प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज भारत में और अधिक विदेशी निवेश आकर्षित करने के साथ-साथ घरेलू निवेश को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए एक व्यापक बैठक की, ताकि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर देश की अर्थव्यवस्था के विकास को नई गति प्रदान की जा सके।
इस दौरान यह चर्चा की गई कि देश में मौजूदा औद्योगिक भूमि/भूखंडों/सम्पदा में कई और ‘समस्त मंजूरी प्राप्त तत्काल कार्यान्वयन वाली अवसंरचना’ को बढ़ावा देने एवं आवश्यक वित्तपोषण सहायता प्रदान करने के लिए एक योजना विकसित की जानी चाहिए। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि निवेशकों का मार्गदर्शन करने, उनकी समस्याओं पर गौर करने तथा समयबद्ध तरीके से सभी आवश्यक केंद्रीय एवं राज्य मंजूरी प्राप्त करने में उनकी मदद करने हेतु और भी अधिक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाने के लिए ठोस कदम उठाया जाना चाहिए।
भारत में त्वरित तरीकों (फास्ट-ट्रैक मोड) से निवेश लाने और भारत के घरेलू सेक्टरों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न रणनीतियों पर चर्चा की गई। अपनी-अपनी रणनीतियों को विकसित करने तथा निवेश आकर्षित करने हेतु और भी अधिक सक्रिय होने के लिए राज्यों का मार्गदर्शन करने पर विस्तृत चर्चाएं की गईं।
इस दौरान यह भी चर्चा की गई कि विभिन्न मंत्रालयों द्वारा सुधारों को लागू करने की पहल को निरंतर जारी रखा जाना चाहिए और निवेश एवं औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के मार्ग में मौजूद किसी भी बाधा को दूर करने के लिए समयबद्ध तरीके से ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।
इस बैठक में वित्त मंत्री, गृह मंत्री, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री, राज्य मंत्री (वित्त) और भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।