कांग्रेस ने हमेशा डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान किया, हमने उनके योगदान को नई पहचान दी: होशंगाबाद रैली में पीएम मोदी
जैसे ही गरीब परिवार का बेटा प्रधानमंत्री बना, कांग्रेस ने अफवाह फैलानी शुरू कर दी कि मोदी आ गया है, संविधान और लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा: पीएम मोदी
होशंगाबाद की रैली में पीएम मोदी ने कहा, BHIM UPI जिसे आप डिजिटल पेमेंट के लिए इस्तेमाल करते हैं, हमने इसका नाम बाबा साहेब अंबेडकर के नाम पर रखा है।
दुनिया अनिश्चितता और अराजकता से भयाक्रांत है, ऐसे समय में एक मजबूत और शक्तिशाली भारत बहुत जरूरी है: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने दूर-दूर से इस जनसभा में उन्हें आशीर्वाद देने आए लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि होशंगाबाद से जो लहर उठी थी वो पूरे देश में फैल चुकी है। आज देश के कोने-कोने से एक ही आवाज़ आ रही है- फिर एक बार...मोदी सरकार !

बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उनसे जुड़े स्थानों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित करने का सौभाग्य भाजपा सरकार को मिला है। वरना, कांग्रेस जैसी पार्टियों ने हमेशा बाबा साहेब को अपमानित करने का ही काम किया है। उन्होंने कहा, ‘बाबा साहेब ने जो संविधान बनाया है, उसके कारण ही आज गरीब मां का ये बेटा मोदी आपसे तीसरी बार सेवा का आशीर्वाद मांग रहा है। ये बाबा साहेब का संविधान है, जिसके कारण आज देश की राष्ट्रपति एक आदिवासी परिवार की बेटी है’।

देशभर के आदिवासी भाई-बहनों के कल्याण को लेकर कांग्रेस को घेरते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने आदिवासी समाज के योगदान को कभी स्वीकार नहीं किया। भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिवस को राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में घोषित करने का सौभाग्य भी मेरे ही हिस्से आया है। आजादी के अनेक दशक तक कांग्रेस के एक ही परिवार ने सीधे या रिमोट कंट्रोल से देश चलाया। इसी परिवार ने देश में आपातकाल लगाया। कांग्रेस ने देशभर में लोकतांत्रिक सरकारों को जब मर्जी तब गिराया। कांग्रेस ने अपने हिसाब से इतिहास लिखवाया, अपना ही महिमामंडन करवाया।

पीएम ने कहा कि दुनिया के कई हिस्सों में आज युद्ध, अराजकता और अनिश्चितता की स्थिति है। ऐसी दुनिया के लिए एक मजबूत और शक्तिशाली भारत जरूरी है। ये काम क्या एक अस्थिर, कमज़ोर, भ्रष्ट और स्वार्थी नेताओं का इंडी-गठबंधन कर सकता है? उन्होंने कहा, ‘शक्तिशाली भारत कौन बना सकता है? ये काम आपका एक वोट कर सकता है’।

प्रधानमंत्री ने भाजपा के संकल्प पत्र की चर्चा करते हुए कहा कि इंडी-गठबंधन में जितने दल हैं, उतने घोषणापत्र हैं। ये लोग एक साझा घोषणापत्र तक नहीं बना पाए, तो सरकार क्या चलाएंगे? उन्होंने कहा, ‘इनके घोषणापत्र भी एक से बढ़कर एक खतरनाक हैं। एक का घोषणापत्र देश को आर्थिक रूप से दीवालिया बनाने वाला है। एक का घोषणापत्र कहता है कि भारत से परमाणु हथियार खत्म कर देंगे। जैसी घातक इनकी सोच है, वैसे ही घातक ये अपने घोषणापत्र बना रहे हैं।

पीएम ने कहा कि भाजपा का संकल्पपत्र, मोदी की गारंटी के रूप में आपके सामने है। गांव हो या शहर, सरकार हर गरीब का पक्के घर का सपना पूरा करेगी- ये मोदी की गारंटी है। मुद्रा योजना के तहत बिना गारंटी के लोन की सीमा बढ़ाए जाने से मध्य प्रदेश के गरीब, दलित, आदिवासी और ओबीसी समाज के युवाओं और हमारी बेटियों को बड़ी मदद मिलेगी। इससे पर्यटन आधारित रोजगार को भी बल मिलेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वर्ष 2025 में भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जन्मजयंती है। बीजेपी ने संकल्प लिया है कि इसे जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। इसके साथ ही आदिवासी कला-संस्कृति से जुड़ी विरासत को समृद्ध करने के लिए फंड बढ़ाया जाएगा। SC/ST/OBC के कल्याण से जुड़ी योजनाएं तेजी से जमीन पर उतरें, इसके लिए जिला कमेटियां गठित की जाएंगी।

पीएम ने कहा कि हताश कांग्रेस ऐसी घोषणाएं कर रही है, जो खुद कांग्रेस के नेताओं को ही समझ नहीं आ रही। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के शहज़ादे ने घोषणा की है कि वो एक झटके में देश से गरीबी हटा देंगे। ये बात सुनकर पूरा देश हैरान है। देश पूछ रहा है कि आखिर ये ‘शाही जादूगर’, इतने बरसों तक कहां छुपा था। 50 साल पहले इनकी दादी ने देश से गरीबी हटाने की घोषणा की थी। 2014 से पहले 10 साल तक इन्होंने रिमोट से सरकार चलाई। और कह रहे हैं कि अब बस इनको झटके वाला मंत्र मिल ही गया है। ऐसे दावे करते हैं, तभी ये देशभर में हंसी के पात्र बने हुए हैं।

पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरा अपना कोई सपना नहीं है। आपका सपना ही मोदी का संकल्प है। क्योंकि आप सभी, ये पूरा देश, मेरा भारत ही मेरा परिवार है। इसलिए, आज चारों तरफ चौड़ी सड़कें बनाई जा रही हैं। यहां अनेक रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण हो रहा है। मेडिकल कॉलेजों की संख्या 10 साल में दोगुनी हो चुकी है। कोशिश यही है कि आपको मुश्किलें न हों, असुविधा न हो। लेकिन ये तो अभी ट्रेलर ही है। अभी तो बहुत कुछ करना बाकी है। देश को, मध्य प्रदेश को हमें कहीं आगे ले जाना है’।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अन्नदाता को ऊर्जादाता और उर्वरकदाता, दोनों बनाना चाहते हैं। बिजली का बिल जीरो हो और बिजली से कमाई भी हो, इसके लिए पीएम सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना हम शुरु कर चुके हैं। सौर ऊर्जा, जैविक खाद और इथेनॉल उत्पादन में एमपी के, होशंगाबाद के किसान भी अग्रणी हों, इसके लिए हम काम करने वाले हैं। दालों में आत्मनिर्भरता और मोटे अनाज यानि श्री अन्न को दुनिया के बाज़ारों तक पहुंचाना भी हमारी प्राथमिकता है।

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प्रधानमंत्री ने 45वें प्रगति संवाद की अध्यक्षता की
December 26, 2024
प्रधानमंत्री ने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक लागत की नौ प्रमुख परियोजनाओं की समीक्षा की
परियोजनाओं में देरी से न केवल लागत बढ़ती है, बल्कि जनता भी परियोजना के अपेक्षित लाभों से वंचित हो जाती है: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने परियोजनाओं के कार्यान्वयन के दौरान प्रभावित परिवारों के समय पर पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन के महत्व पर जोर दिया
प्रधानमंत्री ने ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ की समीक्षा की और राज्यों को चरणबद्ध तरीके से गांवों, कस्बों और शहरों के लिए संतृप्ति का दृष्टिकोण अपनाने का निर्देश दिया
प्रधानमंत्री ने उन शहरों में अनुभव साझा करने हेतु कार्यशालाएं आयोजित करने की सलाह दी जहां मेट्रो परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं या पाइपलाइन में हैं ताकि सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों एवं महत्वपूर्ण सीखों को समझा जा सके
प्रधानमंत्री ने बैंकिंग एवं बीमा क्षेत्र से संबंधित लोक शिकायतों की समीक्षा की और शिकायतों के निपटान की गुणवत्ता पर जोर दिया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज प्रगति, जो केन्द्र एवं राज्य सरकारों को शामिल करते हुए सक्रिय शासन और समय पर कार्यान्वयन से संबंधित आईसीटी-आधारित बहु-स्तरीय प्लेटफॉर्म है, के 45वें संस्करण की बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक में, आठ महत्वपूर्ण परियोजनाओं की समीक्षा की गई, जिनमें शहरी परिवहन की छह मेट्रो परियोजनाएं और सड़क कनेक्टिविटी तथा थर्मल पावर से संबंधित एक-एक परियोजना शामिल है। विभिन्न राज्यों/केन्द्र-शासित प्रदेशों में फैली इन परियोजनाओं की संयुक्त लागत एक लाख करोड़ रुपये से अधिक है।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि केन्द्र और राज्य, दोनों स्तरों पर सभी सरकारी अधिकारियों को यह समझना चाहिए कि परियोजना में देरी से न केवल लागत बढ़ती है बल्कि जनता को भी अपेक्षित लाभ प्राप्त करने में बाधा आती है।

संवाद के दौरान, प्रधानमंत्री ने बैंकिंग एवं बीमा क्षेत्र से संबंधित लोक शिकायतों की भी समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने जहां निपटान में लगने वाले समय में कमी लाने का उल्लेख किया, वहीं उन्होंने शिकायतों के निपटान की गुणवत्ता पर भी जोर दिया।

यह देखते हुए कि अधिक से अधिक शहरों में पसंदीदा सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों में से एक के रूप में मेट्रो परियोजनाओं की शुरुआत की जा रही है, प्रधानमंत्री ने उन शहरों के लिए अनुभव साझा करने हेतु कार्यशालाएं आयोजित करने की सलाह दी जहां ऐसी परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रहीं हैं या पाइपलाइन में हैं, ताकि सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों एवं अनुभवों से सीख ली जा सके।

समीक्षा के दौरान, प्रधानमंत्री ने परियोजनाओं के कार्यान्वयन के दौरान परियोजना से प्रभावित होने वाले परिवारों के समय पर पुनर्वास और पुनर्स्थापन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने नई जगह पर गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं प्रदान करके ऐसे परिवारों के लिए जीवनयापन में आसानी को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

प्रधानमंत्री ने ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ की भी समीक्षा की। उन्होंने एक गुणवत्तापूर्ण विक्रेता इकोसिस्टम विकसित करके राज्यों/केन्द्र-शासित प्रदेशों में रूफटॉप की स्थापना की क्षमता बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने मांग के सृजन से लेकर रूफटॉप सोलर के संचालन तक की प्रक्रिया में लगने वाले समय को कम करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने राज्यों को चरणबद्ध तरीके से गांवों, कस्बों और शहरों के लिए संतृप्ति का दृष्टिकोण अपनाने का निर्देश दिया।

प्रगति बैठकों के 45वें संस्करण तक, लगभग 19.12 लाख करोड़ रुपये की कुल लागत की 363 परियोजनाओं की समीक्षा की गई है।