प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश में नवनियुक्त शिक्षकों के आयोजित कार्यक्रम को आज वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान करने का अभियान तेज गति से चल रहा है, जहां विभिन्न जिलों में रोजगार मेले आयोजित कर हजारों युवाओं की विभिन्न पदों पर भर्ती की गई है। प्रधानमंत्री ने बताया कि शिक्षकों के पद के लिए 22,400 से अधिक युवाओं की भर्ती की जा चुकी है। प्रधानमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले युवाओं को शिक्षण जैसे महत्वपूर्ण कार्य में शामिल होने के लिए बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने बल देते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने आधुनिक और विकसित भारत की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति बच्चों के समग्र विकास, ज्ञान, कौशल, संस्कृति तथा भारतीय मूल्यों के प्रोत्साहन पर बल देती है। श्री मोदी ने कहा कि इस नीति को प्रभावी ढंग से लागू करने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बड़े पैमाने पर चलाया गया शिक्षक भर्ती अभियान इस दिशा में एक बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री ने बताया कि आज नियुक्त लगभग आधे शिक्षकों को जनजातीय क्षेत्रों में प्रतिनियुक्त किया जाएगा, जिससे बच्चों को लाभ होगा। प्रधानमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की कि मध्य प्रदेश सरकार ने इस वर्ष एक लाख से अधिक सरकारी पदों पर भर्ती करने का लक्ष्य तय किया है, जिसमें 60 हजार शिक्षकों की भर्ती शामिल हैं। इसके परिणामस्वरूप मध्य प्रदेश ने राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण में शिक्षा की गुणवत्ता में एक बड़ी छलांग लगाई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य विज्ञापन पर खर्च किए बिना 17वें स्थान से 5वें स्थान पर पहुंच गया है। प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों, शिक्षकों और मध्य प्रदेश सरकार को बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार रोजगार और स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के लिए कौशल विकास पर विशेष बल दे रही है। उन्होंने बताया कि युवाओं को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए पूरे देश में कौशल विकास केंद्र खोले गए हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि इस वर्ष के बजट में 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर खोले जाएंगे, जहां युवा न्यू एज टेक्नोलॉजी के माध्यम से प्रशिक्षित किए जाएंगे और पीएम विश्वकर्मा योजना के माध्यम से छोटे-छोटे कारीगरों को प्रशिक्षण देने और उन्हें एमएसएमई के साथ जोड़ने की पहल की गई है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन को आज नियुक्त हुए हजारों शिक्षकों की ओर निर्देशित करते हुए उनसे कहा कि वे अपने हृदय में विद्यार्थियों के लिए उसी तरह की जगह बनाए जिस तरह हमारे जीवन में एक मां या एक शिक्षक प्रभाव डालते हैं। श्री मोदी ने कहा, "आपको हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि आपकी शिक्षा न केवल वर्तमान को बल्कि देश के भविष्य को भी आकार देगी।" प्रधानमंत्री ने कहा कि आप के द्वारा विकसित किए गए मूल्य न केवल आज की पीढ़ी पर बल्कि आने वाली पीढि़यों पर भी सार्थक प्रभाव डालेंगे।