प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ के 7वें संस्करण के दौरान छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ संवाद सत्र में भाग लिया और परीक्षा की तैयारी के दौरान स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखने के महत्वपूर्ण पहलू पर गहन चर्चा की।
छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने मोबाइल फोन रिचार्ज करने के उदाहरण से समझाया कि पढ़ाई के साथ-साथ शरीर का ख्याल रखना कितना ज़रूरी है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि परीक्षा की तैयारी और स्वस्थ जीवनशैली के बीच संतुलन बनाना ज़रूरी है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक संतुलित जीवनशैली की वकालत की और किसी भी चीज़ में अति ना करने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा, "स्वस्थ शरीर, स्वस्थ मन के लिए ज़रूरी है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वस्थ आदतों के महत्व पर ज़ोर दिया, जैसे कि धूप में समय बिताना और नियमित तथा पर्याप्त नींद लेना। उन्होंने आधुनिक आदतों, खासकर अत्यधिक स्क्रीन टाइम के बारे में चिंता व्यक्त की, जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी, नींद पर बुरा असल डालती है। अपनी निजी ज़िंदगी से एक अनुभव साझा करते हुए, प्रधानमंत्री ने बताया कि वह बिस्तर पर लेटने के 30 सेकंड के अंदर ही गहरी नींद में सो जाते हैं, इससे वे गुणवत्तापूर्ण नींद के महत्व को रेखांकित करना चाहते थे।
पोषण पर चर्चा करते हुए, पीएम मोदी ने संतुलित आहार की आवश्यकता पर जोर दिया और समग्र फिटनेस के लिए नियमित व्यायाम और शारीरिक गतिविधियों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने छात्रों को अपनी भलाई के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया, इस बात पर जोर दिया कि पढ़ाई और स्वस्थ जीवनशैली के बीच संतुलन बनाए रखना जरूरी है और इसे हासिल किया जा सकता है।