माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और अबू धाबी के क्राउन प्रिंस महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने आज एक वर्चुअल बैठक की। दोनों नेताओं ने सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों में हो रही निरंतर वृद्धि पर काफी संतोष व्यक्त किया।
माननीय प्रधानमंत्री और महामहिम क्राउन प्रिंस ने 'भारत और यूएई समग्र सामरिक गठजोड़ में प्रगति: नए मोर्चे, नया मील का पत्थर' शीर्षक से एक संयुक्त दृष्टि-पत्र भी जारी किया। यह बयान भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच भविष्योन्मुखी साझेदारी का एक खाका तैयार करता है और प्रमुख क्षेत्रों एवं परिणामों की पहचान करता है। इसका साझा उद्देश्य नए कारोबार, निवेश एवं विविध क्षेत्रों में नवोन्मेष को बढ़ावा देना है जिसमें अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, जलवायु कार्य, उभरती प्रौद्योगिकी, कौशल एवं शिक्षा, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवा तथा रक्षा एवं सुरक्षा आदि शामिल हैं।
वर्चुअल समिट के एक प्रमुख आकर्षण के तहत, वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल और यूएई के अर्थव्यवस्था मंत्री अब्दुल्ला बिन तौक अल मारी के बीच भारत-यूएई समग्र आर्थिक गठजोड़ समझौते (सीईपीए) पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता भारत और यूएई के व्यवसायों को महत्वपूर्ण लाभ पहुंचाएगा जिसमें बाजार तक ज्यादा पहुंच और कम शुल्क शामिल हैं। ऐसी संभावना है कि सीईपीए के चलते अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय कारोबार मौजूदा 60 अरब डॉलर से बढ़कर 100 अरब डॉलर पहुंच जाएगा।
दोनों नेताओं ने भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ और संयुक्त अरब अमीरात की स्थापना के 50वें वर्ष के अवसर पर संयुक्त स्मारक डाक टिकट भी जारी किया। शिखर सम्मेलन के दौरान भारत और यूएई की संस्थाओं के बीच दो समझौता ज्ञापनों की भी घोषणा की गई। ये हैं- एपीडा और डीपी वर्ल्ड एवं अल दाहरा के बीच खाद्य सुरक्षा गलियारा पहल पर एमओयू और भारत की गिफ्ट सिटी और अबू धाबी ग्लोबल मार्केट के बीच वित्तीय परियोजनाओं एवं सेवाओं में सहयोग पर एमओयू। दो अन्य एमओयू- एक जलवायु कार्रवाई पर सहयोग तथा दूसरा शिक्षा, पर भी दोनों पक्षों में सहमति बनी है।
प्रधानमंत्री ने कोविड महामारी के दौरान भारतीय समुदाय की देखभाल करने के लिए अबू धाबी के महामहिम क्राउन प्रिंस को धन्यवाद दिया। उन्होंने जल्द भारत की यात्रा करने के लिए उन्हें आमंत्रित भी किया।
हमारे संबंधों को मजबूत करने में आपकी व्यक्तिगत भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है।
— PMO India (@PMOIndia) February 18, 2022
कोविड महामारी के दौरान भी आपने जिस तरह U.A.E. के भारतीय समुदाय का ध्यान रखा है, उस के लिए मैं आपका सदैव आभारी रहूँगा: PM @narendramodi
हम हाल में U.A.E. में हुए आतंकी हमलों की कड़ी निंदा करते हैं।
— PMO India (@PMOIndia) February 18, 2022
भारत और U.A.E. आतंकवाद के विरुद्ध कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे: PM @narendramodi
मुझे बहुत प्रसन्नता है कि हमारे दोनों देश आज Comprehensive Economic Partnership Agreement पर हस्ताक्षर कर रहे हैं।
— PMO India (@PMOIndia) February 18, 2022
यह उल्लेखनीय है कि इतने महत्वपूर्ण समझौते पर हम तीन महीने से भी कम समय में बातचीत संपन्न कर पाए।
सामान्य तौर पर इस प्रकार के समझौते के लिए वर्षों लग जाते हैं: PM
यह समझौता दोनों देशों की गहरी मित्रता, साझा दृष्टिकोण और विश्वास को दर्शाता है।
— PMO India (@PMOIndia) February 18, 2022
मुझे विश्वास है कि इससे हमारे आर्थिक संबंधों में एक नया युग आरम्भ होगा।
और हमारा व्यापार अगले पांच वर्षों में 60 बिलियन डॉलर से बढ़कर 100 बिलियन डॉलर तक पहुँच जाएगा: PM
हम joint-incubation और joint-financing के माध्यम से दोनों देशों में स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन दे सकते हैं।
— PMO India (@PMOIndia) February 18, 2022
इसी प्रकार, हमारे लोगों कौशल विकास के लिए हम आधुनिक Institutions of Excellence पर भी सहयोग कर सकते हैं: PM @narendramodi
पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल की सफल U.A.E. यात्रा के बाद, कई अमिराती कंपनियों ने जम्मू-कश्मीर में निवेश करने में रूचि दिखाई है।
— PMO India (@PMOIndia) February 18, 2022
हम U.A.E. द्वारा जम्मू-कश्मीर में Logistics, healthcare, hospitality समेत सभी sectors में निवेश का स्वागत करते हैं: PM @narendramodi