प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सतर्कता एवं भ्रष्टाचार विरोधी एक राष्ट्रीय सम्मेनल का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने कहा कि बीते वर्षों में देश करप्शन पर जीरो टॉलरेंस की एप्रोच के साथ आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि विकास के लिए जरूरी है कि हमारी प्रशासनिक व्यवस्थाएं पारदर्शी, जिम्मेदार, उत्तरदायी और जनता के प्रति जवाबदेह हों। पीएम मोदी ने कहा कि इन सभी का सबसे बड़ा शत्रु भ्रष्टाचार है, जिसका डटकर मुकाबला करना सिर्फ एक एजेंसी का दायित्व नहीं, बल्कि एक सामूहिक जिम्मेदारी है।
बीते वर्षों में देश corruption पर zero tolerance की approach के साथ आगे बढ़ा है: PM
— PMO India (@PMOIndia) October 27, 2020
Corruption हो, Economic Offences हों, Drugs हो, Money Laundering हों, या फिर Terrorism, Terror Funding हो, ये सब एक दूसरे से जुड़े होते हैं।
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इसलिए, हमें Corruption के खिलाफ Systemic Checks, Effective Audits और Capacity Building and Training का काम मिलकर करना होगा: PM
अब DBT के माध्यम से गरीबों की मिलने वाला लाभ 100 प्रतिशत गरीबों तक सीधे पहुंच रहा है।
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अकेले DBT की वजह से 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा गलत हाथों में जाने से बच रहे हैं।
आज ये गर्व के साथ कहा जा सकता है कि घोटालों वाले उस दौर को देश पीछे छोड़ चुका है: PM
आज मैं आपके सामने एक और बड़ी चुनौती का जिक्र करने जा रहा हूं।
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ये चुनौती बीते दशकों में धीरे-धीरे बढ़ते हुए अब देश के सामने एक विकराल रूप ले चुकी है।
ये चुनौती है- भ्रष्टाचार का वंशवाद
यानि एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में ट्रांसफर हुआ भ्रष्टाचार: PM
बीते दशकों में हमने देखा है कि जब भ्रष्टाचार करने वाली एक पीढ़ी को सही सजा नहीं मिलती, तो दूसरी पीढ़ी और ज्यादा ताकत के साथ भ्रष्टाचार करती है।
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उसे दिखता है कि जब घर में ही, करोड़ों रुपए कालाधन कमाने वाले का कुछ नहीं हुआ, तो उसका हौसला और बढ़ जाता है: PM
इस वजह से कई राज्यों में तो ये राजनीतिक परंपरा का हिस्सा बन गया है।
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पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाला भ्रष्टाचार, भ्रष्टाचार का ये वंशवाद, देश को दीमक की तरह खोखला कर देता है: PM