पूरा राजस्थान कह रहा है कि कांग्रेस जा रही है और बीजेपी सत्ता में वापस आ रही है: पीएम मोदी
कांग्रेस ने भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी से जल-जीवन मिशन के लिए आवंटित पैसे को हड़प कर राजस्थान के लोगों को पीने के पाने से भी वंचित कर दिया है: पीएम मोदी
एक तरफ बीजेपी महिलाओं के प्रति सम्मान और गरिमा की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ सीएम गहलोत राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ हिंसा को निराधार बताते हैं: पीएम मोदी
कांग्रेस राजस्थान को उस दिशा में ले जा रही है, जहां राजस्थान की संस्कृति और परंपरा खतरे में पड़ जाएगी: पीएम मोदी
केंद्र में कांग्रेस की बेदम सरकारें आतंकी हमले के बाद विदेश से मदद की गुहार लगाती थीं, वहीं भाजपा सरकार में आतंकियों को घर में घुसकर मारा जाता है: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को बाड़मेर जिले के बायतु में एक जनसभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब मुख्यमंत्री महिलाओं के खिलाफ अत्याचार को फर्जी बता दें और महिला अत्याचार पर मंत्री विधानसभा में कहे कि यह मर्दों का प्रदेश है तो अत्याचारियों के हौसले तो बुलंद होंगे ही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के चलते ही वो जहां भी सत्ता में आती है, वहां आतंकियों और दंगाइयों के हौसले बढ़ जाते हैं। यही वजह है कि राजस्थान में आतंकवाद समर्थक नारे लग रहे हैं। राजस्थान में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है और कानून व्यवस्था बिगड़ रही है। अब तो कांग्रेस के काले कारनामों वाली लाल डायरी भी बढ़-चढ़कर बोलने लगी है। पीएम ने कहा कमल का बटन ऐसे दबाइए, जैसे भ्रष्टाचारियों को फांसी दे रहे हों।

नारी सशक्तिकरण का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि पूरा देश आज भाई दूज का त्योहार मना रहा है। ये मेरा सौभाग्य है कि आज मैं राजस्थान की अपनी बहनों के बीच आया हूं। उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्षों में निरंतर प्रयास रहा है कि बहनों की हर समस्या, हर संकट को दूर कर सकूं, उनका जीवन आसान बना सकूं। इसलिए हमने मुफ्त गैस कनेक्शन दिए। आयुष्मान योजना के तहत इलाज की मुफ्त सुविधा दी। आपकी गरिमा की चिंता थी, इसलिए हमने देशभर में करोड़ों शौचालय बनवाए। महिलाओं के नाम भी संपत्ति हो, इसलिए पीएम आवास योजना के करोड़ों घर, हमने महिलाओं के नाम से दिए। राजस्थान सहित देशभर की गरीब माताओं-बहनों को राशन की चिंता से मुक्ति भी दिलाई। मुफ्त राशन देने वाली योजना को हमने 5 साल और बढ़ाने का फैसला किया है। हमारी सरकार ने जितनी भी योजनाएं बीते बर्षों में बनाई हैं, उसमें महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को ही सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। अब मेरा मिशन बहनों को पानी की समस्या से निजात दिलाने का है।

विकसित भारत संकल्प यात्रा की बात करते हुए पीएम ने कहा कि गरीब को सुविधा देने वाली हर योजना का लाभ हर लाभार्थी तक पहुंचे, इसके लिए केंद्र सरकार आपके गांव, आपके दरवाजे तक आ रही है। आज ही एक बहुत बड़ा अभियान भारत सरकार ने शुरू किया है। इस यात्रा में केंद्र सरकार देश के हर गांव तक जाएगी और हर लाभार्थी से संपर्क करेगी। जो गरीब भाई-बहन अब तक सरकार की योजनाओं से वंचित हैं, उन्हें अब सभी लाभ पहुंचाया जाएगा। सरकारी योजनाओं के लाभ से कोई भी वंचित ना रहे, यही मोदी की गारंटी है।

कांग्रेस सरकार में महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार पर पीएम ने कहा कि राजस्थान की इस पावन धरा पर माताओं-बहनों के मान-सम्मान के लिए जान की बाजी लगा दी जाती है। लेकिन अब कांग्रेस ने महिलाओं पर अत्याचार के मामले में राजस्थान को सबसे आगे ला दिया है। हमारी बहन-बेटियों के लिए घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। यहां तक की मासूम बेटियां भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायक महिलाओं के खिलाफ सरेआम बयानबाजी करते हैं। इसलिए अब पूरे प्रदेश के लोग कह रहे हैं- बहनों-बेटियों का अपमान- नहीं सहेगा राजस्थान।

पीएम ने यहां के सभी आराध्यों का जयघोष करते हुए कहा कि ऐसा करने से हम सब सुख-संतोष पाते हैं। लेकिन अब राजस्थान में आतंकवाद समर्थित ऐसे नारे लगने लगे हैं, जिसकी किसी ने कभी कल्पना तक नहीं की थी। बीते 5 वर्षों में लोग राजस्थान में कोई भी तीज-त्योहार शांति से नहीं मना पाए। कभी दंगे, कभी पत्थरबाजी, कभी कर्फ्यू, कांग्रेस के 5 साल की यही तस्वीर रही है। जब अपराध बढ़ता है तो गरीब-मजदूर की दिहाड़ी मारी जाती है। व्यापारियों-दुकानदारों का काम रुक जाता है, इसलिए कांग्रेस की सरकार को यहां से हटाना जरूरी है।

राजस्थान में परीक्षाओं में पेपर लीक का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश के नौजवानों को पूरी तरह से पेपरलीक माफिया के हवाले छोड़ दिया। राजस्थान में परीक्षा हो और पेपर लीक ना हो...ये असंभव सा हो गया है। पेपरलीक माफिया के तार सीधे-सीधे कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार के अभी तक तो काले कारनामों की लाल डायरी की ही चर्चाएं थीं। अब काली कमाई वाले लॉकरों की भी चर्चा होने लगी है। यहां राजस्थान में लॉकर से रुपयों का ढेर और कई किलो सोना निकला है। यह सोना कोई ‘आलू वाला’ नहीं, बल्कि असली सोना है। आप मुझे बताइए कि कांग्रेस सरकार के घोटालों की जांच होनी चाहिए की नहीं होनी चाहिए? जब मोदी इस घोटाले की जांच करवा रहा है, तो सीएम गहलोत मुझे ही कोस रहे हैं। अब ये लोग चाहे कितनी ही गालियां दें...भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई तो होकर ही रहेगी। ये मोदी की गारंटी है। राजस्थान के वीरों और वीरांगनाओं का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने राजस्थान से कुछ नहीं सीखा। कांग्रेस जब केंद्र में थी, तो डर-डर कर सरकार चलाती थी। आतंकी हमले के बाद विदेश से मदद की गुहार लगाती थी। आज भाजपा सरकार में आतंकियों को घर में घुसकर मारा जाता है।

मरुधरा में विकास की अद्भुत संभावनाओं का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि बाड़मेर और जैसलमेर का सामर्थ्य अथाह है। राजस्थान के इतने बड़े सीमा क्षेत्र को भाजपा समृद्धि का क्षेत्र बनाना चाहती है। पेट्रोकेमिकल हब के रूप में इस क्षेत्र का विस्तार किया जा रहा है। पचपदरा में HPCL रिफाइनरी का काम भी जल्द पूरा होने वाला है, जिसे कांग्रेस ने दशकों तक लटकाया था। सत्ता में आने पर राजस्थान की भाजपा सरकार यहां तेजी से उद्योग-धंधे विकसित करेगी और रोजगार के नए अवसर बनाएगी ताकि सबका जीवन आसान बन सके। सीमा पर बसे जिन गांवों को कांग्रेस ने देश का आखिरी गांव मानकर छोड़ दिया था, उन्हें भाजपा सरकार देश के पहले गांव के रूप में विकसित कर रही है। हमने सीमावर्ती गांवों के विकास के लिए वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम शुरू किया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के समापन पर कहा कि केंद्र सरकार ने राजस्थान के सीमावर्ती जिलों बाड़मेर,जैसलमेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर में हाइवे का शानदार जाल भी बिछाया है। इस क्षेत्र में रेल कनेक्टिविटी को भी सशक्त करने के लिए हम हजारों करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं। लेकिन यहां की कांग्रेस सरकार मोदी के हर काम को, हर कदम को रोकने में जुटी हुई है। आप जब वोट डालने जाएं तो, याद रखना कि कांग्रेस की सरकार ने गौमाता को भी लंपी की बीमारी के दौरान कष्ट में छोड़ा था। ये मोदी ही है, जो पूरे देश में पशुधन को मुफ्त टीकाकरण का अभियान चला रहा है। यह भी याद रखना है कि ये चुनाव सिर्फ विधायक या मंत्री बनाने के लिए नहीं है, बल्कि राजस्थान में कानून व्यवस्था की वापसी के लिए है। प्रदेश के हर मतदाता को कांग्रेस को हटाने के लक्ष्य को याद रखना है।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।