प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की। जम्मू-कश्मीर के सभी जिलों से आए लगभग 250 विद्यार्थियों ने निश्चिंत और अनौपचारिक बातचीत में भाग लिया।
ये विद्यार्थी भारत सरकार के 'वतन को जानो - युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम 2023' के तहत जयपुर, अजमेर और नई दिल्ली का भ्रमण कर रहे हैं। इस यात्रा का उद्देश्य एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना के तहत जम्मू-कश्मीर के युवाओं को देश की सांस्कृतिक और सामाजिक विविधता का दर्शन कराना है।
बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों से उनके यात्रा अनुभव और उनके द्वारा देखे गए प्रतिष्ठित स्थानों के बारे में पूछा। प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में समृद्ध खेल संस्कृति पर चर्चा की और विद्यार्थियों से क्रिकेट, फुटबॉल आदि जैसे खेलों में उनकी भागीदारी के बारे में जानना चाहा। प्रधानमंत्री ने हांग्जो में एशियाई पैरा गेम्स में तीन पदक जीतने वाली जम्मू-कश्मीर की युवा तीरंदाज शीतल देवी का उदाहरण दिया। प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं की प्रतिभा की भी सराहना की और कहा कि उनमें किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने की क्षमता है।
प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों को देश के विकास के लिए काम करने और योगदान देने तथा विकसित भारत @2047 के सपने को साकार करने में मदद करने की सलाह दी।
जम्मू-कश्मीर में दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल के निर्माण के बारे में चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे क्षेत्र में कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
प्रधानमंत्री ने चंद्रयान-3 और आदित्य-एल1 मिशन की सफलता की चर्चा करते हुए कहा कि इन वैज्ञानिक उपलब्धियों ने हर भारतीय को गौरवान्वित किया है।
जम्मू-कश्मीर में इस साल रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों के जाने की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू- कश्मीर में पर्यटन क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री ने योग के फायदों के बारे में भी चर्चा की और विद्यार्थियों से इसका रोजाना अभ्यास करने का आह्वान किया। उन्होंने कश्मीर में जी-20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन और देश को स्वच्छ बनाने के प्रयासों पर भी चर्चा की.