प्रधानमंत्री मोदी ने एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की और 'आत्मनिर्भर भारत' की शुरुआत करने का आग्रह किया। पीएम मोदी ने कहा कि हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणाएं की थीं जो रिजर्व बैंक के फैसले थे और आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा है उसे जोड़ दें तो ये करीब-करीब 20 लाख करोड़ रुपए का है। ये पैकेज भारत की जीडीपी का करीब-करीब
10 प्रतिशत है।
पीएम मोदी ने कहा कि इस पैकेज में भूमि, श्रम, तरलता और कानूनों पर बल दिया गया है। यह पैकेज मझौले उद्योगों, मध्यम वर्ग और उद्योग जगत के लिए है।
प्रधानमंत्री ने कहा, "ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग,
गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है, जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है।ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, देश के उस किसान के लिए है जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है। ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है जो ईमानदारी से टैक्स देता है देश के विकास में अपना योगदान देता है। यह आर्थिक पैकेज भारतीय उद्योगों के लिए है, जो भारत की आर्थिक क्षमता को बढ़ावा देने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।"