प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नवी मुंबई में आज अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु का उद्घाटन किया। श्री मोदी ने फोटो गैलरी और अटल सेतु के प्रदर्शित मॉडल का अवलोकन किया।
एमटीएचएल अटल सेतु का निर्माण 17,840 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है और यह लगभग 21.8 किमी लंबा 6-लेन का पुल है, जिसकी लंबाई समुद्र के ऊपर लगभग 16.5 किमी और जमीन पर लगभग 5.5 किमी है।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया:
“अटल सेतु का उद्घाटन करते हुए खुशी हो रही है, जो हमारे नागरिकों के लिए जीवन की सुगमता को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पुल यात्रा के समय को कम करने और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने का वादा करता है, जिससे दैनिक आवागमन आसान हो जाएगा।''
Delighted to inaugurate Atal Setu, a significant step forward in enhancing the ‘Ease of Living’ for our citizens. This bridge promises to reduce travel time and boost connectivity, making daily commutes smoother. pic.twitter.com/B77PSiGhMK
— Narendra Modi (@narendramodi) January 12, 2024
प्रधानमंत्री के साथ महाराष्ट्र के राज्यपाल, श्री रमेश बैस, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, श्री एकनाथ शिंदे और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री, श्री देवेन्द्र फड़नवीस और श्री अजीत पवार भी थे।
अटल बिहारी वाजपेई सेवरी - न्हावा शेवा अटल सेतु
प्रधानमंत्री की कल्पना शहरी परिवहन बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी को मजबूत करके नागरिकों की 'आवाजाही आसान बनाकर' सुधार करना है। इस कल्पना के अनुरूप, मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल), जिसे अब 'अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु' नाम दिया गया है, बनाया गया है। प्रधानमंत्री ने दिसम्बर 2016 में पुल की आधारशिला रखी थी।
अटल सेतु का निर्माण कुल 17,840 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है। यह लगभग 21.8 किमी लंबा 6-लेन का पुल है जिसकी लंबाई समुद्र पर लगभग 16.5 किमी और भूमि पर लगभग 5.5 किमी है। यह भारत का सबसे लंबा और सबसे लंबा समुद्री पुल भी है। यह मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को तेज़ कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा के समय को भी कम करेगा। इससे मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा।