डबल इंजन सरकार गरीबों, किसानों और युवाओं के लिए है और उनकी बेहतरी के लिए दिन-रात काम कर रही है: पीएम मोदी
यूपी में गरीबों के लिए काम तब शुरू हुआ जब 2017 में आपने यहां डबल इंजन सरकार बनाई: हरदोई में पीएम मोदी
आतंकवादी कहर ढा रहे थे और समाजवादी पार्टी सरकार इन आतंकियों पर मुकदमा तक नहीं चलने दे रही थी: आतंकवाद के प्रति सपा के रुख पर पीएम मोदी
कुछ दिन पहले पंजाब में यूपी के लोगों का अपमान किया गया,लेकिन परिवारवादियों ने इसकी निंदा नहीं की: पंजाब सीएम चन्नी के विवादित बयान पर पीएम मोदी
उत्तर प्रदेश योगी जी को वापस लाएगा जिन्होंने प्रदेश में सुरक्षा और विकास लाया है: उन्नाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश के हरदोई और उन्नाव में जनसभा को संबोधित किया। दोनों जगहों पर लोगों की भारी भीड़ पीएम मोदी के संबोधन को सुनने के लिए उमड़ी। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने यूपी में हो रहे तेज विकास की चर्चा करते हुए कहा कि फिर से योगी सरकार बनने के बाद विकास के अभियान को और तेज किया जाएगा। हरदोई में पीएम मोदी ने विधानसभा चुनाव में जीत का भरोसा जताते हुए कहा कि हरदोई और यूपी के लोगों ने दो बार होली खेलने की तैयारी कर ली है। पहली होली 10 मार्च को भाजपा की बंपर जीत के साथ मनाई जाएगी।

डबल इंजन की सरकार को गरीब, किसान और नौजवानों की सरकार बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमने पांच साल आपके लिए जी-तोड़ मेहनत की है। इन पांच सालों में हरदोई के करीब 7O हजार गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास दिए गए हैं, साथ ही 5 लाख शौचालयों का निर्माण भी हुआ। योगी जी की सरकार आई, तब पूरे प्रदेश में गरीब बहनों को उज्ज्वला सिलेंडर दिए गए। गरीबों को मुफ्त इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड की सुविधा मिली, साथ ही सरकार ने अभियान चलाकर बिजली को हर घर तक पहुंचाया।” उन्होंने कहा कि स्वामित्व योजना के तहत गांव में ड्रोन के जरिए जमीनों का लेखा-जोखा तैयार किया जा रहा है। जमीन के मालिक को मालिकाना दिया जा रहा है, यूपी में 23 लाख से ज्यादा लोगों को प्रॉपर्टी का कार्ड भी दिए जा चुके हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि जनता-जनार्दन जब इतना आशीर्वाद देती है तो वो भगवान के बराबर होता है, “महामारी के समय मुफ्त राशन योजना ने गरीबों की बड़ी सेवा की है। यूपी के गांव-गांव में लोग कह रहे हैं कि हमने मोदी का नमक खाया है, हम मोदी को धोखा नहीं देंगे। लेकिन मेरी ये बात ज्यादा याद रखिएगा, हम सबने मां भारती का नमक खाया है, हिंदुस्तान का नमक खाया है। हम सबका परिश्रम हिंदुस्तान के लिए होना चाहिए, मां भारती के लिए होना चाहिए। हमारे देश के लिए होना चाहिए। हम सबका लक्ष्य होना चाहिए कि गरीब के जीवन से हम मुश्किलें जल्द से जल्द कम कैसे करें।”

देशभर में मुफ्त कोरोना वैक्सीन की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “जब गरीब की चिंता हो, तो गरीब का कल्याण सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है। यही काम हमने कोरोना के टीके के लिए भी किया। मैंने घर-घर टीका पहुंचाकर हिंदुस्तान के भाई-बहनों और गरीब से गरीब को भी सुरक्षा का कवच दिया है।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले पांच सालों में यूपी में गेहूं की रेकॉर्ड खरीद हुई है। किसान सम्मान निधि का पैसा भी सीधे किसानों के खातों में पहुंच रहा है। छोटा किसान आत्मनिर्भर बन जाए, तो गांव से गरीबी को दूर करने में वो बहुत बड़ा सिपाही बन सकता है।

यूपी में लोगों तक पहुंच रहे विकास पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, “अब विकास होता भी है और जनता तक पहुंचता भी है। आज हरदोई में मेडिकल कॉलेज है और ये मेरा सौभाग्य है कि इसके लोकार्पण का अवसर मुझे मिला है। वहीं शाहजहांपुर में भी मेडिकल कॉलेज है। शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, ये क्षेत्र हर दिशा में आगे बढ़ रहा है। गंगा एक्सप्रेसवे जैसी बड़ी सौगात हरदोई और इस पूरे इलाके को मिली है। यहां के हथकरघा उद्योग, कुटीर उद्योग और व्यापारी, सबको छोटा-मोटा सहारा मिला है।”

आतंकवाद की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी घटनाओं से पूरा देश प्रभावित होता है, उन्होंने कहा, “हम-आप सभी जानते हैं कि जब आतंकवाद बढ़ता है तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान गरीब और मध्यम वर्ग को उठाना पड़ता है। एक समय था जब देश में बार-बार बम धमाके होते थे, सीरियल ब्लास्ट होते थे। जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तो उस दौरान अहमदाबाद में भी सीरियल बम धमाके हुए थे। तभी मैंने संकल्प लिया था कि मेरी सरकार इन आतंकवादियों को पाताल से भी खोजकर सजा देगी।” उन्होंने कहा कि आज मैं विशेष तौर पर इसका जिक्र इसलिए भी कर रहा हूं, क्योंकि कुछ राजनीतिक दल आतंकवादियों पर मेहरबान रहे हैं। ये वोट बैंक के स्वार्थ में, आतंकवाद को लेकर नरमी बरतते रहे हैं। यहां तक कि आतंकवादियों को केस वापसी का रिटर्न गिफ्ट तक दिया गया।

इसी दिन प्रधानमंत्री मोदी की उन्नाव में हुई दूसरी जनसभा में भी भारी संख्या में लोग शामिल हुए और कई जिलों के लोग वर्चुअल माध्यम से भी जुड़े। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था में हुए सुधार पर चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यूपी में योगी जी की सरकार ने कानून व्यवस्था को सुधारकर दिखाया है। वहीं गरीबों की भलाई के लिए डबल इंजन सरकार के प्रयासों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, “महामारी में हमारा कोई गरीब साथी भूखा ना रहे, इसके लिए 2 साल से भाजपा सरकार, यूपी के 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन भी उपलब्ध करा रही है। संकट काल में सरकार ने रेहड़ी, ठेले, पटरी पर छोटा व्यापार करने वालों का हाथ थामे रखा। ऐसे साढ़े 8 लाख लोगों को पीएम स्वनिधि योजना से लोन स्वीकृत किए गए हैं। जल जीवन मिशन के तहत अब तक देश में साढ़े पांच करोड़ से अधिक परिवारों को नल से जल मिल चुका है, जिसमें लाखों परिवार यूपी के हैं। 10 मार्च के बाद हर घर पाइप से जल पहुंचाने का काम डबल इंजन सरकार और तेजी से पूरा करने वाली है।”

पीएम मोदी ने उन्नाव सहित यूपी के शहरों और गांवों को मिल रही भरपूर बिजली की भी चर्चा की, साथ ही लोगों को मिल रहे पक्के घर, गैस, शौचालय, सड़क, मुफ्त इलाज जैसी सुविधाओं का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री मोदी ने यूपी के छोटे किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए उठाए जा रहे सरकार के कदमों का उल्लेख करते हुए कहा, “किसानों के बैंक खातों में सीधे हजारों करोड़ रुपए भेजे गए। डबल इंजन सरकार ने पहली बार छोटे किसानों को नीति-निर्माण के केंद्र में रखा है। यूपी के आम की मिठास को देशभर के बाजारों तक पहुंचाने के लिए किसान रेल शुरु की गई है। सिंचाई की सुविधाओं को बढ़ाने और बाढ़ के खतरे को कम करने के लिए भी योगी जी की सरकार ने जो प्रयास किए हैं, उसकी पूरे यूपी में प्रशंसा हो रही है।”

अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार, अवैध कब्जे, अवैध खनन, गुंडागर्दी और विकास में भेदभाव के पुराने दिन फिर ना लौटें, इसके लिए योगी जी की सरकार एक बार फिर बनानी है। लेकिन इसके लिए पहले कमल पर करना होगा मतदान, फिर कोई दूसरा काम।

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भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

केंद्रीय मंत्रिमंडल में मेरी सहयोगी अन्नपूर्णा देवी जी, सावित्री ठाकुर जी, सुकांता मजूमदार जी, अन्य महानुभाव, देश के कोने-कोने से यहां आए सभी अतिथि, और सभी प्यारे बच्चों,

आज हम तीसरे ‘वीर बाल दिवस’ के आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं। तीन साल पहले हमारी सरकार ने वीर साहिबजादों के बलिदान की अमर स्मृति में वीर बाल दिवस मनाने की शुरुआत की थी। अब ये दिन करोड़ों देशवासियों के लिए, पूरे देश के लिए राष्ट्रीय प्रेरणा का पर्व बन गया है। इस दिन ने भारत के कितने ही बच्चों और युवाओं को अदम्य साहस से भरने का काम किया है! आज देश के 17 बच्चों को वीरता, इनोवेशन, साइंस और टेक्नोलॉजी, स्पोर्ट्स और आर्ट्स जैसे क्षेत्रों में सम्मानित किया गया है। इन सबने ये दिखाया है कि भारत के बच्चे, भारत के युवा क्या कुछ करने की क्षमता रखते हैं। मैं इस अवसर पर हमारे गुरुओं के चरणों में, वीर साहबजादों के चरणों में श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ। मैं अवार्ड जीतने वाले सभी बच्चों को बधाई भी देता हूँ, उनके परिवारजनों को भी बधाई देता हूं और उन्हें देश की तरफ से शुभकामनाएं भी देता हूं।

साथियों,

आज आप सभी से बात करते हुए मैं उन परिस्थितियों को भी याद करूंगा, जब वीर साहिबजादों ने अपना बलिदान दिया था। ये आज की युवा पीढ़ी के लिए भी जानना उतना ही जरूरी है। और इसलिए उन घटनाओं को बार-बार याद किया जाना ये भी जरूरी है। सवा तीन सौ साल पहले के वो हालात 26 दिसंबर का वो दिन जब छोटी सी उम्र में हमारे साहिबजादों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह की आयु कम थी, आयु कम थी लेकिन उनका हौसला आसमान से भी ऊंचा था। साहिबजादों ने मुगल सल्तनत के हर लालच को ठुकराया, हर अत्याचार को सहा, जब वजीर खान ने उन्हें दीवार में चुनवाने का आदेश दिया, तो साहिबजादों ने उसे पूरी वीरता से स्वीकार किया। साहिबजादों ने उन्हें गुरु अर्जन देव, गुरु तेग बहादुर और गुरु गोविंद सिंह की वीरता याद दिलाई। ये वीरता हमारी आस्था का आत्मबल था। साहिबजादों ने प्राण देना स्वीकार किया, लेकिन आस्था के पथ से वो कभी विचलित नहीं हुए। वीर बाल दिवस का ये दिन, हमें ये सिखाता है कि चाहे कितनी भी विकट स्थितियां आएं। कितना भी विपरीत समय क्यों ना हो, देश और देशहित से बड़ा कुछ नहीं होता। इसलिए देश के लिए किया गया हर काम वीरता है, देश के लिए जीने वाला हर बच्चा, हर युवा, वीर बालक है।

साथियों,

वीर बाल दिवस का ये वर्ष और भी खास है। ये वर्ष भारतीय गणतंत्र की स्थापना का, हमारे संविधान का 75वां वर्ष है। इस 75वें वर्ष में देश का हर नागरिक, वीर साहबजादों से राष्ट्र की एकता, अखंडता के लिए काम करने की प्रेरणा ले रहा है। आज भारत जिस सशक्त लोकतंत्र पर गर्व करता है, उसकी नींव में साहबजादों की वीरता है, उनका बलिदान है। हमारा लोकतंत्र हमें अंत्योदय की प्रेरणा देता है। संविधान हमें सिखाता है कि देश में कोई भी छोटा बड़ा नहीं है। और ये नीति, ये प्रेरणा हमारे गुरुओं के सरबत दा भला के उस मंत्र को भी सिखाती हैं, जिसमें सभी के समान कल्याण की बात कही गई है। गुरु परंपरा ने हमें सभी को एक समान भाव से देखना सिखाया है और संविधान भी हमें इसी विचार की प्रेरणा देता है। वीर साहिबजादों का जीवन हमें देश की अखंडता और विचारों से कोई समझौता न करने की सीख देता है। और संविधान भी हमें भारत की प्रभुता और अखंडता को सर्वोपरि रखने का सिद्धांत देता है। एक तरह से हमारे लोकतंत्र की विराटता में गुरुओं की सीख है, साहिबजादों का त्याग है और देश की एकता का मूल मंत्र है।

साथियों,

इतिहास ने और इतिहास से वर्तमान तक, भारत की प्रगति में हमेशा युवा ऊर्जा की बड़ी भूमिका रही है। आजादी की लड़ाई से लेकर के 21वीं सदी के जनांदोलनों तक, भारत के युवा ने हर क्रांति में अपना योगदान दिया है। आप जैसे युवाओं की शक्ति के कारण ही आज पूरा विश्व भारत को आशा और अपेक्षाओं के साथ देख रहा है। आज भारत में startups से science तक, sports से entrepreneurship तक, युवा शक्ति नई क्रांति कर रही है। और इसलिए हमारी पॉलिसी में भी, युवाओं को शक्ति देना सरकार का सबसे बड़ा फोकस है। स्टार्टअप का इकोसिस्टम हो, स्पेस इकॉनमी का भविष्य हो, स्पोर्ट्स और फिटनेस सेक्टर हो, फिनटेक और मैन्युफैक्चरिंग की इंडस्ट्री हो, स्किल डेवलपमेंट और इंटर्नशिप की योजना हो, सारी नीतियां यूथ सेंट्रिक हैं, युवा केंद्रिय हैं, नौजवानों के हित से जुड़ी हुई हैं। आज देश के विकास से जुड़े हर सेक्टर में नौजवानों को नए मौके मिल रहे हैं। उनकी प्रतिभा को, उनके आत्मबल को सरकार का साथ मिल रहा है।

मेरे युवा दोस्तों,

आज तेजी से बदलते विश्व में आवश्यकताएँ भी नई हैं, अपेक्षाएँ भी नई हैं, और भविष्य की दिशाएँ भी नई हैं। ये युग अब मशीनों से आगे बढ़कर मशीन लर्निंग की दिशा में बढ़ चुका है। सामान्य सॉफ्टवेयर की जगह AI का उपयोग बढ़ रहा है। हम हर फ़ील्ड नए changes और challenges को महसूस कर सकते हैं। इसलिए, हमें हमारे युवाओं को futuristic बनाना होगा। आप देख रहे हैं, देश ने इसकी तैयारी कितनी पहले से शुरू कर दी है। हम नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, national education policy लाये। हमने शिक्षा को आधुनिक कलेवर में ढाला, उसे खुला आसमान बनाया। हमारे युवा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रहें, इसके लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। छोटे बच्चों को इनोवेटिव बनाने के लिए देश में 10 हजार से ज्यादा अटल टिंकरिंग लैब शुरू की गई हैं। हमारे युवाओं को पढ़ाई के साथ-साथ अलग-अलग क्षेत्रों में व्यावहारिक अवसर मिले, युवाओं में समाज के प्रति अपने दायित्वों को निभाने की भावना बढ़े, इसके लिए ‘मेरा युवा भारत’ अभियान शुरू किया गया है।

भाइयों बहनों,

आज देश की एक और बड़ी प्राथमिकता है- फिट रहना! देश का युवा स्वस्थ होगा, तभी देश सक्षम बनेगा। इसीलिए, हम फिट इंडिया और खेलो इंडिया जैसे मूवमेंट चला रहे हैं। इन सभी से देश की युवा पीढ़ी में फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। एक स्वस्थ युवा पीढ़ी ही, स्वस्थ भारत का निर्माण करेगी। इसी सोच के साथ आज सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान की शुरुआत की जा रही है। ये अभियान पूरी तरह से जनभागीदारी से आगे बढ़ेगा। कुपोषण मुक्त भारत के लिए ग्राम पंचायतों के बीच एक healthy competition, एक तंदुरुस्त स्पर्धा हो, सुपोषित ग्राम पंचायत, विकसित भारत का आधार बने, ये हमारा लक्ष्य है।

साथियों,

वीर बाल दिवस, हमें प्रेरणाओं से भरता है और नए संकल्पों के लिए प्रेरित करता है। मैंने लाल किले से कहा है- अब बेस्ट ही हमारा स्टैंडर्ड होना चाहिए, मैं अपनी युवा शक्ति से कहूंगा, कि वो जिस सेक्टर में हों उसे बेस्ट बनाने के लिए काम करें। अगर हम इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करें तो ऐसे करें कि हमारी सड़कें, हमारा रेल नेटवर्क, हमारा एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर दुनिया में बेस्ट हो। अगर हम मैन्युफैक्चरिंग पर काम करें तो ऐसे करें कि हमारे सेमीकंडक्टर, हमारे इलेक्ट्रॉनिक्स, हमारे ऑटो व्हीकल दुनिया में बेस्ट हों। अगर हम टूरिज्म में काम करें, तो ऐसे करें कि हमारे टूरिज्म डेस्टिनेशन, हमारी ट्रैवल अमेनिटी, हमारी Hospitality दुनिया में बेस्ट हो। अगर हम स्पेस सेक्टर में काम करें, तो ऐसे करें कि हमारी सैटलाइट्स, हमारी नैविगेशन टेक्नॉलजी, हमारी Astronomy Research दुनिया में बेस्ट हो। इतने बड़े लक्ष्य तय करने के लिए जो मनोबल चाहिए होता है, उसकी प्रेरणा भी हमें वीर साहिबजादों से ही मिलती है। अब बड़े लक्ष्य ही हमारे संकल्प हैं। देश को आपकी क्षमता पर पूरा भरोसा है। मैं जानता हूँ, भारत का जो युवा दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों की कमान संभाल सकता है, भारत का जो युवा अपने इनोवेशन्स से आधुनिक विश्व को दिशा दे सकता है, जो युवा दुनिया के हर बड़े देश में, हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा सकता है, वो युवा, जब उसे आज नए अवसर मिल रहे हैं, तो वो अपने देश के लिए क्या कुछ नहीं कर सकता! इसलिए, विकसित भारत का लक्ष्य सुनिश्चित है। आत्मनिर्भर भारत की सफलता सुनिश्चित है।

साथियों,

समय, हर देश के युवा को, अपने देश का भाग्य बदलने का मौका देता है। एक ऐसा कालखंड जब देश के युवा अपने साहस से, अपने सामर्थ्य से देश का कायाकल्प कर सकते हैं। देश ने आजादी की लड़ाई के समय ये देखा है। भारत के युवाओं ने तब विदेशी सत्ता का घमंड तोड़ दिया था। जो लक्ष्य तब के युवाओं ने तय किया, वो उसे प्राप्त करके ही रहे। अब आज के युवाओं के सामने भी विकसित भारत का लक्ष्य है। इस दशक में हमें अगले 25 वर्षों के तेज विकास की नींव रखनी है। इसलिए भारत के युवाओं को ज्यादा से ज्यादा इस समय का लाभ उठाना है, हर सेक्टर में खुद भी आगे बढ़ना है, देश को भी आगे बढ़ाना है। मैंने इसी साल लालकिले की प्राचीर से कहा है, मैं देश में एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिसके परिवार का कोई भी सक्रिय राजनीति में ना रहा हो। अगले 25 साल के लिए ये शुरुआत बहुत महत्वपूर्ण है। मैं हमारे युवाओं से कहूंगा, कि वो इस अभियान का हिस्सा बनें ताकि देश की राजनीति में एक नवीन पीढ़ी का उदय हो। इसी सोच के साथ अगले साल की शुरुआत में, माने 2025 में, स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर, 'विकसित भारत यंग लीडर्स डॉयलॉग’ का आयोजन भी हो रहा है। पूरे देश, गाँव-गाँव से, शहर और कस्बों से लाखों युवा इसका हिस्सा बन रहे हैं। इसमें विकसित भारत के विज़न पर चर्चा होगी, उसके रोडमैप पर बात होगी।

साथियों,

अमृतकाल के 25 वर्षों के संकल्पों को पूरा करने के लिए ये दशक, अगले 5 वर्ष बहुत अहम होने वाले हैं। इसमें हमें देश की सम्पूर्ण युवा शक्ति का प्रयोग करना है। मुझे विश्वास है, आप सब दोस्तों का साथ, आपका सहयोग और आपकी ऊर्जा भारत को असीम ऊंचाइयों पर लेकर जाएगी। इसी संकल्प के साथ, मैं एक बार फिर हमारे गुरुओं को, वीर साहबजादों को, माता गुजरी को श्रद्धापूर्वक सिर झुकाकर के प्रणाम करता हूँ।

आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद !