प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज गोवा में एकीकृत समुद्री सर्वाइवल प्रशिक्षण केंद्र, ओएनजीसी संस्थान का उद्घाटन किया। श्री मोदी ने पानी के भीतर बचाव करने के अभ्यास पर एक ब्रीफिंग और प्रशिक्षण केंद्र के प्रदर्शन का भी अवलोकन किया।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया:
“गोवा में ओएनजीसी के समुद्री सर्वाइवल केन्द्र को राष्ट्र को समर्पित करते हुए बहुत खुशी हो रही है। यह अत्याधुनिक केंद्र समुद्री सर्वाइवल प्रशिक्षण इकोसिस्टम की दिशा में भारत के लिए उपलब्धि हासिल करने वाला एक महत्वपूर्ण क्षण है। यह कड़ी और गहन आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रशिक्षण की पेश करता है। यह समय रहते अनेक लोगों की जीवन रक्षा सुनिश्चित करेगा।
Delighted to dedicate to the nation the Sea Survival Centre of @ONGC_ in Goa. This state-of-the-art Centre is a watershed moment for India in making a mark in the sea survival training ecosystem. Offering rigorous and intense emergency response training, it will ensure many… pic.twitter.com/VNCZKhurvV
— Narendra Modi (@narendramodi) February 6, 2024
प्रधानमंत्री ने एक आधुनिक समुद्री सर्वाइवल केंद्र की जरूरत को रेखांकित करने वाले एक वीडियो को भी साझा किया और कहा कि किसलिए हमें एक आधुनिक समुद्री सर्वाइकल केंद्र की आवश्यकता है और यह किस प्रकार हमारे देश के लिए लाभदायक होगा।
Here is why we needed a modern Sea Survival Centre and how it will be very beneficial for our nation. pic.twitter.com/zEeac30x48
— Narendra Modi (@narendramodi) February 6, 2024
इस अवसर पर प्रधानमंत्री के साथ गोवा के मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत, केंद्रीय पेट्रोलियम, तेल और प्राकृतिक गैस मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।
ओएनजीसी समुद्री सर्वाइवल केन्द्र
ओएनजीसी समुद्री सर्वाइकल केन्द्र को भारतीय समुद्री सर्वाइवल प्रशिक्षण इकोसिस्टम के वैश्विक मानकों के अनुसार आगे बढ़ाने के लिए एक अपने किस्म के पहले एकीकृत समुद्री सर्वाइवल प्रशिक्षण केंद्र के रूप में विकसित किया गया है। इससे प्रतिवर्ष 10,000-15,000 कर्मियों को प्रशिक्षित करने का अनुमान है। कृत्रिम और नियंत्रित कठोर मौसम की स्थिति में किया गया अभ्यास प्रशिक्षुओं का समुद्री सर्वाइवल कौशल बढाता है। इस प्रकार वास्तविक जीवन की आपदाओं से सुरक्षित बचने की संभावनाओं में वृद्धि होती है।