प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को महाराष्ट्र के चंद्रपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव ‘स्थिरता बनाम अस्थिरता’ के बीच का चुनाव है। एक ओर भाजपा-NDA है, जिसका ध्येय है- देश के लिए कड़े और बड़े फैसले लो, दूसरी ओर कांग्रेस और इंडी गठबंधन है, जिसका मंत्र है जहां सत्ता पाओ, खूब मलाई खाओ। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन ने हमेशा देश को अस्थिरता में झोंका है। इस अलायंस की केंद्र में जब तक सरकार रही, महाराष्ट्र की लगातार उपेक्षा होती रही। जब ये इंडी अलायंस वाले साजिश के तहत जनादेश लूटकर राज्य की सत्ता में पहुंचे, तो इन्होंने सिर्फ अपना विकास किया। इन्होंने अपने निहित स्वार्थों के कारण महाराष्ट्र के भविष्य को दांव पर लगा दिया। राज्य के विकास से जुड़े प्रोजेक्ट के देखते ही ये कहते थे- कमीशन लाओ या काम पर ब्रेक लगाओ। उन्होंने कहा कि अब हमारी सरकार ने महाराष्ट्र और विदर्भ के विकास के लिए कई योजनाओं को फिर से शुरू किया है। जब नीयत सही होती है, तो नतीजे भी सही मिलते हैं।
प्रधानमंत्री ने चंद्रपुर के स्थानीय महत्व का जिक्र करते हुए कहा कि ये चंद्रपुर ही है जिसने अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए ‘लकड़ी’ भेजी। नए भारत के प्रतीक, संसद की नई इमारत में भी चंद्रपुर की ही ‘लकड़ी’ लगी है। चंद्रपुर की ख्याति पूरे देश में पहुंची है। उन्होंने कहा कि देश में गर्मी के साथ सियासी पारा भी चढ़ रहा है, लेकिन मैं देख रहा हूं कि चंद्रपुर में उत्साह, जोश और जज्बे में कोई कमी नहीं है। इसलिए चंद्रपुर समेत पूरा देश कह रहा है -फिर एक बार, मोदी सरकार।
सरकार की गरीब कल्याण योजनाओं के बारे में पीएम ने कहा कि आज देश का दलित, पिछड़ा, आदिवासी और गरीब मोदी सरकार को अपनी सरकार मानता है। मोदी किसी शाही परिवार में पैदा होकर प्रधानमंत्री नहीं बना। मोदी एक गरीब परिवार में जन्म लेकर आपके बीच रहकर यहां तक आया है। इसलिए, मुझे पता है कि जिन करोड़ों देशवासियों के पास अपना घर नहीं था, जिनकी बस्तियों में पीने को पानी, बिजली और सड़कें नहीं थीं, उनमें ज़्यादातर दलित, पिछड़े और आदिवासी ही थे। इसलिए, मोदी ने गारंटी दी थी कि हमारी सरकार दलित, आदिवासी और पिछड़े परिवारों का जीवन बदलने के लिए काम करेगी। मोदी ने वंचित वर्ग के हालातों को बदलने के लिए निरंतर मेहनत की है। देश में जिन 4 करोड़ गरीबों को पीएम आवास मिले हैं, उनमें सबसे ज्यादा इसी वर्ग के लोग हैं। हमने वंचित वर्ग के हर परिवार के घर में शौचालय बनवाया है। आज हम 80 करोड़ से ज्यादा जरूरतमंदों को मुफ्त राशन दे रहे हैं। इसमें हमारे दलित, आदिवासी और पिछड़े ही सबसे ज्यादा हैं। आज जिन 11 करोड़ किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि का पैसा जा रहा है, वो छोटे और कमजोर किसान ही हैं। आज हमारे दलित, वंचित, पिछड़ा और आदिवासी समाज के लोग सिर उठाकर जी रहे हैं। ये आपके एक वोट की ताकत का कमाल है।
कांग्रेस की कार्यशैली पर प्रहार करते हुए पीएम ने कहा कि राजनैतिक पार्टियों का ये दायित्व होता है कि वो जनता की समस्याओं का समाधान करें। लेकिन, कांग्रेस तो खुद ही समस्याओं की जननी है। कांग्रेस ने देश का विभाजन मजहब के नाम पर स्वीकार किया? देश आजाद होते ही कांग्रेस ने कश्मीर में समस्या खड़ी कर दी। देश दशकों तक आतंकवाद का शिकार रहा। कांग्रेस उसके साथी तुष्टीकरण के लिए आतंकवादियों को संरक्षण देते रहे। क्या देश में लाल आतंक और नक्सलवाद जैसी समस्याओं के विकराल होने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार नहीं है? कोर्ट में किस पार्टी के लोग भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते थे? किस पार्टी ने राममंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा आयोजन का बहिष्कार किया?
उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस ही थी, जिसने दशकों तक बाबा साहेब आंबेडकर को भारत रत्न नहीं मिलने दिया। इतने दशकों से हमारे लोग पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग करते रहे, लेकिन कांग्रेस ने पिछड़े वर्ग के साथ धोखा किया। पिछले 10 वर्षों से कांग्रेस सत्ता से बाहर है। इस एक दशक में हमने देश की बड़ी-बड़ी समस्याओं का स्थायी समाधान किया है। आज महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि पूरे देश में नक्सलवाद कमजोर हो चुका है। जो गढ़चिरौली नक्सली हिंसा के लिए जाना जाता था, अब उसकी चर्चा विकास और स्टील कंपनी के लिए हो रही है। हमारा गढ़चिरौली अब फौलाद सिटी बनने जा रहा है।
कांग्रेस के घोषणापत्र के बारे में बताते हुए पीएम ने कहा कि अपनी करतूतों के कारण आज कांग्रेस जनसमर्थन खो चुकी है। इसलिए अब कांग्रेस खुलकर बांटो और राज करो के खेल पर उतर आई है। कांग्रेस ने अपना जो घोषणापत्र निकाला है, उसमें भी मुस्लिम लीग की भाषा लिखी गई है। इनके सांसद भारत के एक और विभाजन की बात कर रहे हैं। इंडी अलायंस के लोग दक्षिण भारत को अलग करने की धमकी दे रहे हैं। अलायंस में शामिल डीएमके पार्टी, सनातन को डेंगू और मलेरिया कहकर उसके खात्मे की बात करती है। अभी दो-तीन दिन पहले ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक और बयान दिया है। उन्होंने कहा है मैं देश के दूसरे राज्यों में जाकर कश्मीर से आर्टिकल 370 की बात क्यों करता हूं। क्या ये कांग्रेस की विभाजनकारी सोच नहीं है? कश्मीर हमारा है कि नहीं है? क्या कश्मीर के लिए हमें ये भाषा मंजूर है?
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि जब छत्रपति शिवाजी महाराज ने दिल्ली सल्तनत से मोर्चा लिया था, तब उन्होंने क्या ये कहा था कि दिल्ली में जो हो, उससे मेरा क्या वास्ता है? क्या लोकमान्य तिलक कभी सोच सकते थे कि पंजाब में जलियांवाला बाग हत्याकांड हो तो उससे महाराष्ट्र का क्या वास्ता है? जब कश्मीरी पंडितों के घर जलाए जा रहे थे। तब स्वर्गीय बालासाहब ठाकरे खुलकर कांग्रेस के खिलाफ आए थे। उन्होंने ये नहीं सोचा कि कश्मीर में आग लगी है तो उससे महाराष्ट्र वालों का क्या वास्ता है? मुझे खुशी है कि हमारे एकनाथ शिंदे और उनकी पार्टी, बाला साहेब के विचारों को पूरी मजबूती से आगे बढ़ा रही है। आप सबको भी भाजपा को मजबूत बनाने के लिए 19 और 26 अप्रैल को ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदान करना है।
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2024 का लोकसभा चुनाव ‘स्थिरता बनाम अस्थिरता’ के बीच का चुनाव है। pic.twitter.com/Jik0L2W2QV
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मोदी किसी शाही परिवार में पैदा होकर प्रधानमंत्री नहीं बना।
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मोदी एक गरीब परिवार में जन्म लेकर, आपके बीच रहकर, यहाँ तक आया है: PM @narendramodi pic.twitter.com/lkXme4eviU
काँग्रेस पार्टी खुद ही समस्याओं की जननी है। pic.twitter.com/2JiQiMs9zA
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हमने देश की बड़ी-बड़ी समस्याओं का स्थायी इलाज किया है: PM @narendramodi pic.twitter.com/rsFg9FMILe
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कांग्रेस कभी नहीं बदल सकती। pic.twitter.com/nKUuMNm6nV
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