिजली नहीं मिल पाती थी। कांग्रेस के समय में बिजली की हालत खस्ताहाल थी, यहां पर बिजली के कारखानों पर उतना काम ही नहीं किया गया। आज हमारी सरकार यहां नए बिजली कारखाने लगवा रही है।

साथियों,

हम यहां सौर ऊर्जा से बिजली बनाने पर भी बहुत अधिक जोर दे रहे हैं। और मैं आपको एक और बड़ी शानदार योजना के बारे में बताऊंगा। मोदी ने एक ऐसी योजना शुरू की है, जिसमें आपका बिजली बिल जीरो हो जाएगा और घर में बिजली पैदा करके आप कमाई भी कर सकेंगे। इस योजना का नाम है- पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना। इसके लिए हमारी सरकार हर घर को सोलर पैनल लगाने के लिए 70-80 हजार रुपए की मदद दे रही है। यहां छत्तीसगढ़ में भी 2 लाख से ज्यादा परिवारों ने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना में अपना रजिस्ट्रेशन करा दिया है। आप भी इस योजना से जुड़ेंगे तो आपको बहुत लाभ होगा।

साथियों,

नेक नीयत का एक और उदाहरण, गैस पाइपलाइन भी है। छत्तीसगढ़ समंदर से दूर है। तो यहां तक गैस पहुंचाना इतना आसान नहीं है। पहले जो सरकार थी, उसने गैस पाइपलाइन पर भी जरूरी खर्च नहीं किया। हम इस चुनौती का भी समाधान कर रहे हैं। हमारी सरकार, यहां गैस पाइप लाइनें बिछा रही है। इससे पेट्रोलियम से जुड़े उत्पादों को ट्रकों से ट्रांसपोर्ट करने की मजबूरी कम होगी। ये चीज़ें कम कीमत में आप लोगों को मिलने लगेंगी। गैस पाइपलाइन आने से, यहां CNG से गाड़ियां चल पाएंगी। इसका एक और फायदा होगा। घरों में खाना बनाने की गैस अब पाइप से भी आ पाएगी। जैसे पाइप से पानी आता है किचन में, वैसे ही अब गैस आएगा। हम अभी 2 लाख से ज्यादा घरों में सीधे पाइप से गैस पहुंचाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। गैस उपलब्ध होने से यहां छत्तीसगढ़ में नए उद्योग लगाना भी संभव हो पाएगा। यानि बड़ी संख्या में यहीं पर रोजगार बनेंगे।

साथियों,

बीते दशकों में कांग्रेस की नीतियों की वजह से छत्तीसगढ़ सहित देश के अनेक राज्यों में नक्सलवाद को बढ़ावा मिला। देश में जहां-जहां अभाव रहा, जो-जो क्षेत्र विकास से पीछे रहे, वहां-वहां नक्सलवाद फलता-फूलता रहा। लेकिन जिस दल ने 60 साल सरकार चलाई, उसने क्या किया? उसने ऐसे जिलों को पिछड़ा घोषित कर, अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया। हमारे नौजवानों की अनेक पीढ़ियां खप गईं। अनेक माताओं ने अपने लाडले खो दिए। अनेक बहनों ने अपना भाई खो दिया।

साथियों,

उस समय की सरकारों की ये उदासीनता, ये आग में घी डालने जैसा था। आपने तो खुद सहा है, देखा है, छत्तीसगढ़ में कितने ही जिलों में सबसे पिछड़े आदिवासी परिवार रहते थे। उनकी कांग्रेस सरकार ने कभी सुध नहीं ली। हमने गरीब आदिवासियों के शौचालय की चिंता की, स्वच्छ भारत अभियान चलाया, हमने गरीब आदिवासियों के इलाज की चिंता की, 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज देने वाली आयुष्मान भारत योजना चलाई, हमने आपके लिए सस्ती दवा की चिंता की, अस्सी परसेंट छूट देने वाले पीएम जन औषधि केंद्र खोले।

|

साथियों,

जो लोग सामाजिक न्याय पर झूठ बोलते हैं, उन्हीं लोगों ने आदिवासी समाज को भुला रखा था। इसलिए तो मैं कहता हूं, जिसको किसी ने नहीं पूछा, उसको मोदी पूजता है। हम आदिवासी समाज के विकास के लिए भी विशेष अभियान चला रहे हैं। हमने आपके लिए धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष अभियान शुरू किया है। इसके तहत करीब 80 हज़ार करोड़ रुपए आदिवासी क्षेत्रों में खर्च किए जा रहे हैं। इससे छत्तीसगढ़ के करीब 7 हज़ार आदिवासी गांवों को फायदा हो रहा है। आप भी जानते हैं कि आदिवासियों में भी अति पिछड़ी आदिवासी जनजातियां होती हैं। पहली बार हमारी सरकार ने ऐसे अति पिछड़े आदिवासियों के लिए पीएम जनमन योजना बनाई है। इसके तहत, छत्तीसगढ़ के 18 जिलों में 2 हज़ार से अधिक बसाहटों में काम किए जा रहा हैं। देशभर में पिछड़ी जनजातियों की बस्तियों में करीब 5 हज़ार किलोमीटर की सड़कें स्वीकृत की गई हैं। इनमें से करीब आधी सड़कें, छत्तीसगढ़ में ही बनाई जानी हैं, यानि ढाई हजार किलोमीटर की सड़कें यहां पीएम जनमन योजना के तहत बनेंगी। आज इस योजना के तहत ही यहां अनेक साथियों को पक्के घर भी मिले हैं।

साथियों,

आज डबल इंजन सरकार में छत्तीसगढ़ की स्थिति तेज़ी से बदल रही है। जब सुकमा जिले के एक स्वास्थ्य केंद्र को राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाणपत्र मिलता है, तो नया विश्वास जगता है। जब कई सालों बाद दंतेवाड़ा में फिर से स्वास्थ्य केंद्र शुरू होता है, तो नया विश्वास जगता है। ऐसे ही प्रयासों के कारण, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थाई शांति का नया दौर नज़र आ रहा है। अभी दिसंबर में जब मन की बात हुई, तो मैंने बस्तर ओलंपिक की चर्चा की थी। आपने भी वो मन की बात जरूर सुना होगा, बस्तर ओलंपिक में जिस प्रकार हज़ारों नौजवानों ने हिस्सा लिया, वो छत्तीसगढ़ में आ रहे बदलाव का प्रमाण है।

साथियों,

मैं छत्तीसगढ़ के नौजवानों का एक शानदार भविष्य अपनी आंखों के सामने देख रहा हूं। छत्तीसगढ़ जिस प्रकार, नई शिक्षा नीति को लागू कर रहा है, वो बहुत ही शानदार काम हो रहा है। देशभर में 12 हज़ार से अधिक आधुनिक पीएम श्री स्कूल शुरु हो चुके हैं। इनमें से करीब साढ़े तीन सौ, छत्तीसगढ़ में हैं। ये पीएम श्री स्कूल, दूसरे स्कूलों के लिए आदर्श बनेंगे। इससे राज्य की पूरी शिक्षा व्यवस्था का स्तर ऊपर उठेगा। छत्तीसगढ़ में दर्जनों एकलव्य मॉडल स्कूल पहले से ही शानदार काम कर रहे हैं। नक्सल प्रभावित इलाकों में भी अनेक स्कूल फिर से शुरू किए गए हैं। आज छत्तीसगढ़ में विद्या समीक्षा केंद्र की भी शुरुआत हुई है। ये भी देश की शिक्षा व्यवस्था में एक बड़ा कदम है। इससे स्कूलों में शिक्षा का स्तर और अच्छा होगा, क्लास में शिक्षकों की, विद्यार्थियों की रियल टाइम में मदद भी हो पाएगी।

साथियों,

हमने आपसे किया एक और वादा पूरा किया है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत, यहां हिंदी में भी मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू हो रही है। अब मेरे गांव, गरीब, आदिवासी परिवारों के युवाओं के सपनों को पूरा करने में भाषा कोई बाधा नहीं बनेगी।

|

साथियों,

बीते वर्षों में मेरे मित्र रमन सिंह जी ने जो मजबूत नींव रखी थी, उसे वर्तमान सरकार और सशक्त कर रही है। आने वाले 25 वर्षों में हमें इस नींव पर विकास की एक भव्य इमारत बनानी है। छत्तीसगढ़ संसाधनों से भरपूर है, छत्तीसगढ़ सपनों से भरपूर है, छत्तीसगढ़ सामर्थ्य से भरपूर है। 25 साल बाद, जब हम छत्तीसगढ़ की स्थापना के 50 वर्ष मनाएं, तो छत्तीसगढ़ देश के अग्रणी राज्यों में हो, इस लक्ष्य को हम पाकर के ही रहेंगे। मैं आपको फिर विश्वास दिलाऊंगा, यहां विकास का लाभ, छत्तीसगढ़ के हर परिवार तक पहुंचे, इसके लिए हम कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। एक बार फिर आप सभी को इतने सारे विकास कार्यों के लिए और नव वर्ष के आरंभ में ही बहुत बड़े सपने लेकर के जो यात्रा आरंभ हो रही है, उसके लिए मैं आपको बहुत-बहुत बधाई देता हूं। बहुत-बहुत धन्यवाद!