“जब आस्था अपरम्पार हो, मां दुर्गा का आशीर्वाद हो, तो स्थान, स्थिति, परिस्थिति से आगे बढ़कर पूरा देश ही बंगाल हो जाता है, बंगालमय हो जाता है। ऐसी कोई जगह नहीं, जहां इन दिनों ‘ग्राम बांग्ला और शोहोर बांग्ला’ के रंग और मां दुर्गा के नवरूप की झलक न दिखाई देती हो। दुर्गा पूजा का पर्व भारत की एकता का पर्व भी है, भारत की पूर्णता का पर्व भी है। बंगाल की दुर्गा पूजा भारत की इस पूर्णता को एक नई चमक देती है, नए रंग देती है, नया श्रृंगार देती है। ये बंगाल की जागृत चेतना का, बंगाल की आध्यात्मिकता का, बंगाल की ऐतिहासिकता का प्रभाव है। पवित्र षष्ठी के इस पुण्य अवसर पर मैं बंगाल की पवित्र पुण्य भूमि को नमन करता हूं।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ये बातें गुरुवार को पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा पंडाल के उद्घाटन अवसर पर आयोजित ‘पूजोर शुभेच्छा’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने इस कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने बंगाल की धरती की महान विभूतियों का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर, बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय, शरद चंद्र चट्टोपाध्याय, ईश्वरचन्द्र विद्यासागर, राजा राम मोहन राय, गुरुचंद ठाकुर, हरिचंद ठाकुर, पंचानन बरमा, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, चैतन्य महाप्रभु, श्री अरबिंदो, श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र, मां आनंदमयी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, शहीद खुदीराम बोस, शहीद प्रफुल्ल चाकी, मातंगिनी हाजरा, रानी राशमणी, प्रीतिलता वाद्देदार, सरला देवी चौधरानी, कामिनी राय जैसे महान व्यक्तित्वों ने जब जैसी आवश्यकता पड़ी, शस्त्र और शास्त्र से मां भारती की सेवा की है। उन्होंने कहा, “बंगाल के लोगों में एक ऐसी आत्मशक्ति है जिस के कारण वे हर क्षेत्र में आगे बढ़कर उपलब्धियां पाते हैं। बंगाल के लोगों ने देश को प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ाया है, आज भी बढ़ा रहे हैं और ये मेरा विश्वास है कि भविष्य में भी बंगाल के लोग देश का गौरव इसी तरह बढ़ाते रहेंगे।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बंगाल में मां दुर्गा को बेटी भी मानते हैं और बेटी की तरह घर में उनका स्वागत करते हैं। इसीलिए हमें सभी बेटियों को दुर्गा की तरह सम्मान करने की सीख दी जाती है, नवरात्र में उनकी पूजा की जाती है। श्री मोदी ने कहा, “मां दुर्गा की पूजा तो साक्षात शक्ति की साधना है। हमारी मां दुर्गा ‘दारिद्र्य दु:ख भय हारिणि’ कही जाती हैं, ‘दुर्गति-नाशिनी’ कही जाती हैं। अर्थात, वो दुखों को, दरिद्रता को, दुर्गति को दूर करती हैं। इसलिए, दुर्गा पूजा तभी पूरी होती है जब हम किसी के दुख को दूर करते हैं, किसी गरीब की मदद करते हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नारीशक्ति हमेशा से सभी चुनौतियों को परास्त करने की ताकत रखती है। ऐसे में यह सभी का दायित्व है कि संगठित रूप से सभी उनके साथ खड़े हों। भारतीय जनता पार्टी के विचार यही हैं, संस्कार यही हैं, और संकल्प भी यही है। इसलिए, देश में आज महिलाओं के सशक्तिकरण का भी अभियान तेज गति से जारी है। श्री मोदी ने कहा, “चाहे जनधन योजना के तहत 22 करोड़ महिलाओं के बैंक खाते खोलना हो या फिर मुद्रा योजना के तहत करोड़ों महिलाओं को आसान ऋण देना, चाहे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान हो या फिर तीन तलाक के खिलाफ कानून, चाहे गर्भावस्था के दौरान मुफ्त चेक-अप की सुविधा हो या फिर पोषण अभियान, चाहे स्वच्छ भारत के तहत घरों में शौचालय का निर्माण हो या फिर रसोई में धुएं से आजादी, चाहे नाइट शिफ्ट में काम करने का अधिकार हो या फिर मैटर्निटी लीव को 12 हफ्ते से बढ़ाकर 26 हफ्ते करना, चाहे गहरी खदानों में भी काम करने की स्वीकृति हो या फिर सेना में परमानेंट कमीशन, देश की नारीशक्ति को सशक्त करने के लिए निरंतर काम किया जा रहा है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी सरकार सजग है। रेप की सजा से जुड़े कानूनों को बहुत सख्त किया गया है, दुराचार करने वालों को मृत्युदंड तक का प्रावधान हुआ है। भारत ने जो नया संकल्प लिया है- आत्मनिर्भर भारत के जिस अभियान पर हम निकले हैं, उसमें भी नारी शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में आत्मनिर्भर भारत का नया संकल्प बंगाल की धरती से ही मजबूत होगा। हम सबको बंगाल के गौरव, बंगाल के उद्यम और उद्योग को, यहां की समृद्धि और संपन्नता को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाना है।
पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल के तेज विकास के लिए और यहां के लोगों को मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने के लिए निरंतर काम हो रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बंगाल में करीब 30 लाख गरीबों के लिए घर बनाए जा चुके हैं। उज्ज्वला योजना के तहत करीब 90 लाख गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिए गए हैं। प्रधानमंत्री जन धन योजना के जरिए बंगाल के लगभग चार करोड़ गरीबों के बैंक खाते खोले गए हैं। ‘जल जीवन मिशन’ योजना के जरिए बंगाल के लगभग 4 लाख घरों में पाइप से साफ पानी पहुंचाने का काम हुआ है।
श्री मोदी ने कहा कि बंगाल के इनफ्रास्ट्रक्चर के लिए और कनेक्टिविटी सुधारने के लिए भी लगातार काम हो रहा है। कोलकाता में ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर परियोजना के लिए भी 8.5 हजार करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। नेपाल, भारत और बांग्लादेश के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए सैकड़ों करोड़ रुपये की लागत से सड़क परियोजना पर कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवेज हों, वॉटरवेज हों या फिर गांव-गांव तक ब्रॉडबैंड की कनेक्टिविटी, हमारी कोशिश है कि बंगाल के आम जन के जीवन से मुश्किलें कम हों, उनका जीवन आसान बने।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भाजपा की केंद्र सरकार ने पूर्वोदय का मंत्र अपनाया है, पूर्वी भारत के विकास के लिए निरंतर फैसले लिए हैं। पूर्वोदय के इस मिशन में पश्चिम बंगाल को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। मुझे भरोसा है कि पूर्वोदय का केंद्र बनकर पश्चिम बंगाल जल्द ही एक नई दिशा की तरफ बढ़ेगा। हमें सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र को लेकर आगे बढ़ना है और आप सबका ये तप, ये त्याग और ये साधना जल्द ही फलीभूत होंगे।”
जब आस्था अपरम्पार हो, माँ दुर्गा का आशीर्वाद हो, तो स्थान, स्थिति, परिस्थिति, से आगे बढ़कर पूरा देश ही बंगालमय हो जाता है: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
दुर्गापूजा का पर्व भारत की एकता का पर्व भी है, भारत की पूर्णता का पर्व भी है।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
बंगाल की दुर्गापूजा भारत की इस पूर्णता को एक नई चमक देती है, नए रंग देती है, नया श्रृंगार देती है।
ये बंगाल की जागृत चेतना का, बंगाल की आध्यात्मिकता का, बंगाल की ऐतिहासिकता का प्रभाव है: PM
बंगाल की माटी को अपने माथे से लगाकर जिन्होंने पूरी मानवता को दिशा दिखाई, उन श्री रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, चैतन्य महाप्रभु, श्री ऑरोबिंदो, बाबा लोकनाथ, श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र, मां आनंदमयी को मैं प्रणाम करता हूँ: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
बंगाल की भूमि से निकले महान व्यक्तित्वों ने जब जैसी आवश्यकता पड़ी, शस्त्र और शास्त्र से, त्याग और तपस्या से मां भारती की सेवा की है: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
जिन्होंने भारतीय समाज को नई राह दिखाई, नई चेतना जगाई, उन ईश्वरचन्द्र विद्यासागर, राजा राम मोहन राय, गुरुचंद ठाकुर, हरिचंद ठाकुर, पंचानन बरमा का नाम लेते हुए नयी चेतना जगती है: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
जिन्होंने बंगाल ही नहीं पूरे देश के संस्कारों को गढ़ा, उन गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर, बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय, शरद चंद्र चट्टोपाध्याय को मैं प्रणाम करता हूँ: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
जिन्होंने विज्ञान के क्षेत्र में भारत का परचम पूरी दुनिया में लहराया, ऐसे जगदीश चंद्र बोस, सत्येंद्र नाथ बोस, आचार्य प्रफुल्ल चंद्र राय को मैं नमन करता हूं: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
जिन्होंने मां भारती की सेवा में अपना जीवन लगा दिया, ऐसी मां शारदा, मातंगिनी हाजरा, रानी राशमणी, प्रीतिलता वाद्देदार, सरला देवी चौधरानी, कामिनी राय को मैं प्रणाम करता हूं: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन को जीवंत किया, नई ऊर्जा से भर दिया ऐसे नेताजी सुभाष चंद्र बोस, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, शहीद खुदीराम बोस, शहीद प्रफुल्ल चाकी, मास्टर दा सूर्य सेन, बाघा जतिन को मैं नमन करता हूं: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
कला-संगीत जगत की ही बात करें तो काजी नजरूल इस्लाम, सत्यजीत रे, ऋत्विक घटक, मृणाल सेन, सुचित्रा सेन, उत्तम कुमार, कितने ही नाम हैं जिन्होंने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
वैसे बहुत से लोगों को ये भी पता नहीं होगा कि दुर्गा स्वरूप, मां भारती की जो तस्वीर आज करोड़ों भारतीयों के दिल में बसी है, वो तस्वीर भी सबसे पहले बंगाल में अबनीन्द्रनाथ टैगोर जी ने बनाई थी: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
आयोजन भले ही सीमित है, लेकिन उत्सव का रंग, उल्लास-आनंद असीमित है।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
यही तो बंगाल की पहचान है, यही तो बंगाल की चेतना है।
यही तो असली बंगाल है: PM @narendramodi
इस बार हम सभी कोरोना के संकट के बीच दुर्गापूजा मना रहे हैं।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
माँ दुर्गा के भक्त, पंडालों के आयोजकों, सबने इस बार अद्भुत संयम दिखाया है।
संख्या पर भले असर पड़ा हो, लेकिन भव्यता वही है, दिव्यता वही है: PM @narendramodi
हमारी माँ दुर्गा ‘दारिद्र्य दु:ख भय हारिणि’ कही जाती हैं, ‘दुर्गति-नाशिनी’ कही जाती हैं।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
अर्थात, वो दुखों को, दरिद्रता को, दुर्गति को दूर करती हैं।
इसलिए, दुर्गापूजा तभी पूरी होती है जब हम किसी के दुख को दूर करते हैं, किसी गरीब की मदद करते हैं: PM @narendramodi
महिषासुर का वध करने के लिए माता का एक अंश ही पर्याप्त था, लेकिन इस कार्य के लिए सभी दैवीय शक्तियाँ संगठित हो गई थीं।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
वैसे ही नारीशक्ति हमेशा से सभी चुनौतियों को परास्त करने की ताकत रखती है।
ऐसे में ये सभी का दायित्व है कि संगठित रूप से सभी उनके साथ खड़े हों: PM @narendramodi
चाहे गहरी खदानों में भी काम करने की स्वीकृति हो या फिर सेना में परमानेंट कमीशन,
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
देश की नारीशक्ति को सशक्त करने के लिए निरंतर काम किया जा रहा है।
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी सरकार सजग है: PM @narendramodi (3/3)
चाहे गर्भावस्था के दौरान मुफ्त चेक-अप की सुविधा हो या फिर पोषण अभियान,
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
चाहे स्वच्छ भारत के तहत घरों में शौचालय का निर्माण हो या फिर रसोई में धुएं से आजादी,
चाहे नाइट शिफ्ट में काम करने के अधिकार हों या फिर Maternity leave को 12 हफ्ते से बढ़ाकर 26 हफ्ते करना (2/3)
देश में आज महिलाओं के सशक्तिकरण का भी अभियान तेज गति से जारी है।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
चाहे जनधन योजना के तहत 22 करोड़ महिलाओं के बैंक खाते खोलना हो या फिर मुद्रा योजना के तहत करोड़ों महिलाओं को आसान ऋण देना,
चाहे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान हो या फिर तीन तलाक के खिलाफ कानून (1/3)
रेप की सजा से जुड़े क़ानूनों को बहुत सख्त किया गया है, दुराचार करने वालों को मृत्युदंड तक का प्रावधान हुआ है।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
भारत ने जो नया संकल्प लिया है- आत्मनिर्भर भारत के जिन अभियान पर हम निकले हैं, उसमें भी नारी शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है: PM @narendramodi
ये बंगाल की ही धरती थी जिसने आज़ादी के आंदोलन में स्वदेशी को एक संकल्प बनाने का काम किया था।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
बंगाल की ही धरती से गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर और बंकिम चंद्र चटर्जी ने आत्मनिर्भर किसान और आत्मनिर्भर जीवन का संदेश दिया था: PM @narendramodi
उज्जवला योजना के तहत करीब 90 लाख गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिए गए हैं।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
प्रधानमंत्री जनधन योजना के जरिए बंगाल के लगभग चार करोड़ गरीबों के बैंक खाते खोले गए हैं।
इतना ही नहीं, जल जीवन मिशन योजना के जरिए बंगाल के लगभग 4 लाख घरों में पाइप से साफ पानी पहुंचाने का काम हुआ: PM
बंगाल के तेज विकास के लिए, बंगाल के लोगों को मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने के लिए निरंतर काम हो रहा है।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बंगाल में करीब-करीब 30 लाख गरीबों के लिए घर बनाए जा चुके हैं: PM @narendramodi
बंगाल के इनफ्रास्ट्रक्चर के लिए, कनेक्टिविटी सुधारने के लिए भी लगातार काम हो रहा है।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
कोलकाता में ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर परियोजना के लिए भी साढ़े 8 हजार करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं: PM @narendramodi
भाजपा की केंद्र सरकार ने पूर्वोदय का मंत्र अपनाया है, पूर्वी भारत के विकास के लिए निरंतर फैसले लिए हैं।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
पूर्वोदय के इस मिशन में पश्चिम बंगाल को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।
मुझे भरोसा है कि पूर्वोदय का केंद्र बनकर पश्चिम बंगाल जल्द ही एक नई दिशा की तरफ बढ़ेगा: PM @narendramodi
हमारे शास्त्रों में कहा गया है- या देवी सर्व भूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
अर्थात, हर जन में माँ दुर्गा ही शक्ति रूप से स्थित हैं। हमें इसी भाव से पूरी ताकत से काम करना है। जन-जन तक पहुँचना है: PM @narendramodi
हमारे शास्त्रों का कथन है- या देवी सर्वभूतेषु शान्तिरूपेण संस्थिता।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
अर्थात, माँ दुर्गा ही जन-जन में शांति रूप से स्थित हैं। इसलिए हमें शांति, प्रेम भाईचारे की भावना से देश की एकता के लिए काम करना है: PM @narendramodi
हमारे शास्त्रों का मंत्र है- या देवी सर्वभूतेषु दयारूपेण संस्थिता।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
अर्थात, माँ दुर्गा सभी प्राणियों में दया के रूप में विराजती हैं। इसलिए हमें हिंसा के खिलाफ अहिंसा से जीत हासिल करनी है: PM @narendramodi
हमारी भावना है कि- या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
यानि कि, माँ दुर्गा ही सभी के साथ लक्ष्मी रूप में रहती हैं। इसलिए हमें सबके सुख के लिए, सबके विकास के लिए काम करना है।
हमें सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र को लेकर आगे बढ़ना है: PM @narendramodi
हमारी भावना है कि- या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 22, 2020
यानि कि, माँ दुर्गा ही सभी के साथ लक्ष्मी रूप में रहती हैं। इसलिए हमें सबके सुख के लिए, सबके विकास के लिए काम करना है।
हमें सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र को लेकर आगे बढ़ना है: PM @narendramodi