प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘परीक्षा पे चर्चा’ के 7वें संस्करण के दौरान छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ इंटरैक्टिव सत्र में शामिल हुए और करियर की प्रगति और जीवन की उलझन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर गहन चर्चा की।
'स्वच्छ भारत' पहल का हवाला देते हुए पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि 'स्वच्छता' राष्ट्रीय प्राथमिकता बन गई है। उन्होंने भारत के कला और संस्कृति क्षेत्र के महत्वपूर्ण विकास पर प्रकाश डाला, कि कैसे पिछले दशक में मार्केट का 250 गुना विस्तार हुआ है। छात्रों को अपनी क्षमताओं को कम न आंकने के लिए प्रोत्साहित करते हुए, उन्होंने उनसे समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ अपने प्रयासों को पूरा करने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति और उसके प्रावधानों पर प्रकाश डाला, जो छात्रों को एक ही स्ट्रीम तक सीमित रहने की बजाय अलग-अलग विषयों में रुचि जगाने और उन्हें सीखने में सक्षम बनाती है। प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम स्थल पर आयोजित प्रदर्शनी में छात्रों की भागीदारी, हुनर और मेहनत की भरपूर तारीफ की। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं को समझाने में उनका काम, सूचना और प्रसारण मंत्रालय को भी पीछे छोड़ देता है।
सही करियर चुनने को लेकर जीवन में भ्रम की स्थिति पर बात करते हुए, पीएम मोदी ने छात्रों को एक रेस्तरां में खाना ऑर्डर करने की तुलना करते हुए निर्णायक होने की सलाह दी, जहां एक स्पष्ट निर्णय लिया जाना चाहिए। उन्होंने करियर विकल्पों के बारे में विचारशील दृष्टिकोण की आवश्यकता पर बल देते हुए निर्णयों की सकारात्मकता और नकारात्मकता का मूल्यांकन करने का भी सुझाव दिया।
प्रधानमंत्री ने छात्रों को अपने करियर की राह पर आगे बढ़ने और जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए स्पष्टता, प्रतिबद्धता और निर्णायक मानसिकता अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।